फोटोग्राफी हमारे धरोहर,संस्कृति मूल्यों का जीवंत रखने का एक मात्र माध्यम - गोपाल शर्मा
जयपुर । विश्व फोटोग्राफी दिवस के मौके पर भारतीय सांस्कृतिक ताने-बाने को प्रदर्शित करती राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रदर्शनी पिंक फेस्ट आर्टवोग - दृष्टि नेशनल फोटोग्राफी कंपटीशन और एग्जिबिशन का जयपुर के कलानेरी आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी लगाई गई, प्रदर्शनी का उद्घाटन शहर विधायक गोपाल शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर महंत दीपक गोस्वामी, पद्मश्री शाकिर अली, पूरन सिंह शाहपुरा, रोहित चतुर्वेदी, प्रोफेसर भवानी शंकर, शर्मा, प्रोफेसर चिन्मय मेहता, धर्मेंद्र राठौर, विजय शर्मा, सौम्या शर्मा, संदीप सुमहेन्द्र, महेश स्वामी, शबाना डागर, अमित कल्ला सहित कई बुद्धिजीवी उपस्थित थे।
पिंक फेस्ट आर्ट वॉग के फाउंडर डायरेक्टर सत्यजीत तालुकदार के अनुसार राष्ट्रीय प्रदर्शनी में देशभर से प्राप्त 200 से भी अधिक प्रविष्टियों में से 64 सिलेक्टेड चित्रों की प्रदर्शनी लगाई गई मुख्य रूप से विश्व भारती शांतिनिकेतन, बड़ौदा स्कूल आफ आर्ट, दिल्ली स्कूल आफ आर्ट, जेजे स्कूल आफ आर्ट्स, आईआईटी कानपुर, चेन्नई, चंडीगढ़ व गुवाहाटी के प्रोफेशनल फोटोग्राफी ने इसमें भाग लिया। प्रदर्शनी 18 अगस्त से 25 अगस्त तक आमजन के लिए खुली रहेगी। 22 से 25 तक फोटोग्राफी के विभिन्न आयाम संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
इस श्रृंखला में फोटोग्राफी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया है जिसमें टेक्सन उपक्रम द्वारा साठ हजार से अधिक राशि के कमलेश मेमोरियल अवार्ड दिए जाएंगे । इस श्रृंखला में फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं को टेक्सन उपक्रम द्वारा साठ हजार से अधिक राशि के कमलेश मेमोरियल अवार्ड दिए जाएंगे । विजेताओं के नामो की 22 तारीख को घोषणा की जाएगी । प्रदर्शनी की कन्वीनर अनु सोगानी ने बताया, प्रदर्शनी में प्रदर्शित चित्रों को हेरिटेज इमोशंस और क्रिएटिविटी तीन कैटिगरी में बांटा गया ।
जिसमें ब्रोकन उमा स्त्री मन, स्थिति व दृढ़ता को दर्शाती क्रिएटिव श्रेणी की है फोटोग्राफ बरबस ही आपका ध्यान आकर्षित करती है, वही राजस्थान की मोनालिसा, कोलकाता से मुखो मुकुश, महाराष्ट्र की पापी पेट के लिए, लोटस टेंपल ए रिफ्लेक्शन, अनब्रेकेबल बॉन्ड मदर एंड डॉटर, ब्यूटी इन नेचर, प्रेयर ऑफ़ हैप्पीनेस, केयरिंग मदर जैसी कृतियों मानो आपसे संवाद करती प्रतीत होती हैं। इन फोटोग्राफ्स के पीछे लेंस के माध्यम से फोटो कलाकार कला व संवेदनाओं के माध्यम से अपनी बात आप तक पहुंचाना चाहते हैं।
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