फजलुर्रहीम वक्फ बिल का विरोध कर रहे थे इसलिए किरोड़ी ने लगाए बेबुनियाद आरोप

० आशा पटेल ० 
जयपुर। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव फजलुर्रहीम ने वक्फ संपत्तियों को खुर्दबुर्द करने के मंत्री किरोड़ीलाल मीना के आरोपों को बेबुनियाद और राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया है । उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दरअसल वे वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे है, इसलिए आरोप लगाए जा रहे हैं। मीना ने जो आरोप लगाए हैं, उनसे जुड़े कई मामले कोर्ट में चल रहे हैं। इस अवसर पर फजलुर्रहीम के अधिवक्ता एम ए खान ने कहा कि 1400 बीघा मंदिर माफी की जमीन बेचने के आरोप सरासर झूठे है। 

जामिया हिदायत के लिए जमीन पट्टेदारों से खरीदी गई है, जिसे राजस्व रिकॉर्ड में जामिया के नाम से दर्ज करवाया गया है। संपत्तियों का आज तक कोई बेचान नहीं किया गया। उन्होंने पुराने मामलों से जुड़े FIR की प्रति भी उपलब्ध कराइ |मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना मोहम्मद फजलुर्रहीम ने आरोपों का पूरी तरह खंडन किया | आमेर और किशनपुरा में सिवायचक और पुलिस को आवंटित जमीनों पर कब्जा करने के आरोपों को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना फजलुर्रहीम ने बेबुनियाद बताया है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव ने कहा कि जमीनों पर कब्जा करने के आरोप झूठे है। 

जमीयत उल हिदाया के सचिव मोहम्मद शोएब ने कहा कि हमने किसी भी वक्फ संपत्ति का बेचान नहीं किया है। आमेर और किशनपुरा में जिस 500 बीघा भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाने के आरोप लगाए है वहां किसी प्रकार की कोई मुस्लिम कॉलोनी नहीं बसी हुई है। किरोड़ी के आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। गौरतलब है कि किरोड़ी लाल मीणा ने पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव पर आमेर मंदिर माफी, सिवायचक, पुलिस विभाग को आवंटित सहित अन्य प्रदेशों की जमीन पर भी अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था।

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