विवेक कुमार देवांगन को इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स द्वारा 2024 का ‘विशिष्ट फेलो’ पुरस्कार प्रदान किया गया

० योगेश भट्ट ० 
गुरुग्राम : विवेक कुमार देवांगन, आईएएस, सीएमडी, आरईसी लिमिटेड को 2024 डायरेक्टर्स कॉन्क्लेव और 34वें आईओडी वार्षिक दिवस पर ‘विशिष्ट फेलो’ पुरस्कार मिला। इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स ने कॉर्पोरेट क्षेत्र में व्यक्तियों के अनुकरणीय नेतृत्व और योगदान को मान्यता देने और सम्मानित करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया।  केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने देवांगन को ‘विशिष्ट फेलो’ पुरस्कार प्रदान किया, जिसमें आरईसी लिमिटेड को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनके उत्कृष्ट समर्पण और अभिनव दृष्टिकोण को मान्यता दी गई।

यह पुरस्कार देवांगन के दूरदर्शी नेतृत्व को मान्यता देता है, जो बुनियादी ढांचे के विकास और नवाचार को बढ़ावा देने तथा सर्वांगीण समृद्धि को बढ़ावा देने में योगदान देता है। उनके योगदान ने ऊर्जा क्षेत्र में भारत की वैश्विक स्थिति को और मजबूत किया है। इस मौके पर देवांगन ने कहा, "मैं इस पुरस्कार को पाकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूँ, और विनम्रता से इसे स्वीकार करता हूं। यह सम्मान ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार करने और नेतृत्व करने के लिए आरईसी में हमारी सामूहिक महत्वाकांक्षा का प्रतिबिंब है। यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है, 

क्योंकि यह उत्कृष्टता और स्थिरता के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता को स्वीकार करता है। मैं इस पुरस्कार को इस वादे के साथ स्वीकार करता हूँ कि हम अपने देश के लिए एक उज्जवल, हरित भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में अपनी यात्रा जारी रखेंगे। इस प्रतिष्ठित मान्यता के लिए मैं इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स को हार्दिक धन्यवाद देता हूँ।" देवांगन के दूरदर्शी नेतृत्व में, आरईसी ने उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं और बिजली वित्त क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं। उनकी रणनीतिक पहल और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता ने कंपनी के विकास और ऊर्जा स्थिरता में राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

उर्दू अकादमी दिल्ली के उर्दू साक्षरता केंद्रों की बहाली के लिए आभार

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

स्वास्थ्य कल्याण होम्योपैथी व योगा कॉलेजों के दीक्षांत में मिली डिग्रियां

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"