महिला दिवस पर महिला मीडिया का स्नेह मिलन
० आशा पटेल ०
जयपुर / जयपुर में अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस की अवसर पर मिडिया स्नेह मिलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं ने अपने विचार महिला पत्रकारों के साथ साझा किया। पत्र सूचना कार्यालय की अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला ने कहा कि इस विचार गोष्टी का उद्देश्य अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि और योगदान देने वाली महिलायों के अनुभवों को साझा करना है। उन्होने विश्वास व्यक्त किया कि इनकी प्रेरणादायी उद्धबोधन से नई पीढ़ी को मार्गदर्शन मिलेगा।भारत सरकार द्वारा इस वर्ष पदम श्री से सम्मानित हुई डॉ माया टंडन ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा वे पेशे से पीडियाट्रिक एनेसथेसिस्ट हैं। वे जयपुर में बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल जेके लोन हास्पिटल की अधीक्षक पद से 1995 में रिटायर हुईं और उसके बाद से उन्होनें पूरा जीवन लोगों में सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटना की स्थिति में जीवन रक्षा के उपाय बताने में समर्पित कर दिया। उन्होने कहा कि आज 87 वर्ष की उम्र में भी वे उसी सक्रियता के साथ स्कूलों, कालेजों और विभिन्न स्थानों पर जा कर लोगों को सड़क दुर्घटना की स्थिति में जीवन रक्षा के उपायों के बारे में जानकारी देती हैं। डॉ टंडन ने कहा कि उनकी संस्था प्रदेश भर की 100 से ज्यादा प्रमुख सडकों पर स्थित 79 पुलिस थानों में भी सेशंस कर चुकी है।ब्लू पोटरी जैसे हस्तशिल्प कला को संरक्षित कर सजीव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिला उधमी डॉ लीला बोर्डिया ने कहा की किसी भी कला को बचाने के लिए उसे उपयोगी बनाना आवश्यक है। डॉ बोर्डिया ने कहा कि वे पिछले 45 साल से ज्यादा समय से ब्लू पोट्री कला के उत्थान के लिए काम कर रही है और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले कारीगरों को काम मिला है और उनके जीवन में परिवर्तन आया है। उन्होने कहा कि महिला अगर घर चला सकती है तो पूरी दुनिया भी चला सकती है।
कोर्पोरेट के क्षेत्र को छोड जयपुर में उदय वल्ड्रोफ इन्स्पियार्ड स्कूल कि स्थापना करने वाली सुश्री गुरप्रीत कौर ने कहा कि वह एक वैकल्पिक विद्यालय चलाती हैं, जिसमें कोई किताब या कोई आपसी प्रतिस्पर्धा नहीं है । पिछली चार पीढ़ियों से आयुर्वेद से जुड़ें परिवार की अल्पना तिवारी ने नुस्का किचन की स्थापना की है, उन्होंने कहा कि माँ कभी हार नहीं मानती और कोई काम शुरू करने कि उम्र नहीं होती है। उन्होने कहा कि अपने स्टार्टअप के माध्यम से परंपरागत आयुर्वेद ज्ञान को भोजन के क्षेत्र में लोगों के बीच ले जाने का काम कर रही है।
इस स्नेह मिलन में 100 से अधिक महिलाओं ने बेहद उत्साह के माहोल में शिरकत की और हम सभी को पुरानी मित्रों से मिल कर हंसी ठिठोली करने का नायब कार्यक्रम आयोजित किया / कार्यक्रम में जयपुर की लगभग सभी प्रमुख मिडिया कर्मियों विशेष कर न्यूज़ पेपर्स ,चेनल्स ,ज़ोकी,आकाशवाणी,दूरदर्शन ,crpf की कमांडर पूनम गुप्ता ,शिक्षा कर्मी,स्वतंत्र पत्रकार और कुछ जानीमानी हस्तियों ने बहुत ही उत्साह से शिरकत की /अंत में हम सभी ने पीआईबी की अपर महानिदेशक ऋतू शुक्ला को तहे दिल से आभार व्यक्त कर विदा ली /
जयपुर / जयपुर में अंतरराष्ट्रिय महिला दिवस की अवसर पर मिडिया स्नेह मिलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं ने अपने विचार महिला पत्रकारों के साथ साझा किया। पत्र सूचना कार्यालय की अपर महानिदेशक ऋतु शुक्ला ने कहा कि इस विचार गोष्टी का उद्देश्य अपने क्षेत्र में विशेष उपलब्धि और योगदान देने वाली महिलायों के अनुभवों को साझा करना है। उन्होने विश्वास व्यक्त किया कि इनकी प्रेरणादायी उद्धबोधन से नई पीढ़ी को मार्गदर्शन मिलेगा।भारत सरकार द्वारा इस वर्ष पदम श्री से सम्मानित हुई डॉ माया टंडन ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा वे पेशे से पीडियाट्रिक एनेसथेसिस्ट हैं। वे जयपुर में बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल जेके लोन हास्पिटल की अधीक्षक पद से 1995 में रिटायर हुईं और उसके बाद से उन्होनें पूरा जीवन लोगों में सड़क सुरक्षा और सड़क दुर्घटना की स्थिति में जीवन रक्षा के उपाय बताने में समर्पित कर दिया। उन्होने कहा कि आज 87 वर्ष की उम्र में भी वे उसी सक्रियता के साथ स्कूलों, कालेजों और विभिन्न स्थानों पर जा कर लोगों को सड़क दुर्घटना की स्थिति में जीवन रक्षा के उपायों के बारे में जानकारी देती हैं। डॉ टंडन ने कहा कि उनकी संस्था प्रदेश भर की 100 से ज्यादा प्रमुख सडकों पर स्थित 79 पुलिस थानों में भी सेशंस कर चुकी है।ब्लू पोटरी जैसे हस्तशिल्प कला को संरक्षित कर सजीव रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिला उधमी डॉ लीला बोर्डिया ने कहा की किसी भी कला को बचाने के लिए उसे उपयोगी बनाना आवश्यक है। डॉ बोर्डिया ने कहा कि वे पिछले 45 साल से ज्यादा समय से ब्लू पोट्री कला के उत्थान के लिए काम कर रही है और इससे ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाले कारीगरों को काम मिला है और उनके जीवन में परिवर्तन आया है। उन्होने कहा कि महिला अगर घर चला सकती है तो पूरी दुनिया भी चला सकती है।
कोर्पोरेट के क्षेत्र को छोड जयपुर में उदय वल्ड्रोफ इन्स्पियार्ड स्कूल कि स्थापना करने वाली सुश्री गुरप्रीत कौर ने कहा कि वह एक वैकल्पिक विद्यालय चलाती हैं, जिसमें कोई किताब या कोई आपसी प्रतिस्पर्धा नहीं है । पिछली चार पीढ़ियों से आयुर्वेद से जुड़ें परिवार की अल्पना तिवारी ने नुस्का किचन की स्थापना की है, उन्होंने कहा कि माँ कभी हार नहीं मानती और कोई काम शुरू करने कि उम्र नहीं होती है। उन्होने कहा कि अपने स्टार्टअप के माध्यम से परंपरागत आयुर्वेद ज्ञान को भोजन के क्षेत्र में लोगों के बीच ले जाने का काम कर रही है।
इस स्नेह मिलन में 100 से अधिक महिलाओं ने बेहद उत्साह के माहोल में शिरकत की और हम सभी को पुरानी मित्रों से मिल कर हंसी ठिठोली करने का नायब कार्यक्रम आयोजित किया / कार्यक्रम में जयपुर की लगभग सभी प्रमुख मिडिया कर्मियों विशेष कर न्यूज़ पेपर्स ,चेनल्स ,ज़ोकी,आकाशवाणी,दूरदर्शन ,crpf की कमांडर पूनम गुप्ता ,शिक्षा कर्मी,स्वतंत्र पत्रकार और कुछ जानीमानी हस्तियों ने बहुत ही उत्साह से शिरकत की /अंत में हम सभी ने पीआईबी की अपर महानिदेशक ऋतू शुक्ला को तहे दिल से आभार व्यक्त कर विदा ली /
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