सैफी काउंट द्वारा गोल्डन जुबली सैफ़ी स्थापना दिवस मनाया गया

० इरफान राही ० 
नई दिल्ली, सैफी सरनेम के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में दिल्ली की सैफी समाज की संस्था सैफी काउंट द्वारा गोल्डन जुबली सैफ़ी डे का आयोजन किया गया 50वें सेफ़ी सरनेम स्थापना दिवस के अवसर पर, मौलाना मुहम्मद उस्मान फ़ारंक़लीत सैफ़ी रत्न पुरस्कार समारोह एवान ग़ालिब के सभागार में आयोजित किया गया । शुरुआत में इरफ़ान राही सैदपुरी सैफी ने हम्द बारी प्रस्तुत की और बाद में नात सरवरे कुनन (सल्ल.) से प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  इशाक अली सुंदर ने सैफी के कैमल के लक्ष्य और उद्देश्यों को समझाया और बुजुर्गों की कुर्बानियों और जिहाद का जिक्र किया। जमील अहमद ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और भविष्य में भी बुजुर्गों के सहयोग से यात्रा जारी रखने की बात दोहराई।
समारोह की अध्यक्षता जज गुलाम मुस्तफा सैफी साहब ने की तथा मंच संचालन संयुक्त रूप से जमील अहमद व सोहेल सैफी ने किया। गोल्डन जुबली सेफी समारोह के अध्यक्ष महामहिम जज गुलाम मुस्तफा साहब ने कहा कि शिक्षा नीति 2020 के बिंदुओं को समझने की जरूरत है, मेरा सुझाव है कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ बच्चों की तालीम पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।विज्ञान और कला का होना ही काफी नहीं है, इस्लामी समाज और उर्दू सभ्यता हमारे जीवन का हिस्सा बन जाएगी,
 तभी हम हर क्षेत्र में सफल होंगे, यह इसलिए भी जरूरी है ताकि हमारी पहचान बनी रहे। डायरेक्टर सोहेल सैफी ने पिछले वर्ष की सभी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। पिछले साल की ज़कात वसूली और ख़र्च पर विस्तृत रिपोर्ट पेश की। भविष्य में सदस्यता प्रक्रिया में तेज़ी लाने और ज़रूरतमंदों तक पहुंचने के लिए नए तरीके अपनाने की बात कही। साथ ही बताया कि सैफी काऊंट की इकाई की भविष्य की योजना में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना भी शामिल है. 
ताकि गरीबों को कम पैसे में इलाज की सुविधा उपलब्ध हो सके. इस अवसर पर वरिष्ठ लेखक मुमताज़ सादिक़ की नवीनतम कृति "भारतीय मुस्लिम समाज" ऐतिहासिक, धार्मिक एवं सामाजिक विश्लेषण का लोकार्पण किया गया जिसे रिटायर्ड डिप्टी एसपी हाजी मोहम्मद अख़्तर, लेखक एवं पत्रकार हबीब सैफी, इकबाल सैफी, रईसुद्दीन रईस, सोहेल अहमद, हाजी बन्ने, एडवोकेट निबरास ने भाग लिया। हबीब सफी ने किताब पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि मुमताज़ सादिक साहब की 12वीं पुस्तक में जाहिलियाह से उमय्यद काल तक अरब का भूगोल और उसके मुख्य शहर,
 हिजाज़, मक्का, मदीना, अरब देशों की प्रसिद्ध जनजातियाँ, इस्लाम की सामूहिक जीवन प्रणाली, पवित्र पैगंबर और रशीदुन खलीफाओं का समय शामिल है। , साम्राज्य तुर्क शासन, भारत में इस्लाम का आगमन, मुसलमानों का अतीत और वर्तमान, और मुस्लिम राष्ट्रों और समुदायों के बारे में बहुत महत्वपूर्ण जानकारी इस पुस्तक में सरल भाषा में दी गई है। गद्य भाषा अत्यंत सहज है और भारतीय भाषा कहलाने योग्य है, पुस्तक पढ़ते समय शब्दकोष की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसके बाद मौलाना मुहम्मद उस्मान फ़र्क़लीत सैफ़ी रत्न पुरस्कार का वितरण हुआ। सारा सोहेल एवं अर्श सैफी ने ने संयुक्त रूप से अंग्रेज़ी में संचालन किया जिसमें अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएँ करने वालों के संदर्भ की जानकारी एवं सम्मानित होने वालों का परिचय प्रस्तुत किया। डॉ. मुहम्मद इलियास जदीद फाउंडेशन दिल्ली, डॉ. मुहम्मद वसीम अमरुजा , मुहम्मद जुबैर सहायक प्रोफेसर जामिया मिल्लिया इस्लामिया, इरफान राही सैदपुरी सैफी हिंदी उर्दू लेखक पत्रकार एवं सोशल एक्टिविस्ट,
गिनीज बुक अवार्ड विजेता अजीजुर्रहमान अजीज बोतल वाला , मुहम्मद साहिल ब्लैक बेल्ट कोरिया ,मुहम्मद जावेद अहमद हैंडी क्राफ्ट सहारनपुर, जाकिर खान मुहम्मद इरशाद साइबर सिक्योरिटी (एसडीआईओ) इंटरनेशनल मुहम्मद जुबैर कैलीग्राफी अरबी उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, मुहम्मद आरिफ पुलखवा इंजीनियर, इजाज सादिक मैकेनिकल इंजीनियर, हबीब खान सफी इंजीनियर, 
और मुहम्मद नासिर, बुशरा एम्स हॉस्पिटल न्यू दिल्ली , डॉक्टर आबिद हिंदुस्तानी शामली , मुहम्मद तकी लाइब्रेरियन दिल्ली ने प्रोत्साहित किया। डा. मुहम्मद इलियास मुहम्मद जुबैर मुहम्मद इरशाद, डा. मुहम्मद वसीम ने व्यक्त किया। समारोह में सफीज कैमल, सोफिया एनजीओ, जकात कमेटी के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भाग लिया। प्रमुख प्रतिभागियों में मास्टर अली शेर सैफी, सेवानिवृत्त डीएसपी अख्तर सैफी, हाजी केके नफीस सैफ़ी, बेगम जहांआरा सैफी, आई जे शबनम मेरठ, एडवोकेट जुबैर सैफी, हाजी चांद, रियाज़ अहमद उत्तम नगर, अब्दुल सलाम , 

फईमुद्दीन सैफी पानीपत मुहम्मद उमर फारूक, असलम जावेद, हाजी अशरफ मुहम्मद यूनुस, अनीस अहमद सैफी, सानिया, मेहरूद्दीन, जान मुहम्मद सैफी सलीम सैफी, इकबाल सैफी, सरफ़राज़ सैफी, एडवोकेट सलीम, मुहम्मद गफरान, यहया सैफी मेवात, रईसुद्दीन मुहम्मद, असलम के सैफी आगरा, अब्दुस सलाम गुलावठी, हाजी अब्दुल सत्तार फ़रीदाबाद, आई जे शबनम सैफी मेरठ, डॉक्टर नवाब साहब अतराडा, हामिद अली बुलंदशहर, इमरान सैफी अकरम सैफी, मोबीन सैफी अमरोहा, नेता जी सलामुद्दीन धौलाना,‌मेहरुद्दीन सेठ , असद खान वजीराबाद,शामिल हैं। सरपरस्त मुमताज़ सादिक ने उपस्थित लोगों का पत्रकारों का धन्यवाद किया ।

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