सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के जीवित सेनानी एकत्रित हुए

० आशा पटेल ० 
बापू के सेवाग्राम में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के 5 जून 1974 के सम्पूर्ण क्रांति के आह्वान के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर देशभर के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन के जीवित सेनानी एकत्रित हुए और दो दिनों तक आंदोलन की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, विषयवस्तु , चुनौतियां, सफलताएं और विफलताओं पर सघन चर्चा की तथा आज देश के समक्ष उत्पन्न राजनीतिक , आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक , सांस्कृतिक तथा अन्य गंभीर चुनौतियों का सामना करने का आत्म आह्वान के साथ जन आह्वान का प्रस्ताव पारित किया ।
इस अवसर पर सम्पूर्ण क्रांति घोषणा के 50 वर्ष : मूल्य,लक्ष्य और मुक्त चिंतन ( व्याख्यान संकलन) का लोकार्पण भी हुआ । इस समागम में तरुण शांति सेना, छात्र युवा संघर्ष वाहिनी, सिटीजंस फॉर डेमोक्रेसी, सर्व सेवा संघ, सर्वोदय मंडल, लोकतांत्रिक राष्ट्रनिर्माण अभियान, जे पी फाउंडेशन तथा अन्य संगठनों ने भागीदारी की ।

टिप्पणियाँ

तरुण शान्ति सेना के रामधीराज सिंह सहित वे लोग शामिल हुए होंगे जिन्होंने सर्व सेवा संघ के वाराणसी संस्थान को धवस्थ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही नहीं जेल जाने की ढोंग कर माला पहनते हुए बाहर निकल आए। क्या आज जे पी या कोई अन्य संपूर्ण क्रांति के सेनानी होते तो जमानत ले कर सावरकर की तरह माफी वीर बनकर जेल से बाहर आ गए होते। ऐसा इतिहास तो किसी सेनानी की मेरी जान कारी में नहीं है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

वाणी का डिक्टेटर – कबीर