इंडियन गोल्ड इंडस्ट्री ने ‘इंडियन एसोसिएशन फॉर गोल्ड एक्सिलेंस एंड स्टैंडर्ड्स की घोषणा की
० योगेश भट्ट ०
मुंबई, इंडियन गोल्ड इंडस्ट्री ने इंडियन एसोसिएशन फॉर गोल्ड एक्सिलेंस एंड स्टैंडर्ड्स (आईएजीईएस) के गठन की घोषणा की। यह एक सेल्फ-रैगुलेटरी संगठन (एसआरओ) है, जिसका निर्माण भारतीय गोल्ड उद्योग ने भारतीय गोल्ड उद्योग के लिए किया है, और जिसे वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का सहयोग होगा।आईएजीईएस का उद्देश्य निष्पक्ष, पारदर्शी और सस्टेनेबल विधियों तथा नियमों के अनुपालन, आचरण संहिता की स्थापना, तथा पूरी मूल्य श्रृंखला में भारतीय गोल्ड उद्योग द्वारा भारतीय गोल्ड उद्योग के लिए निर्मित ऑडिट फ्रेमवर्क शुरू करके भारतीय गोल्ड उद्योग में उपभोक्ता का आत्मविश्वास बढ़ाना और भरोसे में वृद्धि करना है।
मुंबई, इंडियन गोल्ड इंडस्ट्री ने इंडियन एसोसिएशन फॉर गोल्ड एक्सिलेंस एंड स्टैंडर्ड्स (आईएजीईएस) के गठन की घोषणा की। यह एक सेल्फ-रैगुलेटरी संगठन (एसआरओ) है, जिसका निर्माण भारतीय गोल्ड उद्योग ने भारतीय गोल्ड उद्योग के लिए किया है, और जिसे वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का सहयोग होगा।आईएजीईएस का उद्देश्य निष्पक्ष, पारदर्शी और सस्टेनेबल विधियों तथा नियमों के अनुपालन, आचरण संहिता की स्थापना, तथा पूरी मूल्य श्रृंखला में भारतीय गोल्ड उद्योग द्वारा भारतीय गोल्ड उद्योग के लिए निर्मित ऑडिट फ्रेमवर्क शुरू करके भारतीय गोल्ड उद्योग में उपभोक्ता का आत्मविश्वास बढ़ाना और भरोसे में वृद्धि करना है।
इसे वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के रिटेल गोल्ड इन्वेस्टमेंट प्रिंसिपल्स से प्रेरणा मिलेगी। आईएजीईएस का उद्देश्य गोल्ड प्रदाताओं को सर्वश्रेष्ठ विधियाँ और उनके क्रियान्वयन का रोडमैप उपलब्ध कराना है।
आईएजीईएस का गठन राष्ट्रीय औद्योगिक संगठनों, जैसे इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए), ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी काउंसिल ऑफ इंडिया (जीजेसी) और जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा होगा और इसे वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा सपोर्ट किया जाएगा।
आईएजीईएस का गठन राष्ट्रीय औद्योगिक संगठनों, जैसे इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए), ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी काउंसिल ऑफ इंडिया (जीजेसी) और जेम एंड ज्वेलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा होगा और इसे वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल द्वारा सपोर्ट किया जाएगा।
आईएजीईएस का लोगो गोल्ड उद्योग के कल्याण के लिए भारतीय उद्योग के विभिन्न अंशधारकों के साथ आने को प्रदर्शित करता है, और इसके लाल रंग से शुद्धता, प्रतिबद्धता और भारत की विविध संस्कृति प्रदर्शित होती है। आईएजीईएस का शासन स्वतंत्र रूप से और प्रबंधन व्यवसायिक रूप से होगा। इसके द्वारा निर्मित आचरण संहिता उद्योग में हर किसी को उपलब्ध होगी, हालाँकि, इसे अपनाना स्वयं की इच्छा पर निर्भर होगा। आईएजीईएस की सदस्यता के लिए रजिस्ट्रेशंस की घोषणा जल्द ही की जाएगी और यह संगठन 2025 की शुरुआत में काम करना शुरू कर देगा।
सचिन जैन, रीज़नल सीईओ, इंडिया वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने कहा, ‘‘गोल्ड उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह भारत के जीडीपी में लगभग 2 प्रतिशत और रोजगार में 3 से 5 मिलियन का योगदान देता है। भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है, इस समय आईएजीईएस भारत के गोल्ड उद्योग में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल एक सेल्फ-रैगुलेटरी संगठन के निर्माण की जरूरत को बढ़ावा दे रहा है ताकि सर्वश्रेष्ठ विधियों को प्रोत्साहित किया जा सके। आईएजीईएस का लॉन्च भारतीय गोल्ड उद्योग में विश्वास बढ़ाने की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
सैल्फ-रैगुलेशन से अंशधारक एक सस्टेनेबल और भरोसेमंद गोल्ड बाजार का निर्माण कर सकेंगे। आईएजीईएस एक ऐसी पहल है, जिससे भारतीय गोल्ड उद्योग द्वारा अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ने, और एक सस्टेनेबल एवं मजबूत भविष्य का निर्माण करने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल में हम आईएजीईएस में पूरा सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह एक अद्वितीय अभियान है
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