राष्ट्रीय हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग दिवस उत्सव मनाया रतलिया गाँव में
० आशा पटेल ०
राजस्थान रतलिया गाँव । सांगानेर के नज़दीक रातलिया गांव में राष्ट्रीय हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग दिवस का आयोजन किया गया। इस समारोह में कला, क्राफ्ट और डिजाइन के क्षेत्र के कलाविज्ञों, शिल्पकारों, कारीगरों और डिजाइनरों ने भाग लिया। जाजम बैठक और नीली चाय की चुस्कियों के साथ इस कार्यक्रम में सांगानेर की हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग से जुड़े विभिन्न मुद्दों और उनके समाधानों पर चर्चा की गई। इस आयोजन के मुख्य अतिथि युनुस खिमानी थे, जबकि विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रामानंद राठी रहे। फिल्मकार और समीक्षक अशोक आत्रेय ने मुख्य वक्ता के रूप में विचार साझा किए, साथ ही वयोवृद्ध छीपा माधो लाल उदयवाल ने भी अपने अनुभव साझा किए।
राजस्थान रतलिया गाँव । सांगानेर के नज़दीक रातलिया गांव में राष्ट्रीय हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग दिवस का आयोजन किया गया। इस समारोह में कला, क्राफ्ट और डिजाइन के क्षेत्र के कलाविज्ञों, शिल्पकारों, कारीगरों और डिजाइनरों ने भाग लिया। जाजम बैठक और नीली चाय की चुस्कियों के साथ इस कार्यक्रम में सांगानेर की हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग से जुड़े विभिन्न मुद्दों और उनके समाधानों पर चर्चा की गई। इस आयोजन के मुख्य अतिथि युनुस खिमानी थे, जबकि विशिष्ट अतिथि डॉक्टर रामानंद राठी रहे। फिल्मकार और समीक्षक अशोक आत्रेय ने मुख्य वक्ता के रूप में विचार साझा किए, साथ ही वयोवृद्ध छीपा माधो लाल उदयवाल ने भी अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में शिल्पी संस्थान के बृज वल्लभ उदयवाल ने ब्लॉक प्रिंटिंग से जुड़ी विशेष जानकारी दी। इस अवसर पर विशेष रूप से प्रेम लता सेठी, नवरतन छीपा, दिनेश छीपा, अवधेश पांडे, डॉक्टर संतोष धनोपिया, डॉक्टर जगदीश मीणा और डिजाइनर किरन सहित अनेक हस्तशिल्प कारीगर और ब्लॉक निर्माता शामिल हुए। सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र कुम्भज ने कहा कि 3 दशकों से लंबित सांगानेर को क्राफ्ट सिटी का दर्जा दिए जाने की मांग के लिए अब समय आया है कि हम पुरजोर आवाज़ में सांगानेर विधान सभा के विधायक और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से मांग करें कि वो जल्द से जल्द
सांगानेर को क्राफ्ट सिटी का दर्जा दिलाएं। इसका उद्देश्य पर्यावरणीय संकट से मुक्ति दिलाना है। हम ने इस हेतु सांगानेर के विकास के लिए विशेष आर्थिक पैकेज की मांग की है, साथ ही सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग को खादी की तरह संरक्षण और सब्सिडी प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में शिल्पी संस्थान के बृज वल्लभ उदयवाल ने सांगानेर की हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग के महत्व को रेखांकित करते हुए कारीगरों के कौशल और परंपरागत शिल्प को संरक्षित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को भी उजागर किया। इस उत्सव के माध्यम से एकजुटता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया।
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