जय जगन्नाथ’ से गुंजायमान हुई गुलाबी नगरी,हरे कृष्ण मूवमेंट द्वारा निकली रथयात्रा
० आशा पटेल ०
जयपुर। जब भगवान् जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले तो पूरी गुलाबी नगरी ‘जय जगन्नाथ’ के स्वर के साथ गुंजायमान हो गई| भक्तों ने अपने हाथों से भगवान् का रथ खींचकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया| इस भव्य रथ यात्रा का आयोजन हरे कृष्ण मूवमेंट जयपुर के द्वारा किया गया जिसमे जयपुर के कोने कोने से लाखों भक्त सम्मिलित हुए और उन्होंने रथ पर सवार भगवान् के नयनाभिराम दर्शन किये|
मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने रथयात्रा के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की द्वारकाधीश भगवान् श्री कृष्ण को वृन्दावन वापिस ले जाने के लिए वृन्दावन वासियों ने भगवान् का रथ अपने हाथ से खींचा था, भगवान् कृष्ण वृन्दावन वासियों के इस प्रेम को देखकर भाव विभोर हो गए थे इसी की याद में हर वर्ष रथ यात्रा का आयोजन होता है |
जयपुर। जब भगवान् जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले तो पूरी गुलाबी नगरी ‘जय जगन्नाथ’ के स्वर के साथ गुंजायमान हो गई| भक्तों ने अपने हाथों से भगवान् का रथ खींचकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया| इस भव्य रथ यात्रा का आयोजन हरे कृष्ण मूवमेंट जयपुर के द्वारा किया गया जिसमे जयपुर के कोने कोने से लाखों भक्त सम्मिलित हुए और उन्होंने रथ पर सवार भगवान् के नयनाभिराम दर्शन किये|
हरे कृष्ण मूवमेंट की वार्षिक भव्य रथयात्रा का शुभारम्भ जयपुर होटल (कलेक्टरेट सर्कल के पास) से हुआ इसके बाद खासा कोठी पुलिया, गवर्नमेंट हॉस्टल चौराहा (एमआई रोड), पांच बत्ती सर्किल से अजमेरी गेट फिर न्यू गेट से होते हुए अल्बर्ट हॉल म्यूजियम रोड की ओर से शिव सत्संग भवन पर यात्रा समाप्त हुई | रथ यात्रा के मुख्य अतिथि थे विधायक गोपाल शर्मा, विनायक शर्मा,
अरुण चतुर्वेदी ( पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भाजपा) और ओमप्रकश मोदी| भगवान् जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा हाइड्रोलिक रथ पर सवार होकर गुलाबी नगरी में भक्तों को आशीर्वाद देने के लिए निकले उनके रथ को बहुत ही सुन्दर फूलों और रंग बिरंगी रौशनी से सजाया गया, भगवान् के सुन्दर रथ के साथ श्री गौर निताई आगे चल रहे थे, हजारों भक्तगण रथ को हाथों से खींचते हुए आगे बढ़ रहे थे और करताल और मृदंग के साथ भगवान् का गुणगान करते हुए नृत्य कर रहे थे
मंदिर के अध्यक्ष अमितासन दास ने रथयात्रा के धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया की द्वारकाधीश भगवान् श्री कृष्ण को वृन्दावन वापिस ले जाने के लिए वृन्दावन वासियों ने भगवान् का रथ अपने हाथ से खींचा था, भगवान् कृष्ण वृन्दावन वासियों के इस प्रेम को देखकर भाव विभोर हो गए थे इसी की याद में हर वर्ष रथ यात्रा का आयोजन होता है |
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