देश में अमन व शांति का माहौल बनाए रखना ज़रूरी : डॉ इदरीस कुरैशी
० संवाददाता द्वारा ०
नयी दिल्ली - मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. इदरीस क़ुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है कि कोई भी सरकार किसी व्यक्ति के घर पर बुलडोजर नहीं चला सकती, भले ही वह व्यक्ति दोषी ही क्यों न हो। देश में क़ानून की सर्वोच्चता ज़रूरी है, सरकार की मनमर्ज़ी नहीं ? डॉ. इदरीस क़ुरैशी ने गहरा अफ़सोस व्यक्त किया कि नीतीश राणे जैसे लोग खुलेआम पूरे देश को धमकी दे रहे हैं और सरकार उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
नयी दिल्ली - मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. इदरीस क़ुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई है कि कोई भी सरकार किसी व्यक्ति के घर पर बुलडोजर नहीं चला सकती, भले ही वह व्यक्ति दोषी ही क्यों न हो। देश में क़ानून की सर्वोच्चता ज़रूरी है, सरकार की मनमर्ज़ी नहीं ? डॉ. इदरीस क़ुरैशी ने गहरा अफ़सोस व्यक्त किया कि नीतीश राणे जैसे लोग खुलेआम पूरे देश को धमकी दे रहे हैं और सरकार उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
वे नफ़रत फैला रहे हैं और सरकार और जनता के चुने हुए प्रतिनिधि जो पदों पर बैठे हैं वह क़ानून की शपथ ले कर भी वे क़ानून का उल्लंघन कर रहे हैं, और सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई आख़िर क्यों नहीं कर रही है। उन्होंने मांग की कि सरकार को ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि सामाजिक ताना-बाना कायम रहे।
डॉ. इदरीस ने सरकार से वक़्फ़ संशोधन बिल को तुरंत वापस लेने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों की धार्मिक आस्था में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करे। एक भी व्यक्ति ने ऐसी मांग नहीं की थी। फिर सरकार को क्या ज़रूरत थी, कि वो इस तरह बिल लेकर आईं? अगर सरकार देश का विकास देखना चाहती है तो देश में अमन व शांति का माहौल बनाए रखना ज़रूरी है।
डॉ. इदरीस ने सरकार से वक़्फ़ संशोधन बिल को तुरंत वापस लेने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार को लोगों की धार्मिक आस्था में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करे। एक भी व्यक्ति ने ऐसी मांग नहीं की थी। फिर सरकार को क्या ज़रूरत थी, कि वो इस तरह बिल लेकर आईं? अगर सरकार देश का विकास देखना चाहती है तो देश में अमन व शांति का माहौल बनाए रखना ज़रूरी है।
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