मानसरोवर में हुआ महर्षि दधीचि भवन का शिलान्यास

० आशा पटेल ० 
जयपुर । परोपकार और त्याग की मूर्ति महर्षि दधीचि की दानशीलता को चिरस्थायी बनाए रखने हेतु जयपुर में 'महर्षि दधीचि भवन' का शिलान्यास किया गया। श्री दाधीच समाज सेवा समिति ट्रस्ट एवं श्री दाधीच समाज सेवा समिति जयपुर महानगर के तत्त्वावधान में भव्य समारोह में श्रीसद्गुरु धाम, बरुमाल धर्मपुर बलसाड़ के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विद्यानंद सरस्वती,महाराज कैलाश मठ भक्तिधाम पंचवटी नासिक के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी संविदानंद सरस्वत महाराज व महामंडलेश्वर स्वामी शंकरानन्द सरस्वत श्री ज्ञानेश्वर मठ मुम्बई सहित अनेक आध्यात्मिक विभूतियां शामिल हुई।

कायक्रम में बरुमाल धर्मपुर बलसाड़ के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विद्यानंद सरस्वती महाराज ने कहा की इस भव्य महाकुंभ रूपी शिलान्यास को देख जयपुर, राजस्थान एवं अन्य राज्यों से मौजूद दाधीच समाज के पदाधिकारीगण, सदस्य एवं समस्त सेवकों ने इस भवन निर्माण के लिए जो प्रयास किए वह विस्मरणीय हैं साथ ही आवश्यकता के अनुसार आने वाली पीढ़ी को एक मैसेज हैं की उनके लिए इस भवन में विभिन्न उपलब्धियों के अवसर प्रदान होंगे। जिसके लिए संपूर्ण दाधीच समाज का योगदान होना अत्यंत आवश्यक हैं।

शिलान्यास में सांसद रामचंद्र बोहरा भी मौजूद रहे और रामसेतु रूपी शीला की नीव रखते हुए आपने कहा की इस कार्यक्रम में इतने विशाल रूप से शामिल लोगो को देख कर साफ झलकता हैं दाधीच समाज को ऐसे भवन की कितनी आवश्यकता होगी। अभी तक समाज में दूसरा कोई केंद्र न होने की वजह से सामाजिक कार्यक्रम में असुविधा रही। 
 आज महर्षि दाधीच समाज के इस भवन का शिलान्यास इतनी हाईफाई टेक्नोलॉजी और युवाओं की आवश्यकता अनुसार किया जा रहा हैं जिससे की समाज की हर उम्र की सामुदायिक समस्याओं और उपलब्धियों का निवारण हो सके।

समिति व ट्रस्ट के अध्यक्ष विष्णुदत्त दाधीच (चकवाड़ा) ने बताया कि त्रिनेत्र गणपति, रणथंभौर के महंत संजय दाधीच और सालासर बालाजी से श्री महावीर प्रसाद पुजारी दाधीच सहित अनेक संत और महंत सम्मिलित हुए। सांसद रामचरण बोहरा विशिष्ट आमंत्रित अतिथि रहे। शिलान्यास यज्ञाचार्य पंडित उमाशंकर शास्त्री के सान्निध्य में वैदिक विद्वानों द्वारा संपन्न करवाया गया।

 भवन में पुरातन वैदिक शिक्षा को सुरक्षित रखने के लिए विशिष्ट अध्ययन केंद्र बनाया जाएगा। साथ ही छात्र—छात्राओं को शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए सभागार का भी निर्माण होगा। त्यागमूर्ति महर्षि दधीचि की स्मृति को चिरस्थाई रखने एवम आमजन को देह दान के प्रति जागरूक करने के उद्दयेश्य से आयोजित किये जा रहे इस कार्यक्रम मे समाज की विशिष्ट विभूतियों को भी सम्मनित किया जायेगा यह दधीचि भवन भूतल सहित चार मंजिला होगा जिसमें अथिति निवास की सुविधा के साथ ही पाँच सौ लोंगो की क्षमता का अत्याधुनिक ऑडिटोरियम का निर्माण भी किया जायेगा ।

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