एल्सटॉम ने दिल्ली मेट्रो को पहला ट्रेनसेट सौंपा
० योगेश भट्ट ०
नयी दिल्ली : एल्सटॉम ने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन फेज IV के लिए पहली मेट्रोपोलिस मेट्रो ट्रेन सौंप दी है। यह मेट्रो ट्रेन श्रीसिटी (आंध्र प्रदेश) में मैनुफैक्चरिंग सुविधा में बनाई गई है। GOA 4 ड्राईवरलेस फीचर के साथ इन 100 प्रतिशत मेड-इन-इंडिया ट्रेनों की चलने की सुरक्षित गति 95 किलोमीटर प्रति घंटा तथा ऑपरेशनल स्पीड 85 किलोमीटर प्रति घंटा है। फेज 4 कॉरिडोर के लिए पहला ट्रेन सेट सौंपे जाने के बारे में डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. विकास कुमार ने कहा, “आज दिल्ली मेट्रो परिवार के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है जब फेज IV कॉरिडोर का संचालन शुरू करने की ओर हमने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस नए चरण के विस्तार के लिए पहला ट्रेन सेट आज श्री सिटी से रवाना किया जा रहा है। हम यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा और पर्यावरण के अनुकूल यात्रा का एक नया युग शुरू करने के लिए उत्साहित हैं।”इस उपलब्धि पर एल्सटॉम इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, ओलिवियर लॉयसन ने कहा, “हमें दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के साथ अपनी साझेदारी पर गर्व है। यह हमारे गठबंधन के सफर में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हमारी स्थानीय स्तर पर निर्मित ये अत्याधुनिक मेट्रोपोलिस मेट्रो ट्रेनें यहाँ के नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में मुख्य भूमिका निभाएंगी, और शहर के संपूर्ण विकास में योगदान देंगी।
हर ट्रेन में 6 कारों के साथ 52 ट्रेनसेट्स का यह ऑर्डर एल्सटॉम को नवंबर 2022 में दिया गया था। यह प्रोजेक्ट डीएमआरसी की तीन अलग-अलग लाईन्स के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिनमें से दो लाईन्स मौजूदा लाइन 7 और लाइन 8 का विस्तार हैं, तथा नई गोल्ड लाइन 10 एरोसिटी को तुगलकाबाद से जोड़ती है, जिसकी कुल लंबाई 64.67 किलोमीटर है।
इसका उत्पादन फरवरी 2024 में शुरू किया गया था। यह 312 मिलियन यूरो की परियोजना है, जिसमें नई लाइन के 13 ट्रेनसेट्स का 15 सालों तक रखरखाव भी शामिल है। इस 360-डिग्री समाधान से भारत में मेट्रो सेगमेंट का स्वरूप बदल जाएगा क्योंकि यह दिल्ली मेट्रो की पहली रखरखाव परियोजना है, जो ओईएम को आउटसोर्स की गई है। ये मेट्रोपोलिस ट्रेनें ‘मेक इन इंडिया’ पहल के अंतर्गत भारत में डिज़ाइन की गई हैं, और इनका निर्माण श्री सिटी (आंध्र प्रदेश) के मैनुफैक्चरिंग प्लांट में हुआ है।
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