सरगम मंदिर संस्था द्वारा ६०वां महाशिवरात्रि संगीत सम्मेलन दिल्ली में आयोजित
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली : सरगम मंदिर संस्था द्वारा ६०वां महाशिवरात्रि संगीत सम्मेलन दिल्ली में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शुभम सरकार ने वायलिन वादन प्रस्तुत किया। उन्होंने राग भीम पलासी में विलंबित लय व तीन ताल में बंदिश प्रस्तुत की, तत्पश्चात राग चारुकेशी प्रस्तुत किया। तबले पर संगति पंडित प्रदीप सरकार ने की। पद्म भूषण आचार्य पंडित गोकुलोत्सव महाराज व उनके सुपुत्र आचार्य पंडित व्रजोत्सव महाराज का गायन हुआ। उन्होंने राग जोगकौंस में ' रेमन भजले श्री राम' झुमरा ताल में और तीन ताल में ' अयोध्या धाम विराजत श्री राम' बंदिश और उसके बाद अत्यंत मधुर ' राग बसंत' प्रस्तुत किया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि आशुतोष अग्निहोत्री, संयुक्त सचिव गृह मंत्रालय, योगेश मोहन दीक्षित IOFS, विदुषी मंजरी सिन्हा वरिष्ठ संगीत समीक्षक उपस्थित रहे है। इस अवसर पर सुप्रसिद्ध लेखक, कलाकार विजय शंकर मिश्रा को पंडित जगदीश मोहन, जो सरगम मंदिर के संस्थापक रहे, सम्मान दिया गया।
इस अवसर पर उपस्थित रहे उनमें सुप्रसिद्ध वायलिन वादक उस्ताद असगर हुसैन, अंकुश अनामी, CEO World Designing Form तथा पूरन डावर, Chairman Dawar भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में अन्य कलाकार पंडित हरिदत्त शर्मा , पंडित ज्ञानेंद्र शर्मा , पंडित हरिओम शर्मा व गुणिजनो की उपस्तिथि से कार्यक्रम सुंदर बन पड़ा। संस्था के सचिव डॉ दीपक शर्मा व उनकी पत्नी नीरा शर्मा के अथक प्रयास से कार्यक्रम संभव हो सका। संस्था के पैट्रेन डॉ अशोक श्रीवास्तव ने सहयोगी स्वाति शर्मा के साथ कार्यक्रम का संचालन सहज व सुंदर रूप से किया। सरगम मंदिर के उपाध्यक्ष प्रोफेसर पी के भटनागर, संयुक्त सचिव डॉ मधुरलता का सहयोग संस्था को निरंतर मिलता रहता है। कार्यक्रम का प्रयोजन जयभारत सांस्कृतिक संस्था, वी एन भातखंडे संगीत महाविद्यालय गाजियाबाद व साहित्य कला परिषद दिल्ली ने किया।
टिप्पणियाँ