राजस्थान की पहली इंडो-हॉलीवुड फ़िल्म "मिलेनेयर्स ऑफ लव" की हुई घोषणा

० आशा पटेल ० 
जयपुर ।- राजस्थान की पहली इंडो हॉलीवुड म्यूज़िकल फ़िल्म "मिलेनेयर्स ऑफ लव" की घोषणा।अमेरिका के लेखक निर्माता मुकेश पारिख की इस फ़िल्म के सह निर्माता सोमेंद्र हर्ष हैं।  फिल्मफेयर अवार्ड विनर संगीतकार मिथुन ने इसका संगीत दिया है और ग्रामी विनर रिक्की केज गेस्ट कम्पोज़र हैं। इस अवसर पर निर्माता मुकेश पारिख, सह निर्माता सोमेंद्र हर्ष, मिथुन, रिक्की केज, मो. फ़ैज़ , सईद कादरी और अतिथि के रूप में एक्टर अनूप सोनी उपस्थित थे।

 इस फ़िल्म के लिए सईद कादरी ने गीत लिखे हैं और मोहम्मद फ़ैज़ ने एक गीत गाया है। मुम्बई में आयोजित समारोह में सब को राजस्थानी साफ़ा पहनाकर सम्मानित किया गया।  फ़िल्म इस बारे में है कि सपने देखना कभी मत छोड़ें। सत्य घटना पर आधारित यह फ़िल्म राजस्थान की कहानी है। प्रोड्यूसर मुकेश पारिख ने इस इंडो हॉलीवुड प्रोजेक्ट के बारे में कहा कि "यह प्रोजेक्ट शक्तियों का मेला है। मैंने काफी रिसर्च करके यह स्टोरी लिखी है।

 सच्चे इवेंट्स पर आधारित फ़िल्म में ब्यूटीफुल लव स्टोरी है। कुछ दिन पहले मैं भारत आया और यशराज स्टूडियो आदि में गाने की रिकॉर्डिंग की। सईद कादरी को मैं अल्फ़ाज़ का बादशाह कहता हूं और मिथुन का म्युज़िक तो कमाल का रहता है। यह एक बहुत ही प्यारी लव स्टोरी है। राजस्थान मेरा पसंदीदा राज्य रहा है, वहां की सच्ची कहानी को प्रस्तुत करना मुझे पसन्द आया। म्युज़िक की कोई भाषा नहीं होती। राजस्थान के लोकगीत और वेस्टर्न म्युज़िक की सिम्फोनी कमाल की होगी।"

फ़िल्म के को प्रोड्यूसर सौमेन्द्र हर्ष ने सभी टीम का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि" हम सभी राजस्थान से जुड़े हुए हैं। हमने काफी रिसर्च किया, यह पहला राजस्थान का प्रोजेक्ट है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बन रहा है। मुझे गर्व है कि अमेरिका और राजस्थान मिलकर यह प्रोजेक्ट बना रहे हैं। इससे रीजनल सिनेमा को बढ़ावा मिलेगा। इस म्यूज़िकल ड्रामा फ़िल्म की 60 परसेंट शूटिंग राजस्थान में होगी। फ़िल्म में 4 गाने होंगे।"

 संगीतकार मिथुन ने बताया कि संगीत भारतीय सिनेमा में जरूरी रहा है। मैं अपने देश की मिट्टी के लिए, संगीत के लिए कुछ करना चाहता हूं। यह कहानी संगीत के माध्यम से कही जाने वाली है। संगीत के प्रति मुकेश जी का हौसला देखने लायक है। संगीत के माध्यम से वह स्टोरी सुनाना चाहते हैं।राजस्थान की उस कम्युनिटी का संगीत मैंने खूब सुना, जिससे इंस्पायर होकर यह कहानी बन रही है। मुझे मुकेश जी का दर्शन पसन्द आया। मुझे लगा कि यह सही समय है इस फ़िल्म से जुड़ने के लिए और मैं खुश हूं इसके लिए संगीत कंपोज करके।

रिक्की केज ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में काम करना मेरे लिए गर्व की बात रही। मिथुन भारत के मोस्ट प्रतिभशाली संगीतकार हैं। लगान जैसी फिल्मों का संगीत जड़ो से जुड़ा हुआ था इसलिए उन्हें विश्व भर में पहचान मिली। इस फ़िल्म का संगीत भी भारतीय जड़ों से जुड़ा हुआ है। शब्दो के बादशाह सईद कादरी ने बताया कि "यह फ़िल्म मेरे लिए अपनी मिट्टी के कर्ज को चुकाने का जरिया है। मैं राजस्थान में जन्मा हूँ, मैं उसी प्यासी ज़मीन से आया हूँ इसलिए मेरे दिल मे एक हूक है जहां मैं अपनी मिट्टी की बात कह सकता हूँ।"

अनूप सोनी ने" कहा कि मैं जयपुर का रहने वाला हूँ, स्कूल कॉलेज की पढ़ाई से लेकर रंगमंच की शुरुआत जयपुर में हुई। राजस्थान का कल्चर बहुत रिच है। जहां के आप होते हैं वहां से एक गहरा नाता रहता है। मैं जयपुर में एक साल पहले मुकेश जी से मिला, कहानी और म्युज़िक के बारे में सुना और मेरे पास उनका मेल आया तो मैंने पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी और हां कर दिया। मुकेश ने जो किरदार क्रिएट किए हैं वो बहुत रियल हैं, आसपास के किरदार लगेंगे। अपने आप को भाग्यशाली मानता हूं कि इस फ़िल्म का हिस्सा हूँ।"

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