शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज 18 अक्टूबर को गौ ध्वज की स्थापना करेंगे
० आशा पटेल ०
जयपुर। गौ हत्या मुक्त भारत बनाने हेतु सनातनधर्मी अब एक जुट हो कर देश भर में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के बेनर के नीचे ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के मार्गदर्शन में एकजुट हो गए हैं| वेद, उपनिषद्, पुराणों सहित समस्त धर्मशास्त्रों में गौ की महिमा की चर्चा की गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है। यही सनातनधर्मी हिंदुओं की पवित्र भावना और आस्था है। इसी भावना को लेकर संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने, गौ हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए चलाए जा रहे गौ प्रतिष्ठा आंदोलन अब राजस्थान में भी पूरे जोरशोर से चलाया जाएगा।
जयपुर। गौ हत्या मुक्त भारत बनाने हेतु सनातनधर्मी अब एक जुट हो कर देश भर में गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के बेनर के नीचे ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के मार्गदर्शन में एकजुट हो गए हैं| वेद, उपनिषद्, पुराणों सहित समस्त धर्मशास्त्रों में गौ की महिमा की चर्चा की गई है। गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है। यही सनातनधर्मी हिंदुओं की पवित्र भावना और आस्था है। इसी भावना को लेकर संविधान एवं कानून में गाय को राज्य सूची से हटाकर केन्द्रीय सूची में प्रतिष्ठित कर गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने, गौ हत्या मुक्त भारत बनाने के लिए चलाए जा रहे गौ प्रतिष्ठा आंदोलन अब राजस्थान में भी पूरे जोरशोर से चलाया जाएगा।
जयपुर पहुंचे यात्रा के सह संयोजक गोभक्त विकास पाटनी, अखिलेश ब्रह्मचारी, प्रदेश यात्रा संयोजक बाबूलाल जांगिड़, ताराचंद कोठारी ने बताया कि ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के निर्देशन एवं नेतृत्व में गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा निकाली गई है जो कि 26 अक्टूबर तक जारी रहेगी। यात्रा देश के सभी राज्यों की राजधानियों तक जाएगी तथा वहां एक गौ ध्वज की स्थापना की जाएगी। राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानन्द महाराज 18 अक्टूबर को गौ ध्वज की स्थापना करेंगे।
गो संसद चुरू से पधारे गौ ध्वज स्थापना यात्रा के प्रदेश संयोजक बाबूलाल जांगिड ने बताया कि गौ प्रतिष्ठा आंदोलन के संयोजक गोपाल मणि महाराज भी यात्रा की सफलता के लिए शंकराचार्य के साथ रहेंगे। इस यात्रा के दौरान प्रत्येक राज्य की राजधानी में विशाल गौ प्रतिष्ठा सम्मेलन होगा। इसका श्रीगणेश अयोध्या से हो चूका है । यात्रा पूर्व, पश्चिम, दक्षिण, उत्तर होते हुए 26 अक्टूबर को देश की राजधानी दिल्ली में पूर्ण होगी।
गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के बाद नई दिल्ली में गोपाष्टमी पर 7 से 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गौ प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा। इसमें गौहत्या के कलंक को मिटाकर गौमाता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
गौ ध्वज स्थापना भारत यात्रा के बाद नई दिल्ली में गोपाष्टमी पर 7 से 9 नवंबर को तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी गौ प्रतिष्ठा महासम्मेलन होगा। इसमें गौहत्या के कलंक को मिटाकर गौमाता को राष्ट्रमाता की प्रतिष्ठा दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
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