2024 पिलानी दीक्षांत समारोह में 1800 से अधिक स्नातकों को डिग्री प्रदान की गई

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली : बिट्स (BITS) पिलानी ने अपने पिलानी कैम्पस में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया, जिसमें बीई, एमएससी, एमई और पीएचडी प्रोग्राम्स के 1,832 छात्रों को डिग्रीज़ प्रदान की गई। इस वर्ष संस्थान ने सभी कैम्पस, प्रोग्राम्स और डब्ल्यूआईएलपी प्रोग्राम्स सहित कुल 15,681 डिग्रीज़ प्रदान कीं। स्टेम में विविधता पर जोर देते हुए, इस वर्ष 3,893 महिलाएँ स्नातक हुईं। इस दीक्षांत समारोह में माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और सीईओ संजय मेहरोत्रा और इसरो के अध्यक्ष डॉ. एस. सोमनाथ जैसे व्यक्तियों की उपस्थिति दर्ज की गई, जिन्होंने उद्योग और शिक्षा जगत के साथ बिट्स पिलानी के मजबूत संबंधों पर जोर देने के साथ ही सभी छात्रों को डिग्री प्रदान की।

शिक्षा के मामले में, बिट्स पिलानी ने राष्ट्रीय स्तर पर 81% और पिलानी कैम्पस में 80% प्लेसमेंट रेट हासिल किया। अन्य छात्रों ने हायर स्टडीज और एंटरप्रेन्योरशिप को करियर के रूप में अपनाया। प्रमुख रिक्रूटमेंट्स आईटी, बैंकिंग और फाइनेंस और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर्स में हुईं। आईटी क्षेत्र ने लगभग 42% प्लेसमेंट में योगदान दिया, जिसमें सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डेटा साइंस, एआई/एमएल, साइबर सिक्योरिटी आदि भूमिकाएँ शामिल थीं, इसके बाद बैंकिंग और फाइनेंस एवं इलेक्ट्रॉनिक्स में क्रमशः 18% और 16% प्लेसमेंट्स हुए। 

शीर्ष रिक्रूटर्स में आईएमसी ट्रेडिंग, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, सिस्को, गोल्डमैन सैक्स और वेल्स फार्गो शामिल थे। हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (एचएफटी) और सप्लाई चेन मैनेजमेंट जैसी उभरती इंडस्ट्रीज़ ने भी इस वर्ष के प्लेसमेंट्स में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसमें टॉवर रिसर्च कैपिटल, आईएमसी, क्वाडआई, ट्रेक्सक्वांट, वेगापे, ओला, माइक्रोन आदि रिक्रूटर्स शामिल थे।

संस्थान ने पीएचडी एनरोलमेंट में बेहतरीन बढ़ोतरी की है, पिछले पाँच सालों में हर साल औसतन 20% की दर से बढ़ते हुए अब यहाँ 2050 से ज्यादा शोधार्थी हैं, जिनमें 42% महिलाएं शामिल हैं। इसके साथ ही, 2023-24 के वित्तीय वर्ष में संस्थान ने 72 शोध परियोजनाओं को मंजूरी दी, जिनकी कुल कीमत ₹81.33 करोड़ है,जो शोध में नए आयाम जोड़ने की प्रतिबद्धता को दिखाता है। इसी साल, बिट्स पिलानी ने 121 नए पेटेंट के लिए आवेदन भी किए, जिससे कुल 419 पेटेंट दर्ज हुए हैं और अब तक 107 को स्वीकृति भी मिल चुकी है। ये उपलब्धियाँ बिट्स पिलानी के शैक्षणिक उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति समर्पण को बखूबी दर्शाती है।

समारोह के दौरान, बिट्स पिलानी के कुलपति प्रोफेसर वी.रामगोपाल राव ने कहा, "एक और प्रतिभाशाली बैच को उनके भविष्य का सफर शुरू करते हुए देखना बिट्स पिलानी के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण क्षण है। हमारे स्नातक विभिन्न क्षेत्रों में पहले से ही बड़ी सफलता प्राप्त कर रहे हैं और मुझे विश्वास है कि वे समाज में बेहतर बदलाव लाकर बिट्स पिलानी की विरासत को आगे बढ़ाएँगे। हमें अपने पूर्व छात्रों का भरपूर समर्थन मिला है, इसके लिए हम उनके अत्यंत आभारी हैं, क्योंकि वे हमारे छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करने और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 विशेष रूप से उभरते क्षेत्रों में, एकेडमिक और पेशेवर दुनिया के बीच के अंतर को खत्म करने में उनका योगदान अमूल्य है।" मुख्य अतिथि, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष, डॉ. एस. सोमनाथ ने कहा, "इसरो में, हमारी आकांक्षा सितारों तक पहुँचने की होती है और बिट्स पिलानी के स्नातकों की आँखों में हमें वही चमक दिखाई देती है। टेक्नोलॉजी में भारत का भविष्य एक ग्लोबल लीडर के रूप में आपके कौशल, समर्पण और हमारी सामूहिक क्षमता पर निर्भर है।"

विशिष्ट अतिथि, माइक्रोन टेक्नोलॉजी के अध्यक्ष और सीईओ, संजय मेहरोत्रा ने कहा, " मुझे गर्व और खुशी है कि मैंने अपने ग्रेजुएशन का सफ़र बिट्स से शुरू किया। यहाँ से मिली मज़बूत नींव ने मुझे न सिर्फ यूएस में यूसी बर्कले तक पहुँचाया, बल्कि एक एंटरप्रेन्योर बनने की राह भी दिखाई। आज के स्नातक कल के इनोवेटर्स और लीडर्स हैं, और जैसे-जैसे हम टेक्नोलॉजी को अपनाने की ओर ध्यान दे रहे हैं, वैसे-वैसे हमें एक समावेशी वातावरण बनाने की जरुरत है, 

जहाँ युवा लोग अन्वेषण कर सकें, सृजन कर सकें और उन्नति कर सकें।" कई पूर्व छात्रों को विभिन्न श्रेणियों में प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। 2024 बिट्स रत्न पुरस्कार परोपकारी और ईइन्फोचिप्स के फाउंडर प्रतुल श्रॉफ को प्रदान किया गया, जिन्होंने बिट्स पिलानी से 1976 में इलेक्ट्रॉनिक्स की डिग्री प्राप्त की थी। सभी कैम्पस के छात्रों को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया, जिसमें पिलानी कैम्पस के पार्थ सारथी पुरकायस्थ को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया, जबकि अनन्या सिंह को सिल्वर मेडल मिला।

एकेडमिक और रिसर्च श्रेणी में, डिस्टिंग्विश्ड एलुमिनस अवार्ड्स 2024 प्रोफेसर सुधीर कुमार, प्रोफेसर लॉरा एच. कार्नेल, टेम्पल यूनिवर्सिटी; शिशिर जोशीपुरा, मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ, प्राज इंडस्ट्रीज़;  विनोद सराफ, एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, विनती ऑर्गेनिक्स; और डॉ. अनिल गुप्ता, चेयरमैन और फाउंडर, माइक्रोटेक ओकाया पॉवर और ओकाया ईवी को प्रदान किया गया। डिस्टिंग्विश्ड सर्विसेस अवार्ड्स 2024 डॉ. सत्य गुप्ता, प्रेसिडेंट वीएलएसआई सोसाइटी ऑफ इंडिया; लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद वालिया, 

इंजीनियर-इन-चीफ, इंडियन आर्मी; और सुंडी नटराजन, को-फाउंडर और बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज़, स्पार्कसॉफ्ट कॉर्पोरेशन को प्रदान किया गया और मानद डॉक्टरेट ऑफ साइंस (डीएससी) डिग्री प्रमाणपत्र संजय मेहरोत्रा को प्रदान किया गया। शैक्षणिक सम्मानों के साथ, इस कार्यक्रम में दो महत्वपूर्ण पुस्तकों का बहुप्रतीक्षित विमोचन भी हुआ। पहली किताब, बिट्स पिलानी, अ जर्नी ऑफ़ इनोवेशंस इन हायर एजुकेशन, प्रो. एल.के. महेश्वरी ने लिखी है, और दूसरी, बिट्स पिलानी ट्रेलब्लेज़र्स, जिसे प्रो. सुधीर कुमार बराई, प्रो. एनवीएम राव, डॉ. रंजन कुमार ठाकुर, और भास्कर एस. अय्यर ने मिलकर लिखा है। दोनों किताबें मैकमिलन ने प्रकाशित की हैं।

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