निम्स के डॉ.तोमर ‘वर्ल्ड हेल्थ समिट’ अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए
० आशा पटेल ०
जयपुर | जर्मन चांसलर, फ्रांसीसी राष्ट्रपति एवं वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस हैं वर्ल्ड हेल्थ समिट के संरक्षक, डॉ टेड्रॉस, डॉ एक्सल प्रीस –वर्ल्ड हेल्थ समिट के अध्यक्ष एवं 100 से अधिक देशों के क़रीब 1500 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति में डॉ तोमर को दिया प्रेसीडेंसी का बैटन| डॉ टेड्रॉस ने प्रधानमंत्री मोदी का कोविड को ले के विश्व भर में किए गए सहयोग के लिए सराहना की एवं बताया कि उनकी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा रखा गया उनका नाम “तुलसी भाई” उन्हें आज भी याद हैं|
वर्ल्ड हेल्थ समिट वैश्विक स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच है। यह दुनिया भर से राजनीति, विज्ञान, निजी क्षेत्र के लोगो को एक साथ लाता है ताकि दुनियाभर में सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य के साथ भविष्य का एजेंडा तय किया जा सके । वर्ल्ड हेल्थ समिट,विश्व में वैश्विक स्वास्थ्य को एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दे के रूप में बढ़ावा देता है और संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।
अपनी दूरदर्शी सोच, चिकित्सा शिक्षा में बेहतरीन नेतृत्व एवं उम्दा प्रशासनिक अनुभव से प्रो. तोमर, वर्ल्ड हेल्थ समिट संस्थान को सफलता की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए तैयार हैं। निम्स विश्वविद्यालय ने हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ ऐकडेमिक अलायन्स (जो की अंतरराष्ट्रीय स्वास्थय विश्वविध्यालयो का एक ऐसा समूह हैं को हर वर्ष जर्मनी में “वर्ल्ड हेल्थ समिट”आयोजित करता है) की सदस्यता हासिल की है ।
जयपुर | जर्मन चांसलर, फ्रांसीसी राष्ट्रपति एवं वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस हैं वर्ल्ड हेल्थ समिट के संरक्षक, डॉ टेड्रॉस, डॉ एक्सल प्रीस –वर्ल्ड हेल्थ समिट के अध्यक्ष एवं 100 से अधिक देशों के क़रीब 1500 से अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति में डॉ तोमर को दिया प्रेसीडेंसी का बैटन| डॉ टेड्रॉस ने प्रधानमंत्री मोदी का कोविड को ले के विश्व भर में किए गए सहयोग के लिए सराहना की एवं बताया कि उनकी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा रखा गया उनका नाम “तुलसी भाई” उन्हें आज भी याद हैं|
भारत के शैक्षणिक और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी में, निम्स विश्वविद्यालय राजस्थान के संस्थापक प्रो. (डॉ.) बलवीर एस. तोमर को वर्ल्ड हेल्थ समिट के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति न केवल प्रो. तोमर के असाधारण नेतृत्व और योगदान को मान्यता देती है, बल्कि निम्स विश्वविद्यालय और पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि भी है। यह पहली बार है जब कोई भारतीय वर्ल्ड हेल्थ समिट के वैश्विक सम्मेलन में एक अध्यक्ष के रूप में प्रतिनिधित्व करेगा और इसी के साथ पहली बार कोई भारतीय संस्थान, भारत में 2025 में वर्ल्ड हेल्थ समिट की मेजबानी में करेगा । समिट के मुख्य संरक्षक जर्मन चांसलर, ओलाफ स्कोल्ज़, फ़्रांसीसी राष्ट्रपति- इमैनुएल मैक्रॉन, और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस हैं ।
वर्ल्ड हेल्थ समिट वैश्विक स्वास्थ्य के लिए अंतर्राष्ट्रीय मंच है। यह दुनिया भर से राजनीति, विज्ञान, निजी क्षेत्र के लोगो को एक साथ लाता है ताकि दुनियाभर में सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य के साथ भविष्य का एजेंडा तय किया जा सके । वर्ल्ड हेल्थ समिट,विश्व में वैश्विक स्वास्थ्य को एक प्रमुख राजनीतिक मुद्दे के रूप में बढ़ावा देता है और संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स को सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।
अपनी दूरदर्शी सोच, चिकित्सा शिक्षा में बेहतरीन नेतृत्व एवं उम्दा प्रशासनिक अनुभव से प्रो. तोमर, वर्ल्ड हेल्थ समिट संस्थान को सफलता की नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने के लिए तैयार हैं। निम्स विश्वविद्यालय ने हाल ही में वर्ल्ड हेल्थ ऐकडेमिक अलायन्स (जो की अंतरराष्ट्रीय स्वास्थय विश्वविध्यालयो का एक ऐसा समूह हैं को हर वर्ष जर्मनी में “वर्ल्ड हेल्थ समिट”आयोजित करता है) की सदस्यता हासिल की है ।
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