डब्लूटीएम लंदन के जरिए राजस्थान को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किया : राकेश शर्मा

० आशा पटेल ० 
वर्ष 2024 में जून तक, केवल यूनाइटेड किंगडम से 66,251 पर्यटक राजस्थान आए, जो यूरोपीय पर्यटकों में राज्य के प्रति गहरी रुचि को दर्शाता है साथ ही राजस्थान में पर्यटन के लिए आने वाले प्रमुख पचास देशों की सूची में यूरोप के प्रमुख 18 देश शामिल हैं। यह आंकडा दर्शाता है कि राजस्थान यूरोप के सैलानियों के बीच खासा प्रसिद्ध है।
जयपुर। लंदन में आयोजित होने वाला वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम) 8 नवंबर को समाप्त हो गया। राजस्थान पर्यटन की ओर से इस अंतरराष्ट्रीय मार्ट में सशक्त भागीदारी की गई। डब्लूटीएम में राजस्थान पर्यटन का प्रतिनिधित्व अतिरिक्त निदेशक राकेश शर्मा द्वारा किया गया। इस वैश्विक सम्मेलन के बारे में कहा कि राजस्थान को लेकर यूरोपिय ट्रेवल एजेंसियों व पर्यटकों में खासी उत्सुकता देखने को मिली, उन्होंने कहा कि अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और विविध पर्यटन अनुभवों के लिए प्रसिद्ध राजस्थान, वैश्विक स्तर पर हमेशा से एक प्रमुख पर्यटन स्थल रहा है। 
वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम) लंदन में भागीदारी, राज्य को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर और मजबूती से स्थापित करने की एक रणनीतिक पहल थी जो कि सफल रही। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग का लक्ष्य राजस्थान को एक ऐसा स्थल बनाना है जो पारम्परिक व आधुनिक पर्यटन का मेल हो ।  राकेश शर्मा ने कहा कि डब्ल्यूटीएम लंदन जैसे वैश्विक मंच पर राजस्थान पर्यटन को अंतरराष्ट्रीय और विशेषकर यूरोप के पर्यटकों को आमंत्रित करने का अवसर मिला। गौरतलब है कि वर्ष 2024 में जून तक, केवल यूनाइटेड किंगडम से 66,251 पर्यटक राजस्थान आए, जो यूरोप के पर्यटकों में राज्य के प्रति गहरी रुचि को दर्शाता है साथ ही दिलचस्प तथ्य यह भी है कि राजस्थान में पर्यटन के लिए आने वाले प्रमुख पचास देशों की सूची में यूरोप के प्रमुख 18 देश शामिल हैं।
यह आंकडा दर्शाता है कि राजस्थान यूरोप के सैलानियों के बीच खासा प्रसिद्ध है। शर्मा ने कहा कि इस वैश्विक मंच के जरिए, राजस्थान पर्यटन का प्रयास रहा कि प्रदेश में यूरोप से राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या में और अधिक इजाफा किया जा सके। डब्लूटीएम में राजस्थान पर्यटन के स्टैंड पर शर्मा द्वारा राजस्थान के पर्यटन स्थलों को दर्शाने वाली शॉर्ट फिल्म के जरिए राजस्थान आने का न्यौता दिया गया। यहां पर शर्मा ने राजस्थान की पर्यटन प्रतिबद्धता का भी उल्लेख किया और बताया कि राज्य अपनी प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित रखते हुए वैश्विक पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाओं का विकास कर रहा है। 

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