21 हज़ार रुपए का ईशमधु स्मृति शाकुंतलम सम्मान प्रारंभ किया जाएगा
० आशा पटेल ०
जयपुर। वरिष्ठ पत्रकार,प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव रहे ईश मधु तलवार के जन्म दिवस पर पिंकसिटी प्रेस क्लब जयपुर में उनकी स्मृति में मीडिया : कहाँ से कहां तक विषयक एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया । मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार,कवि और हरिदेव जोशी जन संचार और पत्रकारिता विश्वविद्यालय के गेस्ट फेकल्टी रहे त्रिभुवन ने कहा कि पत्रकारिता चुनौती भरा और जोखिम भरा काम है। आजादी के आंदोलन में पत्रकारों ने अपना बहुत कुछ खोकर भी दायित्व निभाया। आज भी इसकी उतनी ही आवश्यकता है। पत्रकारिता हमें दायित्व बोध के साथ एक शक्ति देता है। उन्होने कहा कि ईशमधु तलवार लोगों को जोड़ने का काम करते थे। उन्होने निर्भयता और निष्पक्षता के साथ पत्रकारिता की।
जयपुर। वरिष्ठ पत्रकार,प्रगतिशील लेखक संघ के महासचिव रहे ईश मधु तलवार के जन्म दिवस पर पिंकसिटी प्रेस क्लब जयपुर में उनकी स्मृति में मीडिया : कहाँ से कहां तक विषयक एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया । मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार,कवि और हरिदेव जोशी जन संचार और पत्रकारिता विश्वविद्यालय के गेस्ट फेकल्टी रहे त्रिभुवन ने कहा कि पत्रकारिता चुनौती भरा और जोखिम भरा काम है। आजादी के आंदोलन में पत्रकारों ने अपना बहुत कुछ खोकर भी दायित्व निभाया। आज भी इसकी उतनी ही आवश्यकता है। पत्रकारिता हमें दायित्व बोध के साथ एक शक्ति देता है। उन्होने कहा कि ईशमधु तलवार लोगों को जोड़ने का काम करते थे। उन्होने निर्भयता और निष्पक्षता के साथ पत्रकारिता की।
संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ व्यंग्यकार और राजस्थान प्रगतिशील लेखक संघ के कार्यकारी अध्यक्ष फारूक आफरीदी ने कहा कि देश इस समय एक संक्रमण काल से गुजर रहा है। इसमें मीडिया की विश्वसनीयता को बचाने की जरूरत है।बहुत कम मीडिया पर्सन और समाचार पत्र जन लोकपाल की भूमिका निभा रहे हैं। जन की चिंता को लेकर मीडिया बहुत कम सजग है। आम आदमी की बढ़ती मुश्किलों पर मीडिया को और अधिक गौर करने की जरूरत है।आज की पत्रकारिता पर सत्ता उन्मुख होने के आरोप लगते हैं। यह लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है।
प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया दोनों की स्थिति चिंताजनक है। मीडिया को लोकोन्मुखी बनाने के लिए लोक को ही आगे आना पड़ेगा।उन्होंने कहा कि तलवार अच्छे पत्रकार के साथ अच्छे साहित्यकार भी थे। उनकी भाषा समृद्ध थी।साहित्य को बाजारवाद से मुक्त करने के लिए उन्होने जन साहित्य उत्सव की नींव रखी और देश विदेश के साहित्यकारों इस आंदोलन से जोड़ा। वरिष्ठ कवि प्रेमचन्द गांधी और स्व. तलवार के सुपुत्र डॉ. अनीश तलवार ने कहा कि भारतेंदु साहित्य संस्थान को पुनर्जीवित किया जायेगा और 21 हज़ार रुपए का ईशमधु स्मृति शाकुंतलम सम्मान प्रारंभ किया जाएगा।पत्रकार सुनीता चतुर्वेदी ने संचालन किया।सवाई सिंह, पत्रकार रोशनलाल शर्मा, ऋषिकेश राजोरिया ने भी विचार व्यक्त किए।
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