पिरामल फाइनेंस की राजस्थान में 38 शाखाओं के साथ खुदरा वृद्धि पर नज़र

० आशा पटेल ० 
जयपुर|- पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लि, जिसे पीरामल फाइनेंस के रूप में जाना जाता है, उसने घोषणा की है कि कंपनी की कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) 68,845 करोड़ रुपये में से 70% हिस्सेदारी खुदरा ऋण व्यवसाय की रही। कंपनी की योजना अपने खुदरा पोर्टफोलियो का तेज़ी से विस्तार करने और देश के उन इलाकों में पहुंच प्रदान करने की है जहां अभी सेवा उपलब्ध हैं या उपलब्ध है तो आवश्यकता से कम है। राजस्थान में कंपनी की 38 शाखाएं हैं जो जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, प्रतापगढ़, बीकानेर, अलवर, झुंझुनू आदि शहरों में स्थित हैं।

खुदरा ऋण पोर्टफोलियो में मुख्य रूप से गृह ऋण, लघु व्यवसाय ऋण, पुरानी कार पर मिलने वाला ऋण और बगैर कोलैटरल वाला ऋण शामिल है। कंपनी के नवोन्मेष ने, 'प्रौद्योगिकी समर्थित ऋण' के साथ देश के लोगों की सेवा के लिए एक बहु-उत्पाद खुदरा ऋण मंच के विकास को गति प्रदान की है। इसके तहत ऋण का वितरण भौतिक रूप से किया जाता है और बेहतर सेवा तथा परिचालन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है। कंपनी 13 से अधिक ऋण उत्पाद पेश करती है, जिनमें गृह, व्यवसाय, व्यक्तिगत और पुरानी कार से जुड़ा ऋण शामिल है।

पीरामल फाइनेंस भारत की सबसे बड़ी राष्ट्रीय एनबीएफसी में से एक है और अपने कुल लोन बुक में खुदरा कारोबार को बढ़ाकर 75% तक और शेष 25% को थोक ऋण का करने की योजना बना रही है। वित्त वर्ष ’24 की चौथी तिमाही के अनुसार, खुदरा ऋण की हिस्सेदारी लगभग 70% यानी लगभग 48,000 करोड़ रुपये थी, जबकि थोक ऋण की हिस्सेदारी 30% रही। कंपनी ने वित्त वर्ष 2028 तक अपने एयूएम को मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है।

पीरामल फाइनेंस के एमडी, जयराम श्रीधरन ने कहा, "पीरामल फाइनेंस में हमें वित्त वर्ष 2024 में खुदरा ऋण में शानदार वृद्धि से खुशी है और हम इस गति को बनाए रखने के लिए समर्पित हैं। राजस्थान हमारे लिए वृद्धि के लिहाज़ से मज़बूत बाज़ार बना हुआ है, और हमें इस सफलता को बनाए रखने की अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा है। हम प्रौद्योगिकी में निवेश कर और अपने शाखा नेटवर्क का विस्तार कर भारत में, विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में बजट के प्रति संवेदनशील ग्राहकों की सेवा करना जारी रखेंगे। हमारा लक्ष्य है, गैर-मेट्रो बाज़ारों में गहराई से प्रवेश कर आर्थिक प्रगति में मदद करना और हमारे ग्राहकों के लिए मूल्य अनलॉक करना।"

कंपनी के पास 31 मार्च, 2024 तक, 487 और 194 माइक्रोफाइनेंस शाखाएं थीं, जो 26 राज्यों, 625 जिलों और 404 शहरों और कस्बों में फैली हुई हैं। इसके अलावा, कंपनी वित्त वर्ष 2025 में 100 और शाखाएं जोड़कर शाखा नेटवर्क को बढ़ाने की योजना बना रही है, जिसके परिणामस्वरूप 1,000 स्थानों पर 600 शाखाएं हो जाएंगी। इस विस्तार का लक्ष्य है, टियर-2, टियर-3 शहरों और टियर-1 शहरों के बाहरी इलाकों में ग्राहकों तक पहुंचना। 31 मार्च 2024 तक ग्राहकों की संख्या बढ़कर 4.1 मिलियन हो गई, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 3.3 मिलियन थी।

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