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वाराणसी में होगा सनातन कुंज आयोजन Varanasi Sanatan Kunj Aayojan 2024

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58वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला-ऑटम 2024 : 12 श्रेणियों में पुरस्कार एवं सम्मान प्रदान

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० आशा पटेल ०  ग्रेटर नोयडा | इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे में आयोजित और 16 से 20 अक्टूबर तक चले 58वां आईएचजीएफ दिल्ली मेला - ऑटम 2024 का समापन हो गया। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ डिजाइन प्रदर्शन के लिए अजय शंकर मेमोरियल अवार्ड्स के साथ समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर सहारन पुर संसदीय क्षेत्र से सांसद इमरान मसूद ने बतौर "मुख्य अतिथि" शिरकत की। इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य (एमएलसी)  शाहनवाज खान, हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) के अध्यक्ष दिलीप बैद ; ईपीसीएच के मुख्य संरक्षक महानिदेशक और अध्यक्ष-आईईएमएल डॉ. राकेश कुमार ;  आईएचजीएफ दिल्ली मेला स्वागत समिति-ऑटम 2024 के अध्यक्ष गिरीश के. अग्रवाल ; ईईपीसीएच उपाध्यक्ष डॉ. नीरज खन्ना; ईपीसीएच के द्वितीय उपाध्यक्ष सागर मेहता; ईपीसीएच की प्रशासन समित के सदस्य : रवि पासी, अवधेश अग्रवाल, अरशद मीर, नावेद उर रहमान, सलमान आजम,  प्रदीप मुछाला, सिमरनदीप सिंह कोहली, श्रीमती जेस्मिना ज़ेलियांग, ओ पी प्रह्लादका; ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा की उपस्थिति रही। इस अवसर पर प्रमुख विदेशी खरीदारों के साथ परि

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ओंकार नाथ खरे के 34 वें स्मृति दिवस पर विचार संगोष्ठी

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० आशा पटेल ०  रीवा। विंध्य क्षेत्र क्रांतिकारियों की भूमि है , जिसमें अनेक वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की परवाह न करते हुए त्याग बलिदान की महान परंपरा को कायम रखा । इन बहादुर सपूतों में एक क्रांतिकारी व्यक्तित्व ओंकारनाथ खरे का हैं , जिन्होंने किशोरावस्था में ही देश की आजादी के लिए ब्रिटिश हुकूमत के अन्यायी हस्तक्षेप के विरुद्ध चल रहे आंदोलन में युवा वर्ग का नेतृत्व करते हुए कठोर से कठोर सजा को वरण करके देश की आजादी के आंदोलन को गतिशील बनाने में ऐतिहासिक योगदान दिया ।  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय ओंकार नाथ खरे के स्मृति दिवस पर स्थानीय नेहरू नगर स्थित पूनम जनमासा में रखी गई विचार संगोष्ठी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ओंकार नाथ खरे और उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीया उमा खरे के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी सुरेश उर्मलिया उमरी मोड़ एवं संचालन गफूर खान ने किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने बताया कि करीब 17 वर्ष के ओंकार नाथ खरे अपने जोशीले व्यक्तित्व के चलते युवा वर्ग में अलग पहचान रखते थे । एक सत्याग्रही के रूप में ओंकारनाथ खरे न