भारत के उपभोक्ताओं की अब भिखारी समुदाय द्वारा तैयार घरेलू उत्पादों तक पहुंच मिलेगी

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली : सामाजिक कल्याण के लिए तकनीक की परिवर्तनकारी शक्ति का उपयोग करने के उद्देश्य से एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए बेगर्स कॉर्पोरेशन ओएनडीसी नेटवर्क में शामिल हो गया है।  बेगर्स कॉर्पोरेशन भारत में भिखारी समुदाय के उत्थान के लिए आंदोलन का नेतृत्व करता है। ओएनडीसी इस पहल की परिवर्तनकारी क्षमता को पहचानता है और इसके मिशन से जुड़ने पर गर्व महसूस करता है।

 वाराणसी के कैसर पैलेस में आयोजित लॉन्च कार्यक्रम ने इसकी समग्र दृष्टि सामने ला गई, जिसमें भारत में भिखारियों में बेरोजगारी को दूर करने की क्षमता है। जैसे ही कॉर्पोरेशन नेटवर्क में शामिल होगा, यह अपने मौजूदा बी2बी ऑपरेशन को मजबूत करेगा और बी2सी मॉडल में प्रवेश करेगा। वर्तमान में बेगर्स कॉर्पोरेशन पूरे भारत में पर्यावरण-अनुकूल वेडिंग बैग, लैपटॉप-कम-कॉन्फ्रेंस बैग, स्टोल और कई अन्य सामान बेचता है और यह मायस्टोर पर भी उपलब्ध है। अब व्यापक ओपन नेटवर्क के साथ उनके उत्पाद पूरे देश में ओएनडीसी नेटवर्क खरीदार ऐप्स के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंच सकेंगे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. कृष्णमूर्ति वेंकट सुब्रमण्यम, कार्यकारी निदेशक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और भारत सरकार के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार, ने इस पहल की सराहना की और कहा, “बेगर्स कॉर्पोरेशन का विचार बहुत ही अभिनव है! किसने सोचा होगा कि भिखारी न केवल अपने प्रयासों से कमा सकते हैं बल्कि समाज में आत्म-सम्मान भी हासिल कर सकते हैं? आखिर नौकरी ही समाज में आत्मसम्मान कमाने का सबसे बड़ा साधन है। श्री चंद्र मिश्रा ने प्रदर्शित किया है कि सफल विचारों के लिए केवल हमारी मानसिकता को असंभव से संभव की ओर बदलने की आवश्यकता है। 

 बेगर्स कॉरपोरेशन नैतिक वेल्थ क्रिएशन के लिए नए मानक स्थापित करना जारी रखेगा, खासकर वेल्थ पिरामिड के निचले स्तर पर।''बेगर्स कॉर्पोरेशन सामाजिक उद्यमिता में एक अग्रणी संगठन है, जो "प्रॉफिट विद पर्पज" और "कॉमर्स विद कॉन्शियंस" के मंत्र से संचालित है। यह भिखारी समुदाय को उद्यमिता और रोजगार के लिए विभिन्न अवसर उत्पन्न करने के लिए परामर्श और सामाजिक निवेश प्रदान करने पर केंद्रित है। पारंपरिक एनजीओ मॉडल को खारिज करते हुए कॉर्पोरेश ने भिक्षावृत्ति को सामाजिक-आर्थिक क्रांति में बदलने के मिशन पर काम शुरू किया है,

 जिसमें अभिनव "वन बेगर, वन मेंटर" (#OBOM) योजना के माध्यम से संपन्न नागरिकों को भिखारियों के उद्यमों में निवेश करने के लिए जोड़ा है। कॉर्पोरेशन का दृष्टिकोण परोपकार से परे है। 30 जून, 2023 को उन्होंने "सिटीजन्स फॉर बेगिंग फ्री इंडिया" (#CBFI) पहल शुरू की, जिसमें सीधे सामाजिक निवेशकों और सदस्य ग्राहकों को उनके परिवर्तनकारी मिशन में शामिल किया गया। उनकी प्रमुख परियोजना "#BeggingFreeBanaras" का लक्ष्य मार्च 2027 तक 3500 साल पुराने शहर वाराणसी को भिखारियों से मुक्त बनाना है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

जेजेएस महाकुम्भ का मंत्री राज्यवर्धन ने किया शुभारंभ