राजस्थान पुलिस डीजीपी ने 75 वर्षों की गौरवमयी यात्रा में राज्य पुलिस बल के योगदान को सराहा

० आशा पटेल ० 
जयपुर। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू ने राजस्थान पुलिस की स्थापना के 75 वर्ष पूर्ण होने पर प्रदेश के पुलिस जवानों और अधिकारियों के साथ प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। डीजीपी साहू मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित औपचारिक कार्यक्रम में अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि राजस्थान पुलिस ने अपनी 75 वर्षों की गौरवमयी यात्रा में प्रदेश में कानून व व्यवस्था, शांति, आपसी प्रेम और भाईचारे की परम्पराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अविस्मरणीय योगदान दिया है।
राजस्थान पुलिस को इस मुकाम तक पहुंचाने में एक से बढ़कर एक जांबाज अधिकारियों और जवानों की अहम भूमिका रही है। इसके लिए मौजूदा पुलिस फोर्स के साथ ही सभी पूर्व पुलिस अधिकारी और सेवानिवृत पुलिसकर्मी अभिवादन और प्रशंसा के पात्र हैं। डीजीपी ने राजस्थान पुलिस के अमर शहीदों के त्याग और बलिदान को नमन करते हुए उन्हें पूरे पुलिस परिवार की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि हमारे पुलिसकर्मियों ने कर्तव्य के पथ पर अडिग रहते हर प्रकार की चुनौतियों से लोहा लेते हुए अपराध नियंत्रण और नागरिक सुरक्षा के क्षेत्र में समर्पित भाव से जनसेवा की मिसाल कायम की है।
साहू ने प्रदेशवासियों को आश्वस्त किया कि आज प्रदेश के पुलिस बेड़े में शामिल करीब 1 लाख पुलिसकर्मी और अधिकारी आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय’ के ध्येय वाक्य को जेहन में रखकर तत्परता से कार्य कर रहे हैं। आम नागरिक पुलिस से किसी भी प्रकार की सहायता या मदद की आवश्यकता होने पर निः संकोच होकर थानों, पुलिस चौकियों या उच्चस्थ पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों में सम्पर्क करें।

डीजीपी ने आह्वान किया कि राजस्थान पुलिस के स्थापना दिवस के खास मौके पर प्रदेश पुलिस बल के जवान और अधिकारी, इस बात का संकल्प लें कि वे आने वाले समय में अधिक सजगता एवं सर्तकता के साथ अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे। वहीं जनमानस में पुलिस की विश्वसनीयता तथा कर्तव्यपरायणता की पहचान को और मजबूत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। 

पुलिस मुख्यालय में आयोजित इस औपचारिक कार्यक्रम में मौजूद राजस्थान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक दूसरे को पुलिस दिवस की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अपनी खुशी का इजहार किया। इस मौके पर एडीजी और आईजी रैंक के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

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