नीट यूजी-2024 परीक्षा करवाने में अनियमितता के विरोध में राजस्थान कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन
जयपुर। केन्द्र सरकार की नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी द्वारा नीट यूजी-2024 परीक्षा करवाने में अनियमितता के विरोध में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कलेक्ट्री सर्किल, जयपुर पर बड़ी संख्या में कांग्रेसजनों ने धरना-प्रदर्शन किया। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में जब पांच साल कांग्रेस की सरकार थी तो भारतीय जनता पार्टी के तमाम नेता युवाओं के भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त करते थे।
उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के उन सभी नेताओं को वास्तविक चेहरा उजागर हो गया है क्योंकि इन भाजपा नेताआंे को उस वक्त भी युवाओं के भविष्य की चिंता नहीं थी केवल माहौल खराब कर सरकार में आना चाहते थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने भ्रमित कर सत्ता तो हथिया ली किन्तु आज उनसे यह प्रश्न पूरा देश पूछ रहा है कि 24 लाख बच्चें जिनमें से 1 लाख 75 हजार राजस्थान के है, जिन्होंने अपने परिजनों के साथ डॉक्टर बनने का सपना देखा है और इस सपने को साकार करने के लिए दिन-रात पढ़ाई और मेहनत की है, माता-पिता ने कोचिंग के लिए बड़ी राशि खर्च की तथा सर्वस्व लगाकर भविष्य की आशाओं के साथ जब बच्चों ने परीक्षा दी तो हुआ यह कि देश की नीट की परीक्षा का पेपर आउट हो गया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन पेपर आउट होने के नए-नए खुलासे हो रहे है तथा अनेक राज्यों से मीडिया के माध्यम से वहां पेपर आउट होने की जानकारी सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की भाजपा सरकार के मंत्री ही कह रहे है कि बिहार में पेपर आउट हुआ है और पेपर आउट करने वाले सरगना की जानकारी मिल गई है,
किन्तु देश के प्रधानमंत्री जो बच्चों से परीक्षा पर चर्चा करते थे वे अब एक शब्द नहीं बोल रहे है। उन्होंने कहा कि देश के शिक्षा मंत्री भी इस विषय पर देश को सच्चाई नहीं बता रहे है बल्कि प्रतिदिन गुमराह करने वाली बातें कह रहे है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री कभी तो कहते है कि गड़बड़ी करने वालों की जांच की जाएगी, कभी कह रहे है कि गड़बड़ी हुई है लेकिन पेपर आउट नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बिहार के उप मुख्यमंत्री स्वयं कह चुके है कि बिहार में पेपर लीक हुआ है और इसके पुख्ता प्रमाण है
किन्तु शिक्षा मंत्री इस पेपर को निरस्त करवा कर दुबारा परीक्षा करवाने की बजाए मुंह बंद कर बैठे है, एक शब्द नहीं बोल रहे। उन्होंने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी इस परीक्षा को लेकर गम्भीर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि बच्चों को परीक्षा केन्द्र पर समय पर पेपर नहीं मिला और मनमाने तरीके से नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी ने ग्रेस मार्क्स दे दिए। उन्होंने कहा कि पता नहीं कितने सेंटरों पर पेपर देर से पहुंचा, ना जाने कितने बच्चों को पेपर देने के लिए पूरा समय नहीं मिला किन्तु केन्द्र सरकार की एजेन्सी ने चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए मनमाने तरीके से ग्रेस मार्क्स देने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि देशभर के छात्र परेशान है और उच्चतम न्यायालय के समक्ष न्याय लेेने के लिए जा रहे है क्योंकि उनके सपनों को तोड़ने का कार्य भाजपा की केन्द्र सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय ने कहा कि यदि एक भी डॉक्टर फर्जी तरीके से बन गया तो इस तरीके से बना डॉक्टर पता नहीं कितने लोगों के जीवन को खराब कर देगा। उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय की कड़ी टिप्पणी के बावजूद भाजपा की केन्द्र सरकार के कान पर जू तक नहीं रेंग रही है कि उच्चतम न्यायालय द्वारा अपनी मंशा जाहिर की गई है कि यदि पेपर लीक होने के कारण निरस्त किया गया तो इसकी काउन्सलिंग करवाने की क्या आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा बनायी गयी एजेन्सी ने ही यूजीसी-नेट की भी परीक्षा करवायी थी जिसमें पेपर आउट होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई चूंकि नीट की परीक्षा में भारी भ्रष्टाचार हुआ है इसलिए यह परीक्षा पेपर लीक होने के बावजूद भाजपा सरकार निरस्त नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास आज जनता के लिए फुर्सत नहीं है, बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी सरकार बचाने के लिए सहयोगी दलों को ही सारा समय प्रदान कर रहे है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री करोड़ों रुपये खर्च कर परीक्षा कैसे देनी चाहिए, बताते रहे जबकि उनकी स्वयं की डिग्री पर सैंकड़ों प्रश्नचिन्ह है। उन्होंने कहा कि देश का बच्चा-बच्चा आज कह रहा है कि नीट की परीक्षा में बेईमानी व भ्रष्टाचार हुआ है, पेपर लीक हुआ है, सभी इस घोटाला मान रहे है किन्तु भाजपा नेताओं के कोई फर्क नहीं पड़ रहा है क्योंकि इन लोगों ने पूरे 10 साल में केवल घोटाला ही किया है। उन्होंने कहा कि आज भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व जो पर्चियों से मुख्यमंत्री बना रहे है यह भी देश का सबसे बड़ा घोटाला है
क्योंकि भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व सक्षम व्यक्ति को ना तो मुख्यमंत्री बनाएगा और ना ही मंत्री बनाएगा, क्योंकि इन्हें कठपुतली राज चाहिए। उन्होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि वे जब शिक्षा मंत्री थे तथा पूर्ववर्ती सरकार के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर भाजपा नेता अर्नगल आरोप लगाते थे किन्तु प्रदेश में भाजपा की सरकार उनके खिलाफ कार्यवाही नहीं कर सकी क्योंकि भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए सभी आरोप झूठे है। उन्होंने कहा कि अब भाजपा की राज्य सरकार को भाषणबाजी करने की बजाए प्रदेश के विकास के लिए कार्य करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि भाजपा की सरकार प्रदेश के विकास के लिए सकारात्मक कार्य करेगी तो उन्हें सहयोग प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं मंत्री केवल भाषण दे रहे है और फोटो खींचवा रहे है जनता से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में भाजपा के दिग्गज नेता जोर-शोर से युवाओं एवं छात्रों की बात करते थे किन्तु आज नीट परीक्षा का पेपर लीक होने से लाखांें छात्रों का भविष्य दांव पर है तो यह भाजपा के नेता कहीं नजर नहीं आ रहे है। उन्होंने कहा कि यूजीसी-नेट का पेपर लीक हुआ तो एक भी भाजपा का नेता नहीं बोला इसी प्रकार नीट का पेपर आउट हुआ तो भी प्रदेश के सभी भाजपा नेता चुप्पी
साधकर बैठे है क्योंकि कांग्रेस शासन में इन्हें झूठे तथ्यों के आधार पर सत्ता में आने के लिए हल्ला मचाना था। उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दिखाए मार्ग पर चलने वाले सच्चे सिपाही है जो प्रदेश की जनता के हितों की रक्षा के लिए तत्परता के साथ भाजपा की गलत नीतियों के विरूद्ध लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता को जाग्रत कर ऐसा अभियान चलाएगी कि भाजपा की प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री या तो प्रदेश हित में कार्य करेंगे अथवा कुर्सी छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।
साधकर बैठे है क्योंकि कांग्रेस शासन में इन्हें झूठे तथ्यों के आधार पर सत्ता में आने के लिए हल्ला मचाना था। उन्होंने कहा कि वे राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दिखाए मार्ग पर चलने वाले सच्चे सिपाही है जो प्रदेश की जनता के हितों की रक्षा के लिए तत्परता के साथ भाजपा की गलत नीतियों के विरूद्ध लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता को जाग्रत कर ऐसा अभियान चलाएगी कि भाजपा की प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री या तो प्रदेश हित में कार्य करेंगे अथवा कुर्सी छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि 6 माह के शासनकाल में भाजपा सरकार ने कांग्रेस शासन में लागू मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी योजनाओं को बंद करने का कार्य किया, महात्मा गांधी प्रेरकों को बेरोजगार किया तथा अब नए सृजित जिलों की समीक्षा कर रहे है, सड़कों का काम बंद हो गया केवल औचक निरीक्षण हो रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में जो इंदिरा रसोई प्रारम्भ हुई थी उसे भी भाजपा सरकार ने नाम बदलने के साथ ही गरीब को मिलने वाली थालियों की संख्या आधी कर दी।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता कभी ईआरसीपी की बात करते हैं, कभी यमुना के जल की बात करते है किन्तु भाजपा के नेता प्रदेश की जनता के समक्ष एमओयू भी प्रस्तुत नहीं करते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राजस्थान ने पिछले 6 माह में प्रदेश के लिए एक भी कार्य नहीं किया और अब कहा है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों की भर्ती में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देंगे किन्तु उन्हें यह बताना आवश्यक है कि आरक्षण अभी दिया नहीं है केवल बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि संसद में सर्वसम्मति से महिला आरक्षण बिल पारित हुआ किन्तु आरक्षण का कोई अता-पता नहीं है क्योंकि भाजपा ने उसमंें शर्तें जोड़ दी है कि पहले डिलीमेटेशन होगा और जनगणना होगी उसके पश्चात् आरक्षण लागू हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जब तक डिलीमेटेशन और जनगणना का समय आएगा तब तक भाजपा की केन्द्र सरकार ही गिर जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी कांग्रेसजन कमर कस लें क्योंकि आने वाले डेढ़-दो साल में ही लोकसभा के चुनाव पुनः हो सकते है।
उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री तो झोला उठाकर चल देंगे और इसकी उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के समस्त कार्यकर्ता भाजपा की गलत नीतियों के विरूद्ध संघर्ष के लिए तैयार रहे क्योंकि कांग्रेस पार्टी के महान नेताआंें ने देश की आजादी के लिए लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी और अब देश की जनता के लिए लड़ाई लड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता अपनी पूरी ताकत के साथ प्रदेश की पर्ची सरकार से लड़ने के लिए तैयार रहे क्योंकि यह सरकार स्वयं के विवेक से कोई कार्य नहीं करेगी क्योंकि भाजपा की राजस्थान सरकार तो केन्द्र से आई पर्ची के अनुसरण से ही कार्य करती है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में यह संशय है कि राजस्थान की भाजपा सरकार चला कौन रहा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की जनता बिजली और पानी की कमी से त्रस्त है किन्तु सरकार जाने कहां व्यस्त है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो विपक्ष में है किंतु भाजपा के मंत्री, विधायक, सांसद ही सरकार को बिजली व पानी उपलब्ध करवाने हेतु चिट्ठियां लिख रहे है किन्तु मुख्यमंत्री उन पत्रों पर संज्ञान नहीं ले रहे है और केवल कांग्रेस को कोसने के लिए घूम रहे है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल, ओल्ड पेंशन स्कीम जैसी योजना लागू की थी किन्तु राज्य की भाजपा सरकार इस प्रकार की एक भी योजना लागू करने की मंशा नहीं रखती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री घोषणा कर रहे है कि खूब रोजगार आने वाले है किंतु एक भी नौकरी किसी भी बेरोजगार को देने के लिए इस सरकार की इच्छा शक्ति नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में बैठे नेता नूराकुश्ती में व्यस्त है और जनता के कार्यों की ओर उनका ध्यान नहीं है। उन्होंने कहा कि आज देशभर के छात्र अपने भविष्य को लेकर आशंकित है और केन्द्र सरकार की नेशनल टेस्टिंग एजेन्सी द्वारा करवायी गयी नीट-2024 परीक्षा में पेपर लीक पर केन्द्र सरकार से जवाब चाहते है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देशभर के छात्रों को न्याय दिलवाने के लिए संघर्ष करने में किसी प्रकार की कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
इस अवसर पर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, विधायक रफीक खान, हाकम अली, मनोज मेघवाल, अमीन कागजी, अमित चाचाण, वीरेन्द्र सिंह, घनश्याम मेहर, भीमराज भाटी, भगवाना राम सैनी, श्रीमती शिमला नायक, डूंगरराम गेदर, प्रशान्त सहदेव शर्मा, पीतराम काला, डॉ. विकास चौधरी, श्रीमती अनिता जाटव, पूर्व मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह खाचरियावास, श्रीमती ममता भूपेश, श्रीमती शकुन्तला रावत, बाबूलाल नागर, श्रीमती जाहिदा खान, बृजकिशोर शर्मा,
श्रीमती नसीम अख्तर, डॉ. राजकुमार शर्मा, पूर्व विधायक नवरंग सिंह, श्रीमती कृष्णा पूनियां, श्रीमती गंगा देवी वर्मा, प्रशान्त बैरवा, इन्द्राज गुर्जर, जी. आर. खटाणा, श्रीमती प्रीति गजेन्द्र सिंह शक्तावत, लोकसभा प्रत्याशी रामचन्द्र चौधरी, अनिल चौपड़ा, ताराचन्द मीणा, श्रीमती संगीता बेनीवाल, प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारी ललित तूनवाल, रामविलास चौधरी, रामसिंह कस्वां, पुष्पेन्द्र भारद्वाज, स्वर्णिम चतुर्वेदी, आर.सी. चौधरी, मोहन डागर, राजेश चौधरी, गजेन्द्र सिंह संाखला, फूल सिंह ओला, हिम्मत सिंह गुर्जर, राहुल भाकर, रघुवीर सिंह राठौड़, पूर्व चेयरमेन मुमताज मसीह,
रामसिंह राव, जिला कांग्रेस अध्यक्ष आर. आर. तिवाड़ी, गोपाल मीणा, इन्द्राज खीचड़, रविन्द्र त्यागी, कार्यकारी अध्यक्ष राजेन्द्र यादव, विधायक सी. एल. प्रेमी बैरवा, विधायक जाकिर हुसैन गैसावत, दिनेश सूपा, श्रीमती सुनिता गठाला, हरिप्रसाद बैरवा, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती राखी गौतम, एनएसयूआई अध्यक्ष विनोद जाखड़, युवा कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यशवीर सूरा, हरसहाय यादव, सी. बी. यादव, महेन्द्र राजोरिया, श्रीमती द्रोपदी कोली, अभिषेक चौधरी, विजेन्द्र सिंह, मनीष मक्कासर, शिवकान्त नंदवाना, श्रीमती तारा बेनीवाल, शहजाद खान (सूरसागर), गिरिराज खण्डेलवाल, राजेन्द्र सैन, संजीता सिहाग सहित अनेक कांग्रेजसन शामिल हुए।
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