पूर्वांचल के विकास की दरकार दिल्ली में आ रही कांग्रेस सरकार-अजय राय

० आनंद चौधरी ० 
नई दिल्ली,  दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने घोषणा पत्र की पूर्वांचल की योजनाओं के संदर्भ में चर्चा करने के लिए पहली श्रंखला को सम्बोधित किया। अजय राज ने कहा कहा कि प्रयागराज के महाकुंभ को भाजपा सरकार व्यवस्थित करने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई। वीआईपी को जरुर व्यवस्था मिली हो परंतु कुंभ में पहुॅचने वाली आम जनता को केवल परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज के कमिश्नर भगदड़ मचने की संभावना जता रहे थे, और प्रशासन को मालूम था कि भगदड़ होगी, 

लेकिन तब भी योगी सरकार ने उससे निपटने की कोई तैयारी नहीं की गई। योगी सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई। भाजपा सरकार ने कुंभ आयोजन को मार्केटिंग प्रचार प्रसार, इंवेट बनाकर भीड़ जुटाने में कामयाब तो हो गई लेकिन कुंभ में व्यवस्था करने में विफल रही। अजय राय के साथ कांग्रेस प्रवक्ता अभय दूबे, ज्योति सिंह, आस्मा तस्लीम और उत्तर प्रदेश कम्युनिकेशन के मनीष सिंघवी मौजूद थे। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने कहाः हमने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि हम पूर्वांचल के लोगों के हितों की रक्षा करने के लिए अलग से मंत्रालय बनाऐंगे और उनके लिए सब प्लान लाऐंगे। जिसके लिए अलग से बजट आवंटित होगा। पूर्वांचलवासियों के स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक उत्थान और जीवन शैली को औसत से बेहतर बनाने के काम करेंगे।

हमने घोषणा पत्र में प्रावधान किया है कि महाकुंभ की तर्ज़ पर छठ महापर्व मनाया जायेगा जो छठ का विश्व का सबसे बड़ा आयोजन होगा एक बहुत बड़ा स्थान यमुना किनारे निर्धारित कर के उसे ज़िला घोषित किया जाएगा । पूर्वाचली भाई बहनों के लिए आप और भाजपा की सोच एक तरफ़ भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने संसद में हमारे पूर्वांचली भाइयों की रोहिंग्या, बांग्लादेशियों और घुसपैठियों से तुलना की। तो दूसरी तरफ़ केजरीवाल कहते है कि पूर्वांचलियों के फर्जी वोट जुड़वा रहे हैं, क्या पूर्वांचल के लोग फर्जी दिखाई देते हैं। मॉ यमुना को साफ नही कर पाए और उसका आरोप भी हमारे पूर्वाचंली भाई बहनों पर लगाते है।

 पूर्वांचली भाई बहन दिल्ली के निर्माता हैं दिल्ली के निर्माण में उनका बहुत बड़ा योगदान हैं, मगर भाजपा और आप के सत्ता धारी दलों ने उनको सिर्फ़ वोट के नज़रिए से देखा। जब सत्ता की भूख मिटानी होती हैं तो पूर्वांचल याद आता हैं । आप देखिए कोरोना महामारी में हमारे पूर्वांचली लोगों को दर दर की ठोकरें खाने से लेकर छट पर्व के दौरान आस्था की डुबकी तक हमारे भावनाओं को आप और भाजपा ने ठेस पहुँचाई । आस्था के पर्व पर हम माँ यमुना में डुबकी लगा रहे थे तब यमुना के पानी में विश्व का सबसे अधिक मलमूत्र था और अब उसमें रोक लगा दी गई हैं ।

 दिल्ली में 1797 कच्ची कालोनियाँ है जिसमे ज़्यादातर लोग पूर्वांचल से रहते हैं। वो इतनी बदहाली की अवस्था में रहते हैं बारिश का पानी घरों में घुस जाता हैं, गर्मी में पीने का पानी नहीं मिल पाता हैं उनके लिए रोज़गार के कोई अवसर नहीं हैं। 29 अक्टूबर 2021 को अधिसूचना जारी कर के छठ पूजा पर रोक लगाई थी जिसे चुनौती दी गई थी जिसपर हाई कोर्ट ने कहा कि नहीं रोक जारी रहेगी क्योंकि पानी इतना गंदा है कि लोग बीमार पड़ जाएँगे ।. दिल्ली में 1792 कच्ची कालोनियाँ हैं जिनमें ज़्यादातर पूर्वांचल के लोग रहते हैं । उनकी अवस्था यह हैं कि न पीने का पानी हैं न कोई सिवेज़ सिस्टम हैं न उनके पास रोज़गार हैं न उनके बच्चों के पास पढ़ाई के संसाधन हैं उनके पास हैं तो सिर्फ़ बीमारियाँ और अवसाद।

 ग़रीबों के लिए कांग्रेस की केंद्र सरकार ने 52344 फ्लैट स्वीकृत किए थे जिसमें से 35744 का निर्माण पूरा हो चुका था और 16600 निर्माणाधीन थे जो अब जर्जर हो गए हैं इनमें से 30303 बने हुए घर सिर्फ़ इसलिए नहीं दिए कि कांग्रेस को इसका श्रेय न मिल जाए । ये भी ज़्यादातर कच्ची कालोनियों के पूर्वांचलियों को मिलते मगर उनसे दुर्भावना रखते हैं ।

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