जेनएआई-पॉवर्ड कन्वर्सेशनल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म 450 मिलियन ग्राहकों को ई-कॉमर्स से जोड़ने की शक्ति
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली : बड़े और छोटे व्यवसायों द्वारा तेजी से कन्वर्सेशनल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स अपनाए जाने के साथ परिवर्तनकारी जनरेटिव एआई की शक्ति व्यवसायों को कन्वर्सेशनल कॉमर्स की ओर ले जा रही है। बायन एंड कंपनी एंड मेटा द्वारा जारी की गई ‘विन विद कन्वर्सेशंस’ रिपोर्ट के अनुसार सर्वे में शामिल 70 फीसदी बड़े उद्यम अपने आधे ग्राहकों के साथ पहले से ही कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स की मदद से संवाद कर रहे हैं। साथ ही सर्वे में शामिल 60 फीसदी बड़े उद्यम अगले 3 से 4 सालों में कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स पर अपना निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।मेटा इन इंडिया में हेड और वीपी, संध्या देवनाथन ने कहा, ‘‘व्हाट्सऐप पर बिज़नेस मैसेजिंग अपनाने में वृद्धि के साथ हम व्यवसायों के लिए टूल्स और सॉल्यूशंस में निवेश कर रहे हैं, जो उन्हें मजबूत पहचान स्थापित करने, टेलर्ड मैसेजिंग के साथ सही ग्राहकों से कनेक्ट होने और रोचक इन-थ्रेड अनुभव प्रदान करें, ताकि ग्राहकों की सहभागिता और निवेश पर रिटर्न में वृद्धि हो। यह उद्देश्य जेनएआई पर केंद्रित है, जो सभी आकार के व्यवसायों, खासकर भारत के छोटे व्यवसायों को अपनी विस्तृत क्षमता का उपयोग करने में समर्थ बनाएगा।
आने वाले दशक में टेक्नोलॉजी, खासकर जनरेटिव एआई के अद्वितीय अवसर उत्पन्न होंगे, जो हर आकार के व्यवसाय के संचालन में क्रांति ला देंगे। हम अपने प्लेटफॉर्म पर क्षमताएं बढ़ाते जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो व्यवसायों और उनके ग्राहकों के बीच की दूरी को खत्म करके वृद्धि और सहभागिता बढ़ाएंगी।’’ अर्पण शेठ, पार्टनर, बायन एंड कंपनी ने कहा, ‘‘वर्तमान में सोशल मीडिया पर संलग्न 650 मिलियन भारतीयों में से केवल 200 मिलियन भारतीय ही ऑनलाईन शॉपिंग करते हैं। इसलिए जेनएआई-पॉवर्ड कन्वर्सेशनल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म में बचे हुए 450 मिलियन ग्राहकों को ई-कॉमर्स से जोड़ने की शक्ति है।
हम दैनिक कामों के लिए कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म का उपयोग करने के प्रति ग्राहकों की बढ़ती पसंद दर्ज कर रहे हैं, साथ ही व्यवसायों द्वारा जनरेटिव एआई में निवेश और खर्च बढ़ रहा है ताकि इन प्लेटफॉर्म्स पर एंड-टू-एंड सफर बेहतर हो सके। हमें उम्मीद है कि छोटे और बड़े व्यवसाय, दोनों कन्वर्सेशनल कॉमर्स की मदद से ग्राहकों की सहभागिता और प्रतिस्पर्धी बढ़त हासिल कर पाएंगे।’’भारत परिवर्तन के दौर में है। भविष्य के ज्यादा शॉपर्स और सेलर्स डिजिटल दुनिया में उतर चुके हैं, जिससे बहुत विशाल और संभावनापूर्ण अवसर का संकेत मिल रहा है।
जानकार और गैर-जानकार डिजिटल यूज़र्स के बीच किए गए एक सर्वे में 50 प्रतिशत यूज़र्स ने कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म की मदद से लेन-देन करने में रुचि प्रदर्शित की, खासकर जब वो ज्यादा फ्रीक्वेंसी वाले लेन-देन, जैसे बैंक स्टेटमेंट देखना, यात्रा की बुकिंग करना, या यूटिलिटी बिल का भुगतान करना हों। जनरेटिव एआई-पॉवर्ड असिस्टैंट्स की शुरुआत और कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स के साथ आसान इंटीग्रेशन की मदद से अब व्यवसाय संदर्भपूर्ण कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म बना सकते हैं, और क्रियान्वयन की ज्यादा तेज चक्र के साथ उन्हें विस्तृत तौर पर क्रियान्वित कर सकते हैं।
ज्यादातर बड़े उद्यम जनरेटिव एआई-पॉवर्ड कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स द्वारा एंड-टू-एंड अनुभव प्रदान करने में निवेश की योजना बना रहे हैं। सर्वे में शामिल लगभग 70 प्रतिशत बड़े उद्यम पहले से ही अपने 50 प्रतिशत से ज्यादा ग्राहकों के साथ कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स की मदद से संवाद कर रहे हैं। वो मुख्यतः मार्केटिंग और प्रमोशन पर केंद्रित उपयोगों के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं, जिसके बाद कस्टमर सेवा और विनिमय के अपडेट्स का स्थान आता है।
60 प्रतिशत से ज्यादा बड़े उद्यम अगले 3 से 4 सालों में कन्वर्सेशनल प्लेटफॉर्म्स पर अपना निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। कन्वर्सेशनल कॉमर्स अक्सर खरीद वाले क्षेत्रों, जैसे ग्रोसरी शॉपिंग, या अक्सर विनिमय वाले क्षेत्रों, जैसे यूटिलिटी बिल के भुगतान में तेजी से प्रगति करेगा।
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