बुराड़ी में बच्चों के लिए चल रही हैं 'उत्तराखंडी बोली भाषा' की शिक्षण कक्षाएं

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली : उत्तराखंड प्रवासी संगठन लोनी (एन.सी.आर.) एवं रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (रजि.) बुराड़ी के संयुक्त संयोजन से उत्तराखंडी बोली भाषा की शिक्षण कक्षायें प्रत्येक रविवार को सुचारु रूप से चल रही हैं l नत्थूपुरा बुराड़ी केन्द्र में मुख्य अतिथि लोकगायक कृपाल उप्रेती  ने बच्चों को अपनी संस्कृति व बोली भाषा के बारे में विशेष महत्व की बात कही और डॉक्टर विनोद बछेती का आभार व्यक्त करते हुए बहुत सराहना की l
पिछले दो महीने से बुराड़ी के शास्त्री पार्क में उत्तराखंडी बोली भाषा की कक्षाओं का आयोजन प्रत्येक रविवार किया जा है, जिसमें उत्तराखंड के वे बच्चे जो दिल्ली में रहकर अपनी भाषा से महरूम रहे गये हैं बड़ी तादाद में भाग ले रहे हैं l बच्चों के साथ -साथ उनके माता पिता भी बच्चों के उत्साह को देखकर इन कक्षाओं में भाग ले रहें हैं l हप्ते में एक दिन चलने वाले इस कक्षा में बच्चों को उत्तराखंडी बोली के साथ- साथ उत्तराखंड के सांस्कृतिक महत्व और देवभूमि की फोक गायिकी से भी रबरू कराया जा रहा है l

 कक्षा में बड़ी तादाद में बच्चों के अलाव कॉलोनी के व्यक्तियों में सर्वेश ठाकुर (प्रधान आर. डब्ल्यू. ए.) हरीश कठोईया , हरीश भारद्वाज, डॉक्टर भारत सत्यवली  बाला दत्त जोशी , दीपक सती, नरेंद्र सिंह रौतेला, विनोद सत्यवली, भूवन पपनोई, देवेन्द्र कुमार, गुलाब शाह, शेखर कुमार, प्रेम बल्लभ शर्मा , मोहन शर्मा, दिनेश जोशी , आनन्द सनवाल एवं पूरे कॉलोनी की मातृ शक्ति की भी उपस्थिति रही जिसमें केंद्र प्रमुख व शिक्षिकाएं सुनीता सत्यवली बबीता मनराल, लीला सत्यवली, एवं बोली भाषा का ज्ञान ले रहे कॉलोनी के लगभग 55 बच्चों की उपस्थिति रही I

लोकगायक कृपाल उप्रेती ने अपनी गायकी से सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया एवं दो हफ्तों से तैयारी कर रहे बाल कलाकारों ने भी लाजवाब उत्तराखंडी सांस्कृतिक कार्यक्रम व डांस कर सभी को अपनी कला का परिचय दिया l  शिक्षण क्लास मे व्यवस्था अजीत मेहता द्वारा बच्चों को आवंटित की गयी, जो की एक कर्मठ समाज सेवक हैं l उत्तराखण्ड लोक भाषा साहित्य मंच, दिल्ली तथा डी.पी.एम.आई. के प्रबंध निदेशक एवं उत्तराखंडी बोली भाषा शिक्षण के संयोजक डॉक्टर विनोद बछेती का हार्दिक आभार व्यक्त किया l

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