अ.भा. तेरापंथ युवक परिषद् ने किया ब्लड डोनेशन का आयोजन

० आशा पटेल ० 
जयपुर | देशभर में राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस का आयोजन किया गया, जिसका भारत सरकार और अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के संयुक्त तत्वावधान में ब्लड डोनेशन NGO कोंक्लेव का मालवीय नगर स्थित अणुविभा जयपुर केन्द्र में किया गया। कोंक्लेव के मुख्य संयोजक हितेश भांड़िया ने बताया कि कार्यक्रम में सभी राज्य सरकारों के द्वारा चयनित रक्तदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं के साथ-साथ स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय से भी सरकारी प्रतिनिधि उपस्थित होकर पारंपरिक वेशभूषा में अद्भूत छठा बिखेरने के साथ-साथ स्वैच्छिक रक्तदान को बढावा देने के लिये 
चिंतन-मंथन करते हुये इस निर्णय पर पहुँचे कि देश भर के सरकारी व गैरसरकारी सगंठनो को एकजुट होकर भारत में जो रक्त की कमी है उसको दूर करने का सामूहिक प्रयास करना चाहिये। इस अवसर पर रक्तदान से सम्बंधित अनेको समसामायिक विषयो पर चितंन मंथन कर एक श्वेत पत्र सर्वसम्मति से जारी किया जिसमें आज के टेक्नोलॉजी के युग में एक मोबाईल एप का निर्माण करने के साथ-साथ राष्ट्रीय ब्लड़ बैंक का हर राज्य में निर्माण करने पर सहमति बनी। किस प्रकार स्वयंसेवी सस्थाओ को नवाचार करते हुये नवरक्तदाताओं को आकर्षित करने के प्रयासों पर चर्चा की गई। 
भारत सरकार की तरफ से जिन राज्यों ने वर्ष 2023 में सर्वाधिक रक्तदान करवाया है उन सभी को श्रेष्ठता के हेतु सम्मानित किया गया। जिसमें उत्तर पश्चिम के राज्यों में सिक्किम को द्वितीय स्थान ओर मिजोरम को प्रथम स्थान, इसी क्रम में केन्द्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ को द्वितीय ओर दिल्ली को प्रथम ओर सर्वश्रेष्ठ रक्तदान करने वालों में पंजाब को तृतीय, गोवा को द्वितीय, हरियाणा को प्रथम स्थान प्रति दस हजार की आबादी में सर्वाधिक रक्तदान करने के आधार पर दिया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्तर पर एक कॉलर ट्यून, गाना, कार्टून कैरेक्ट र रक्तमान आदि अनेको प्रकार की प्रचार-प्रसार सामग्री का लोकार्पण कर देश को समर्पित किया गया। तेरापंथ युवक परिषद् जयपुर के द्वारा लोढा इम्पेक्स के सौजन्य से Blood Artistc Studio का भी प्रदर्शन किया गया। तेयुप जयपुर के अध्यक्ष  गौतम बरड़िया ने बताया कि स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देने और नई पीढ़ी में जागरूकता लाने के उद्देश्य से रक्तदान की थीम पर केन्द्रित 200 से अधिक उत्पादो की विस्तृत श्रृंखला की प्रदर्शिनी प्रस्तुत की गई, जिसमें नवल डागा द्वारा निर्मित वंदनवार, टेबिल कवर, साडी, टी-शर्ट,

 छाता, रूमाल, चश्मा, जूते, पर्दे के कपडे, फोटो फ्रेम, कुशन कवर, शॉल एवम् विभिन्न प्रकार की सजावटी और उपयोगी जनउपयोगी सामग्री पर रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाने वाले स्लोगन के माध्यम से विभिन्न प्रकार के रचनात्मक और प्रतीकात्मक उत्पादों के द्वारा रक्तदान के प्रति जागरूक किया गया।
विश्व की सबसे बड़ी रक्तदाता संस्था अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा ने कहा कि देशभर में हमारी 350 शाखा परिषदें सेवा, संस्कार, संगठन के क्षेत्र में निरन्तर कार्य कर रही हैं। सेवा के उपक्रम को आगे बढ़ाते हुये मेगा ब्लड डोनेशन ड्राईव के अंतर्गत रक्तदान के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो के बेहतर प्रबंध और प्रतिनिधित्व के लिये एनजीओ का एक संघ बनाया जाये,

 जिसमें अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् देश भर के एनजीओ को ना केवल सहयोग करेगा अपितु पूरे देश भर में रक्तदान के सशक्त नेटवर्क का भी निर्माण करेगा। कार्यक्रम के प्रायोजक दलपत लोढ़ा ने कहा कि रक्तदान करना बहुत सरल है और जीवन के लिए इसका प्रभाव व्यापक है। रक्तदान को जन आंदोलन बनाने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ-साथ तेरापंथ युवक परिषद की उल्लेखनीय भूमिका रही हैं। प्रतापराव गणपत राव जाधव स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री, भारत सरकार ने बताया कि रक्तदाताओं ने अपने रक्त के माध्यम से जीवन रूपी उपहार आमजन को प्रद्वत किया हैं।

 हम सभी साथ मिलकर एक ऐसा भारत बनाने का प्रयास करें जहाँ जरूरतमंद प्रत्येक व्यक्ति को सुरक्षित रक्त मिल सके। डॉ अतुल गोयल स्वास्थ्य महानिदेशक, भारत सरकार ने बताया कि एक स्वस्थ, मजबूत भारत के निर्माण में स्वैच्छिक रक्तदान की शक्ति का आज लोगो के उत्साह में दिख रहा हैं। रक्तदाताओं के निस्वार्थ सेवा कार्यों का प्रोत्साहित करने के लिए हम मंथन कर रहे हैं। डॉ मेघा प्रवीण खोबरागड़े सहायक महानिदेशक (एमओएचएफडब्ल्यू) भारत सरकार ने बताया कि रक्तदाताओं, गैर सरकारी संगठनों और स्वास्थ्य सेवाकर्मियों के अथक प्रयासों से आज हम रक्तदान के कीर्तिमान नए मुकाम पर पहुँच चुके है।

 रक्तदान के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए हम सभी में समर्पण के साथ-साथ स्वस्थ भारत के निर्माण में जिम्मेदारी की गहरी भावना होनी चाहिए। शाहीन अली खान निदेशक राज्य रक्त संचरण परिषद राजस्थान सरकार ने बताया कि कोविड जैसी महामारी आपात स्थितियों के दौरान अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के साथ-साथ अन्य गैर सरकारी संस्थाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया हैं। दुर्घटना के शिकार लोगों से लेकर गंभीर स्थिति वाले रोगियों तक हर समय हमारे स्वैच्छिक रक्तदाता सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक स्तम्भ है।

रक्त केन्द्रो ने सुरक्षित संग्रह, भंडारण और वितरण सुनिश्चित करके स्वैच्छिक रक्तदान का समर्थन करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। रक्तदान के बारे में मिथको को दूर करने और अधिक युवाओं को इस पवित्र काम में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सार्वजनिक शिक्षा महत्वपूर्ण है। यहाँ एक तरफ तो केरला से आये हुये केरला पुलिस के अधिकारियों ने किस प्रकार पुलिस द्वारा रक्तदान का आयोजन किया जाता है कैसे पुलिस की एप से रक्तदान को जोडा जाता है वही नागालैंड, और मेघालय से आये हुये प्रतिभागीयो ने पहाड़ी क्षेत्रों में कैसे एक-एक रक्तदाताओ को पहाडों से बुलाकर रक्तदान किया जाता है 

वही अंडमान निकोबार में समुद्री क्षेत्रो में कई बार नाव में चलाकर रक्तदान किये जाने के अपने अनुभव सुनाये। इस अवसर पर अनेकों एनजीओ जैसे विकसित शो-शो कल्चर गोवा पुवी फाउन्डेशन, पुंडिचेरी आवास ऐहसास फाउन्डेशन, जम्मु कश्मीरी फेडरेशन ऑफ ऑर्गेनाइजेशन, मणिपुर नागा ब्लड डोनर, नागालेण्ड संत निरंकारी मंडल, राशन रसीद फाउंडेशन, अल जिगिंम वॉलेन्ड्री ब्लड डोनर आर्गेनाइजर, प्लेटलेट तमिलनाडु आदि एनजीओ प्रमुख है। कार्यक्रम का कुशल संचालन कपिल दुगड़ के साथ-साथ तेयुप व किशोर मण्डल जयपुर के पदाधिकारियों, कार्यसमिति सदस्यों का श्रम बहुत ही उल्लेखनीय रहा।

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