दिल्ली के राजस्व को दो हजार करोड़ का नुकसान - भाजपा

० आनंद चौधरी ० 
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि दिल्ली शराब घोटाले पर कैग की ताजा रिपोर्ट चौंकाने वाली एवं आंखें खोलने वाली है। इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के राजस्व को लगभग दो हजार करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का संकेत मिलता है। सचदेवा ने कहा है कि केवल लगभग एक साल की अवधि में हुए इस नुकसान का प्राथमिक आंकड़ा यह दर्शाता है कि अगर भाजपा के विरोध ने अरविंद केजरीवाल को उनकी नई शराब नीति वापस लेने के लिए मजबूर नहीं किया होता, तो अब तक दिल्ली का नुकसान कम से कम दस हजार करोड़ रुपये तक पहुंच गया होता। 
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल सरकार द्वारा लागू की गई नई शराब नीति को दिल्ली विधानसभा से अनुमोदन नहीं मिला था और इसमें कई मामलों में पारदर्शिता का अभाव था। कई बोली दाताओं की साख संदिग्ध थी और विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों की अनदेखी व उल्लंघन किया गया। थोक, खुदरा और क्षेत्रीय लाइसेंस जारी करने में कानूनों का उल्लंघन किया गया। सचदेवा ने कहा कि सीएजी रिपोर्ट का यह ताजा दृष्टिकोण स्पष्ट करता है कि केजरीवाल सरकार ने सी.ए.जी. रिपोर्ट को दिल्ली विधानसभा में क्यों पेश नहीं किया। 

 पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय में संबोधित करते हुए सीएजी रिपोर्ट के 10 निष्कर्षों को मीडिया के समक्ष रखा और शराब घोटाले के जरिए हुए ₹2,026 करोड़ के राजस्व नुकसान के लिए आम आदमी पार्टी की जमकर आलोचना की।  अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि “सीएजी की रिपोर्ट में यह स्पष्ट निष्कर्ष सामने आए हैं कि शराब घोटाले से ₹2026 करोड़ का राजकोषीय घाटा हुआ है, 

नीति के उद्देश्यों के साथ खिलवाड़ हुआ है। विशेषज्ञ पैनल की राय को मंत्रियों के समूह ने नजरअंदाज किया, शिकायतों के बावजूद संस्थाओं को बोली लगाने की अनुमति दी गई, बोली लगाने वालों की वित्तीय स्थिति पर ध्यान नहीं दिया गया, लाइसेंस जारी करने के दौरान भी नियमों का उल्लंघन किया गया, उल्लंघन करने वालों को कोई सजा नहीं दी गई और मूल्य निर्धारण में भी पारदर्शिता की कमी पाई गई। कैबिनेट और उप राज्यपाल की अनुमति भी नहीं ली गई। आज यदि दिल्ली को ₹2026 करोड़ का राजस्व हानि हुआ है तो उसके जिम्मेदार केवल अरविन्द केजरीवाल हैं।

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