किसानों के अधिकार के लिए हुए कार्यों से खींवसर का पूरे देश में नाम है : डोटासरा

० संवाददाता द्वारा ० 
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा खींवसर विधानसभा क्षेत्र के चुनावी दौरे पर रहे तथा खींवसर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रतन चौधरी के समर्थन में खींवसर में आयोजित जनसभा को सम्बोधित किया। जनसभा को सम्बोधित करते हुये राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि तेजाजी महाराज की जन्मस्थली-कर्मस्थली खींवसर में सबके बीच उपस्थित होना सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि मंचासीन सवाई सिंह चौधरी हमेशा से जनसेवा में जुटे रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि खेत-खलियानों में कृषि का कार्य कर रहे लोगों के साथ ही समस्त खींवसर वासियों की खुशहाली के लिए सदैव तत्परता के साथ उन्होंने कार्य किया है और क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि आज विधायक हरेन्द्र मिर्धा, सुजानगढ़ विधायक मनोज मेघवाल, जिला कांग्रेस अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत, पूर्व मंत्री मंजू मेघवाल, पूर्व विधायक महेन्द्र चौधरी, पूर्व विधायक चेतन डूडी, विधायक मुकेश भाकर जिन्होंने अपने संघर्ष से नाम कमाया आज आप सभी के बीच कांग्रेस पार्टी के लिए वोट मांगने आए हैं।

 विधायक पूसाराम गोदारा, विधायक श्रीमती शिमला नायक भी आज आप आपके बीच कांग्रेस पार्टी के लिए वोट मांगने आए हैं। उन्होंने कहा कि यह तेजाजी की धरती है, किसान केसरी बलदेव राम मिर्धा जी की धरती है। उन्होंने कहा कि यह धरती नाथूराम मिर्धा और रामनिवास मिर्धा की कर्मस्थली रही है, जिसको नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि आज किसानों को अपनी जमीन पर जो हक का अधिकार मिला है वह हम सभी के पूर्वजों के कारण ही मिला है। उन्होंने कहा कि यह वह धरती है जहां हमारे महान नेता भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. पं. जवाहरलाल नेहरू ने देश में पंचायती राज की स्थापना की। उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग हमारे इन महान नेताओं के संबंध में अनर्गल बातें कर रहे हैं और अगर हम चुप रह जाये तो फिर हम उन्हें श्रद्धांजलि कैसे दे पाएंगे।

 उन्होंने कहा कि लोग अपना काम करें, अपनी बात बताएं, लेकिन महान नेताओं के विरुद्ध बोलने का किसी को अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए 36 काम करने वाले हमारे इन महान नेताओं के विरुद्ध बोलने का अधिकार किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि खींवसर की धरती पर आकर भारतीय जनता पार्टी के नेता सतीश पूनिया ने बांग्लादेश से तुलना की उनका यह बयान निन्दनीय है क्योंकि खींवसर की धरती और खींवसर के लोग पूजनीय हैं। उन्होंने कहा कि खींवसर की धरती से पूरे देश को प्रेरणा मिली है, किसानों के अधिकार के लिए हुए कार्यों से खींवसर का पूरे देश में नाम है, इस भूमि के लिए इस तरह की बात करना भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को शोभा नहीं देता।

 डोटासरा ने कहा कि दस माह पूर्व हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भ्रमित कर झूठ और फरेब फैला कर प्रधानमंत्री के माध्यम से दुष्प्रचार करवा कर राज प्राप्त कर लिया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े वादे भारतीय जनता पार्टी ने किए थे, हरियाणा के बराबर पेट्रोल डीजल के दाम करने का वादा किया था, बाजरे की एमएसपी पर खरीद करने का वादा किया था, एमएसपी को कानून बनाने का वादा किया था और आरोप लगाए थे कि किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ जबकि राजस्थान की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 14000 करोड़ रूपये का किसानों का ऋण माफ किया था। 

भारतीय जनता पार्टी ने बड़े-बड़े वादे किए थे, नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन इस 10 माह के भाजपा के शासन में ना तो महंगाई कम हुई और ना बेरोजगारों को रोजगार मिला, ना किसानों को बीज मिला, ना खाद मिली, ना किसान सम्मान निधि 12000 रूपये की हुई। उन्होंने कहा कि 10 माह के शासन में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने क्या दिया इस पर विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता ने भाजपा को पर्ची से मुख्यमंत्री बनाने का जनादेश नहीं दिया था।

 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा किए गए बड़े-बड़े वादों पर प्रदेश की जनता ने भाजपा को जनादेश यह सोच कर दिया था कि कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए जनकल्याण के कार्यों से और ज्यादा बेहतर अब कार्य होंगे, प्रधानमंत्री जी के इन्हीं वादों पर विश्वास करके भाजपा को जनादेश मिला, किन्तु सत्ता में बैठने के बाद भारतीय जनता पार्टी ने केवल पर्ची खोलकर मुख्यमंत्री बना दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह समझना होगा कि हम गांव में भी पर्ची से सरपंच नहीं बनाते, पंच और सरपंच भी वोट से बनता है, किन्तु भाजपा ने पूरे राजस्थान की जनता के जनादेश का अपमान पर्ची से मुख्यमंत्री बनाकर किया, जिसका खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा। 

उन्होंने कहा कि भाजपा ने ऐसे लोगों को शासन की बागडोर सौंप दी जो खुद का कार्य नहीं करवा सकते, जनता का कार्य क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में 10 माह में भाजपा के पास बताने के लिए एक नई योजना, कोई कार्य या उपलब्धि नहीं है, जो जनता के लिए लागू की गई हो। उन्होंने कहा ना सडक़े बनी, ना बिजली के कनेक्शन मिले, यही भाजपा के शासन में हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर में घूम रहे हैं, भाषण, भ्रमण और भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहली बार अफसर शाही इतनी हावी है कि भाजपा के विधायकों के भी काम नहीं हो रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदेश की जनता से वादा किया था कि कांग्रेस ने 14000 करोड़ का कोऑपरेटिव का किसानों का ऋण माफ किया है और भाजपा के सत्ता में आने पर राष्ट्रीयकृत बैंकों का ऋण माफ होगा, किन्तु प्रधानमंत्री ने वादा तो नहीं निभाया, श्री किरोड़ी मीणा को कृषि मंत्री बना दिया जो कहते हैं कि किसान की आदत खराब हो गई है, कर्ज चुकाते नहीं है ,बेईमानी करते हैं, इसलिए उन्हें ऋण नहीं मिलना चाहिए और ऋण दिया जाए तो वह माफ नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर में भ्रमण करने के लिए जनादेश नहीं दिया गया है, क्योंकि यह पैसा प्रदेश की आम जनता का है, जो टैक्स किसानों से, छोटे व्यापारियों से, आम जनता से वसूला जाता है, गाढ़े पसीने की और मेहनत की कमाई है उसको इस तरह से उड़ाने का अधिकार किसी को नहीं है।

उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शासन में 25 लख रुपये तक का मुफ्त ईलाज मिलता था, इंदिरा रसोई योजना के तहत भरपेट भोजन आदमी कर सकता था, अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोली थी, इन सब योजनाओं को भाजपा की सरकार बंद कर चुकी है अथवा ठण्डे बस्ते में डाल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 3700 से अधिक स्कूल अंग्रेजी माध्यम के प्रदेश के बच्चों को अच्छी शिक्षा देने हेतु खोले गए थे जिसमें 7 लाख से अधिक प्रदेश के होनहार बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नि:शुल्क प्राप्त कर रहे हैं, जबकि पूर्व में यह शिक्षा निजी विद्यालयों में एक लाख रुपए खर्च कर मिलती थी।

 उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार के शासन में खूब सडक़ों का निर्माण हुआ, महंगाई राहत कैम्प लगा कर एक से एक योजनाओं का लाभ जनता को दिया गया। बहनों को मोबाइल मिले, बुजुर्गों और जरूरतमंदों को पेंशन दी गई। भाजपा शासन में बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिल रहा है, हकदारों को पेंशन नहीं मिल रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने मातृशक्ति के सशक्तिकरण का वादा किया था किन्तु आज प्रदेश में कानून-व्यवस्था की हालत यह है कि प्रतिदिन 19-20 माता बहनों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि दुख का विषय है कि मुख्यमंत्री जिस क्षेत्र से आते हैं, उस भरतपुर में सर्वाधिक अपराध हो रहे हैं।

 उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में अजीब-अजीब वाक्या हो रहे कृषि मंत्री श्री किरोड़ी लाल मीणा की भवानी रूठ जाती है, भाई को टिकट मिला तो भवानी जाग गई, लेकिन जब भाई हार जाएगा दौसा से तो वापस रूठ जाएगी। उन्होंने कहा कि यह उप चुनाव भाजपा को सबक सिखाने का एक मौका है। उन्होंने कहा कि इन सात उप चुनावों से भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन यदि सातों सीट भाजपा को हरा दी तो भाजपा पर नकेल डालने का कार्य होगा, उन्हें गरीबों की, किसानों की, नौजवानों की सुध लेनी पड़ेगी।

 डोटासरा ने कहा कि आज यह हालत है कि भाजपा के ही विधायकों की कोई सुध नहीं ले रहा है, सोशल मीडिया पर वीडियो आया हुआ है जिसमें भाजपा की ही एक महिला विधायक यूडीएच मंत्री श्री खर्रा से शिकायत कर रही हैं, कह रही हैं कि उनके विभाग का एक अधिकारी जनता से काम करने के पैसे ले रहा है, चोर है, लेकिन मंत्री कुछ भी नहीं कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक बात है क्योंकि सत्ताधारी दल के विधायक की भी सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में खनन माफिया, बजरी माफिया, जमीन माफिया हावी है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री हो या अधिकारी केवल औचक निरीक्षण करते हुए ही दिखे, लेकिन कार्यवाही किसी पर नहीं हुई। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एसएमएस अस्पताल में कम्पाउण्डरों की हाजिरी देखने पहुंच गए, जबकि उन्हें पूरे प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था सुधारने पर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि थानेदार की कुर्सी पर जाकर मुख्यमंत्री का बैठना उन्हें शोभा नहीं देता, क्योंकि मुख्यमंत्री का यह स्टार नहीं होता। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि मुख्यमंत्री ने थानेदार की कुर्सी पर बैठकर निरीक्षण किया था, उस थाने में क्या तब्दीली आई, उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रश्न किया कि जिस एसएमएस अस्पताल में चक निरीक्षण करने गए थे वहां पर क्या बदलाव किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश के दौरों से जब-जब आते हैं, मुख्यमंत्री को तलब कर लेते हैं। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो 36 कौम को साथ लेकर विकास के पथ पर चलती है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस का शासन था तो विकास हो रहा था, सडक़े बन रही थी, चिकित्सा सुविधा सुदृढ़ की गई, शिक्षा के क्षेत्र में काम हुआ, खींवसर में कांग्रेस समर्थित विधायक नहीं थे, निर्दलीय थे उसके बावजूद भी विपक्ष में बैठे हुए जनप्रतिनिधि के क्षेत्र में भी विकास के भरपूर कार्य कांग्रेस सरकार ने करवाए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बिना किसी भेदभाव के क्षेत्र का विकास करवाने का कार्य करती रही है, लेकिन आज भाजपा के शासन में पक्ष और विपक्ष में भेदभाव किया जाता है,

 विपक्ष के जनप्रतिनिधियों के क्षेत्र में छोटे-छोटे कार्य भी नहीं करवाए जाते हैं, इन परिस्थितियों को और स्थितियों को ठीक करने के लिए भाजपा को सबक सिखाना आवश्यक है, इसलिए इन उप चुनावों में भाजपा प्रत्याशियों को हराकर कांग्रेस के प्रत्याशियों को विजयी बनाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रतन चौधरी बहुत ही संस्कारी और शालीन महिला है, प्रदेश के विकास में और जनता के सुख-दुख में हमेशा भागीदार रहेगी। उन्होंने कहा कि डॉ. रतन चौधरी और सवाई सिंह के संस्कार हैं जो सभी से विनम्रता से शीश झुका कर मिलते हैं और दूसरी ओर ऐसे लोग हैं जो हमारी बहन-बेटियों के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हैं तथा महान नेताओं के लिए अनर्गल बयान बाजी करते हैं। 

उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों के लिए बोले गए अपशब्द और महान नेताओं के विरुद्ध बोली गई बातें समय बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी में किसी को भी चुनाव लड़ायें लेकिन मर्यादा का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में इण्डिया गठबंधन के तहत चुनाव हुआ था और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं ने ईमानदारी से गठबंधन धर्म निभाते हुए वोट दिए, लेकिन राजस्थान में विधानसभा चुनाव में अब गठबंधन नहीं है और आगे पंचायती राज और नगर निकाय के चुनाव में भी कांग्रेस और कांग्रेस के कार्यकर्ता चुनाव लड़ेंगे।

 डोटासरा ने उपस्थित जनसमूह से अपील करते हुए कहा कि चुनाव के दिन डॉ. रतन चौधरी को हाथ के निशान पर वोट देकर विजयी बनायें, पूरी कांग्रेस पार्टी खींवसर के एक-एक मतदाता के हितों की रक्षा के लिए हमेशा तत्परता के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर उनके साथ खड़ी रहेगी। डोटासरा ने नागौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष जाकिर हुसैन गैसावत, विधायक हरेन्द्र मिर्धा, मुकेश भाकर, मनोज मेघवाल, पूसाराम गोदारा, डूॅंगरराम गेदर, गीता बरवड़, शिमला नायक, 

महेन्द्र चौधरी, चेतन डूडी, मंजू मेघवाल, जगदीश जांगिड़, रामचन्द्र जारोड़ा, शिवरतन वाल्मीकि, विशाल जांगिड़ गजेन्द्र सांखला, अभिषेक चौधरी, राहुल भाकर, राघवेन्द्र मिर्धा,  हनुमान बागड़ा, मनीष मिर्धा, चन्द्रकला नायक द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रतन चौधरी के समर्थन में किये जा रहे प्रचार-प्रसार हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी को प्रचार बंद होने तक कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. रतन चौधरी के समर्थन में कार्य करने हेतु निर्देशित किया।

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