यस मैडम’ की गायत्री पांडा मेहनत और जुनून से बनी सफलता की मिसाल
० योगेश भट्ट ०
पश्चिम बंगाल : यस मैडम, एट-होम सैलून स्टार्टअप, इन दिनों चर्चा का केंद्र बना हुआ है। यह अपनी सेवाओं या विकास को लेकर नहीं, बल्कि अपनी डायमंड कैटेगरी की सर्विस पार्टनर गायत्री पांडा की वजह से सुर्खियां बटोर रहा है। गायत्री पांडा यस मैडम के प्लेटफॉर्म पर 4,355 से ज्यादा सेवाएं देकर 50 लाख रुपये से अधिक की कमाई कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। 2024 में, उन्होंने 1,200 से अधिक सेवाओं के जरिए 15 लाख रुपये कमाए, जिसमें 1,000 से ज्यादा ग्राहकों ने उनकी सेवाओं को दोबारा बुक किया। यस मैडम ने एनसीआर में जगह-जगह बिलबोर्ड्स लगाकर गायत्री की इस उपलब्धि का जश्न मनाया। गायत्री की यह सफलता उनकी मेहनत, लगन और अपने लक्ष्य को पाने के दृढ़ संकल्प की कहानी है, जो अन्य लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है। यस मैडम की इस स्टार परफॉर्मर की उपलब्धि पर को-फाउंडर और सीईओ मयंक आर्या ने एक पोस्ट साझा की, जिसने न केवल आम लोगों बल्कि उद्योग जगत की हस्तियों का भी ध्यान खींचा। The6c के फाउंडर रजत गौड़ ने इस प्रेरणादायक उपलब्धि के लिए गायत्री पांडा को डायमंड गिफ्ट देकर सम्मानित किया। यह कदम गिग इकोनॉमी के वर्कर्स के प्रति बढ़ते सम्मान और उनके योगदान की सराहना को दर्शाता है।
गायत्री की यात्रा छह साल पहले यस मैडम से शुरू हुई थी। पश्चिम बंगाल की रहने वाली गायत्री को शुरुआत में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उनकी हिंदी और अंग्रेजी में बातचीत में कठिनाई और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से सर्विस बुकिंग करने में परेशानी उनके लिए बड़ी रुकावट थी। लेकिन उनके दृढ़ संकल्प और यस मैडम की ट्रेनिंग टीम के निरंतर सहयोग ने इन बाधाओं को पार करने में उनकी मदद की। अपने बेहतरीन काम के बल पर वह स्टैंडर्ड सर्विस पार्टनर से डायमंड कैटेगरी प्रोफेशनल बन गईं, जिससे उनकी कमीशन दर 20% से घटकर 12% हो गई।
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