राजस्थान की विरासत दुनिया को दिखाएँगे बच्चे
० आशा पटेल ०
जयपुर। 75 वें राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में पर्यटन मंत्री दिया कुमारी ने डिजिटल बाल मेला के अभियान "रूट्स ऑफ़ राजस्थान" का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जाह्नवी शर्मा के साथ पोस्टर विमोचन किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के बच्चे राज्य के पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए वीडियो बनाएँगे। राजस्थान की कला, संस्कृति एवं विरासत को दुनिया तक पहुँचाएँगे।
डिजिटल बाल मेला की को-फाउंडर प्रिया शर्मा ने बताया कि इस अभियान में 10 से 18 वर्ष तक के बच्चे भाग ले सकते है। इस नवाचार का मक़सद राजस्थान पर्यटन को बढ़ावा देना है, उन पर्यटक स्थलों को दुनिया के सामने लाना है जिनका प्रचार प्रसार कम हुआ है, एवं बच्चों की नज़र से राजस्थान की धरोहर समझना है।
जयपुर। 75 वें राजस्थान स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में पर्यटन मंत्री दिया कुमारी ने डिजिटल बाल मेला के अभियान "रूट्स ऑफ़ राजस्थान" का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने डिजिटल बाल मेला की फाउंडर जाह्नवी शर्मा के साथ पोस्टर विमोचन किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के बच्चे राज्य के पर्यटन स्थलों की जानकारी देते हुए वीडियो बनाएँगे। राजस्थान की कला, संस्कृति एवं विरासत को दुनिया तक पहुँचाएँगे।
बच्चों को अपने इलाक़े के पर्यटन स्थलों पर जाकर वीडियो बनाना है जिसमें बच्चे उसकी ख़ूबसूरती और महत्व बतायेंगे। डिजिटल बाल मेला द्वारा शुरू किए गए इस अभियान में बच्चों के लिए फ्री रजिस्ट्रेशन है।बच्चे डिजिटल बाल मेला की वेबसाइट पर रजिस्टर कर अपनी वीडियो एंट्री भेज सकते है। राजस्थान की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने वाले इस वीडियो कंटेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले 100 बच्चों को 3 दिवसीय जयपुर भ्रमण का मौक़ा मिलेगा, साथ ही सबसे अच्छी वीडियो बनाने वाले बच्चे को 50 हज़ार का नक़द इनाम दिया जाएगा। आपको बता दें कि द फ्यूचर सोसाइटी के तत्वावधान में आयोजित हो रहा यह अभियान 6 माह तक चलेगा।
डिजिटल बाल मेला की को-फाउंडर प्रिया शर्मा ने बताया कि इस अभियान में 10 से 18 वर्ष तक के बच्चे भाग ले सकते है। इस नवाचार का मक़सद राजस्थान पर्यटन को बढ़ावा देना है, उन पर्यटक स्थलों को दुनिया के सामने लाना है जिनका प्रचार प्रसार कम हुआ है, एवं बच्चों की नज़र से राजस्थान की धरोहर समझना है।
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