शार्क टैंक सीजन 2 और 3 तथा दूसरी कंपनियों से निवेश पाने वाले 30 से ज्यादा उद्यमी शामिल
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली : कारदेखो ग्रुप ने गिरनार एलीवेट समिट 2024 का आयोजन किया। यह आयोजन जून के पहले हफ्ते में जयपुर स्थित कंपनी के मुख्यालय में हुआ। इसका मकसद उन 30 से ज्यादा कंपनियों को सशक्त करना था, जिनमें अमित जैन ने शार्क टैंक इंडिया और दूसरे माध्यमों से निवेश किया है। समिट में विभिन्न कार्यक्षेत्रों पर अलग-अलग सत्रों का संचालन किया गया। इनमें भारत 2.0 के निर्माण के लिये संस्थापकों से निजी तौर पर जुड़ने और उनका मार्गदर्शन करने के लिये जैन की गहन प्रतिबद्धता नजर आई। निवेश के बाद मार्गदर्शन और मेंटॉरशिप की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसके साथ कंपनियाँ तरक्की और सफलता का ब्लूप्रिंट बनाती हैं। गिरनार एलीवेट समिट एक बेहतरीन फोरम है, जो इन कंपनियों को जानकारी बढ़ाने और सफल उपक्रमों के निर्माण की रणनीतियाँ बेहतर बनाने के लिये सशक्त करता है।
जिससे उद्यमियों को व्यवसाय तैयार करने और उसे बढ़ाने के बारे में अहम जानकारियाँ मिलीं। इस कार्यक्रम की शुरुआत कारदेखो ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक अमित जैन के साथ हुई। उन्होंने व्यवसाय बढ़ाने पर जानकारियाँ प्रदान कीं।
जिससे उद्यमियों को व्यवसाय तैयार करने और उसे बढ़ाने के बारे में अहम जानकारियाँ मिलीं। इस कार्यक्रम की शुरुआत कारदेखो ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक अमित जैन के साथ हुई। उन्होंने व्यवसाय बढ़ाने पर जानकारियाँ प्रदान कीं।
जैन ने सही मौके पहचानने, असरदार प्लेबुक बनाने और व्यवसाय की वृद्धि के लिये उन्नत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के महत्व पर जोर दिया। इसके बाद कारदेखो ग्रुप के सीओओ और सह-संस्थापक अनुराग जैन ने एक मजबूत और भविष्य के लिये तैयार संस्था बनाने पर प्रेरक सत्र का संचालन किया और अपनी उद्यमिता की यात्रा के बारे में बताया। इनमें पुरस्कार-विजेता वायरल वीडियो मार्केटर का ‘द आर्ट ऑफ वायरल मार्केटिंग’, एक्सिस बैंक के लीडर्स की स्टार्टअप फाइनेंसिंग पर जानकारियाँ, ब्लूस्टोन जूलरी के संस्थापक एवं सीईओ द्वारा ओम्नीचैनल डी2सी ब्राण्ड बनाने का मार्गदर्शन और इंफ्लेक्शन पॉइंट वेंचर्स के लीडर्स द्वारा फंड जुटाने की रणनीतियाँ शामिल थीं।
इस आयोजन का मकसद ब्राण्ड्स को सशक्त करना और ऐसी संस्थाएं बनने में उनकी मदद करना था, जो भारत में उद्यमिता के परितंत्र पर एक विरासत का निर्माण करें। पहला दिन जोश से भरा रहने के बाद समिट के दूसरे दिन बड़े पैमाने की संस्था बनाने के पहलूओं पर विचार किया गया। इसमें कानून, वित्त, अनुपालन तथा एचआर से जुड़े सत्र थे। दूसरे दिन की शुरुआत जोरदार सत्रों के साथ हुई, जैसे कि मेकमायबुक्स के सीईओ द्वारा मजबूत वित्त एवं अनुपालन कार्यों पर सत्र, साइनैप्स पार्टनर्स के संस्थापक द्वारा कानूनी रूपरेखा का मार्गदर्शन, रीजेनेसिस के ग्लोबल नेटवर्क लीड द्वारा एचआर टीम बनाने पर मार्गदर्शन और कॉफीमग के सीईओ द्वारा एक सही सह-संस्थापक को खोजने पर जानकारियाँ दी गईं।
कारदेखो ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक अमित जैन ने कहा, ‘‘मेरी सोच सिर्फ पैसों के निवेश तक सीमित नहीं है। मैं भारत में बढ़ रही उद्यमिता की प्रतिभा को बढ़ावा और मार्गदर्शन देने और टेक्नोलॉजी को सबसे ऊपर रखकर नये भारत के निर्माण को प्रेरित करने के लिये प्रतिबद्ध हूँ। मेरा मानना है कि संस्थापकों के साथ निजी तौर पर जुड़ाव बनाने से उद्यमियों की बाधाओं को पहचानने और दूर करने में मदद मिलती है और वे विशेषज्ञों तथा समकक्षों से सीख पाते हैं। इस प्रकार महत्वपूर्ण पहलुओं, जैसे कि प्रोडक्ट–मार्केट फिट, फंड जुटाने की सही रणनीतियों और प्रतिस्पर्द्धा में अपने बचाव को बेहतर बनाने के लिये निजीकृत तरीके से मध्यस्थता करना आसान हो जाता है।’’
कारदेखो ग्रुप के सीईओ और सह-संस्थापक अमित जैन ने कहा, ‘‘मेरी सोच सिर्फ पैसों के निवेश तक सीमित नहीं है। मैं भारत में बढ़ रही उद्यमिता की प्रतिभा को बढ़ावा और मार्गदर्शन देने और टेक्नोलॉजी को सबसे ऊपर रखकर नये भारत के निर्माण को प्रेरित करने के लिये प्रतिबद्ध हूँ। मेरा मानना है कि संस्थापकों के साथ निजी तौर पर जुड़ाव बनाने से उद्यमियों की बाधाओं को पहचानने और दूर करने में मदद मिलती है और वे विशेषज्ञों तथा समकक्षों से सीख पाते हैं। इस प्रकार महत्वपूर्ण पहलुओं, जैसे कि प्रोडक्ट–मार्केट फिट, फंड जुटाने की सही रणनीतियों और प्रतिस्पर्द्धा में अपने बचाव को बेहतर बनाने के लिये निजीकृत तरीके से मध्यस्थता करना आसान हो जाता है।’’
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