कार्य पूरे नहीं होने पर ठेकेदार पर जल बोर्ड लगाएगी जुर्माना
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली। मधु विहार वार्ड के लिए अच्छी खबर है। लंबे समय से महाराणा प्रताप द्वार के पास दिल्ली जल बोर्ड के द्वारा निर्माणाधीन डीप सीवर सिस्टम का काम इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके निर्माण से मधु विहार वार्ड में सीवर की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। उक्त बातें मधु विहार आरडब्ल्यूए के प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया।
सोलंकी ने बताया कि इस समस्या को लेकर आरडब्ल्यूए का एक प्रतिनिधि मंडल द्वारका सेक्टर 20 स्थित दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के पास गए थे। यहां पर प्रोजेक्ट के ठेकेदार कंपनी कृता इंजीनियरिंग के डायरेक्टर ललित कुमार तथा वर्तमान इंचार्ज अरुण शर्मा और विशाल आदि उपस्थित थे। दिल्ली जल बोर्ड की ओर से मुख्य अभियंता अनिल कुमार शर्मा (वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए) तथा अधिशाषी अभियंता मुनीश कुमार भी मौजूद थे। डीजेबी व आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधिमंडल के साथ काफी चर्चा के बाद ठेकेदार संस्था के डायरेक्टर ललित ने 31 मई तक इस कार्य को सम्पन्न करने का लिखित में आश्वाशन दिया।
इस मौके पर आरडब्ल्यूए के प्रधान एवं फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि लगभग डेढ़ साल से कई वाहन चालकों को घायल होना पड़ा यहां तक उनके जान पर बन आई साथ ही उनके वाहनों को नुकसान हुआ, जबकि मुख्य कार्य सीवर का अब तक अधर में लटका पड़ा है। यह एकमात्र रास्ता (सर्विस रोड) मधु विहार को मुख्य रोड से जोड़ता है साथ ही इसके साथ बने मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है यहां तक इसके नजदीक ही एकमात्र निगम का प्राइमरी स्कूल है जिसमे छोटे छोटे बच्चियां एवम बच्चे एवम उनके माता पिता, स्थानीय निवासियों एवम राहगीरों को आने जाने के लिए रोजाना इस मौत के कुएं का सामना करना पड़ता है।
फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के सेक्रेटरी तथा राष्ट्रिय युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय महासचिव महेश मिश्रा ने बताया कि यह कार्य जनता की सुविधा के मद्देनजर शुरू हुआ था जो कि अब लोगो के जी का जंजाल का पर्याय बन गया है। हम दिल्ली जल बोर्ड के सभी संबधित अधिकारियों से पुनः आपके अखबार के माध्यम से निवेदन करते है कि इस कार्य को जल्द से जल्द संपूर्ण कराने के लिए ठोस कदम उठाए और भविष्य में ऐसा कभी न हो उसको सुनिश्चित करे।
नई दिल्ली। मधु विहार वार्ड के लिए अच्छी खबर है। लंबे समय से महाराणा प्रताप द्वार के पास दिल्ली जल बोर्ड के द्वारा निर्माणाधीन डीप सीवर सिस्टम का काम इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। इसके निर्माण से मधु विहार वार्ड में सीवर की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। उक्त बातें मधु विहार आरडब्ल्यूए के प्रधान रणबीर सिंह सोलंकी ने बताया।
सोलंकी ने बताया कि इस समस्या को लेकर आरडब्ल्यूए का एक प्रतिनिधि मंडल द्वारका सेक्टर 20 स्थित दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के पास गए थे। यहां पर प्रोजेक्ट के ठेकेदार कंपनी कृता इंजीनियरिंग के डायरेक्टर ललित कुमार तथा वर्तमान इंचार्ज अरुण शर्मा और विशाल आदि उपस्थित थे। दिल्ली जल बोर्ड की ओर से मुख्य अभियंता अनिल कुमार शर्मा (वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए) तथा अधिशाषी अभियंता मुनीश कुमार भी मौजूद थे। डीजेबी व आरडब्ल्यूए के प्रतिनिधिमंडल के साथ काफी चर्चा के बाद ठेकेदार संस्था के डायरेक्टर ललित ने 31 मई तक इस कार्य को सम्पन्न करने का लिखित में आश्वाशन दिया।
अगर ऐसा नहीं होता है तो दिल्ली जल बोर्ड संस्था पर रोजाना के आधार पर जुर्माना लगाएगी साथ ही संस्था की निविदा भी निरस्त कर दिया जाएगा। आज से डेढ़ वर्ष पूर्व डीप सीवर सिस्टम के लिए खोदे गए गड्ढों में अब तक दर्जनों वाहन एवम चालक दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं जब कि इस कार्य को पूरा कराने का सुनिश्चित समय 45 दिन का था। इसके लिए आरडब्ल्यूए द्वारा दिल्ली जल बोर्ड में लगातार शिकायतें की जा रही हैं साथ संबंधित लोगों के खिलाफ थानों में एफआईआर भी कराया जा चुका है लेकिन अभी तक गड्ढे ज्यों का त्यों है।
इस मौके पर आरडब्ल्यूए के प्रधान एवं फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने कहा कि लगभग डेढ़ साल से कई वाहन चालकों को घायल होना पड़ा यहां तक उनके जान पर बन आई साथ ही उनके वाहनों को नुकसान हुआ, जबकि मुख्य कार्य सीवर का अब तक अधर में लटका पड़ा है। यह एकमात्र रास्ता (सर्विस रोड) मधु विहार को मुख्य रोड से जोड़ता है साथ ही इसके साथ बने मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है यहां तक इसके नजदीक ही एकमात्र निगम का प्राइमरी स्कूल है जिसमे छोटे छोटे बच्चियां एवम बच्चे एवम उनके माता पिता, स्थानीय निवासियों एवम राहगीरों को आने जाने के लिए रोजाना इस मौत के कुएं का सामना करना पड़ता है।
फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के सेक्रेटरी तथा राष्ट्रिय युवा चेतना मंच के राष्ट्रीय महासचिव महेश मिश्रा ने बताया कि यह कार्य जनता की सुविधा के मद्देनजर शुरू हुआ था जो कि अब लोगो के जी का जंजाल का पर्याय बन गया है। हम दिल्ली जल बोर्ड के सभी संबधित अधिकारियों से पुनः आपके अखबार के माध्यम से निवेदन करते है कि इस कार्य को जल्द से जल्द संपूर्ण कराने के लिए ठोस कदम उठाए और भविष्य में ऐसा कभी न हो उसको सुनिश्चित करे।
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