आईआईएचएमआर के 'वन हेल्थ इन एक्शन' में अमेरिकी दूतावास अधिकारी हुए शामिल
० आशा पटेल ०
जयपुर । आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी में 'वन हेल्थ इन एक्शन' पर मास्टर क्लास का आयोजन हुआ जिसमें अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों भी शामिल हुए। वक्ताओं के तौर पर थॉमस जे.बॉलिकी, ब्लूमबर्ग चेयर इन ग्लोबल हेल्थ ; सीनियर फेलो फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स, लॉ एंड डेवलपमेंट, काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस और डॉ. जे. लेमेरी, प्रोफेसर ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन; डायरेक्टर, क्लाइमेट एंड हेल्थ प्रोग्राम; चीफ, सेक्शन ऑफ वाइल्डरनेस एंड एनवायरनमेंटल मेडिसिन, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो, स्कूल ऑफ मेडिसिन शामिल थे।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी.आर. सोडानी ने कहा, 'आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी में, हम ऐसी चर्चाओं को बढ़ावा देते हैं जो वैश्विक विशेषज्ञता को स्वास्थ्य प्रबंधन शिक्षा से जोड़ती हैं। 'वन हेल्थ इन एक्शन'पर यह मास्टर क्लास हमारे छात्रों और शिक्षकों के लिए एक बहुत अच्छा मौका था, जहां उन्होंने जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जैसे अहम वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर विशेषज्ञों से चर्चा की। डॉ सोडाणी ने कहा कि ऐसी पहल से हमारे हेल्थकेयर मैनेजमेंट छात्रों को नया ज्ञान हासिल करने के साथ-साथ स्थिर और मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियां बनाने के लिए जरूरी कौशल भी मिलते हैं।
जयपुर । आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी में 'वन हेल्थ इन एक्शन' पर मास्टर क्लास का आयोजन हुआ जिसमें अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों भी शामिल हुए। वक्ताओं के तौर पर थॉमस जे.बॉलिकी, ब्लूमबर्ग चेयर इन ग्लोबल हेल्थ ; सीनियर फेलो फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स, लॉ एंड डेवलपमेंट, काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस और डॉ. जे. लेमेरी, प्रोफेसर ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन; डायरेक्टर, क्लाइमेट एंड हेल्थ प्रोग्राम; चीफ, सेक्शन ऑफ वाइल्डरनेस एंड एनवायरनमेंटल मेडिसिन, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो, स्कूल ऑफ मेडिसिन शामिल थे।
मास्टर क्लास में कई महत्वपूर्ण मुद्दों के ऊपर चर्चा की गई जिसके अंतर्गत जैव विविधता, डिकार्बोनाइजेशन, एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस, और जलवायु परिवर्तन से स्वास्थ्य पर प्रभाव को लेकर चर्चा की गई। थॉमस जे. बॉलीकी ने जनसंख्या में बदलाव, पशु स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन और हेल्थ डेटा की जटिलताओं के प्रभावों को बताया और उनके स्वास्थ्य प्रणालियों पर प्रभाव की बात की। डॉ. जे. लेमेरी ने प्रदूषण, औद्योगिकीकरण और जलवायु परिवर्तन से होने वाले खतरों पर गहन चर्चा की गई और साथ ही पर्यावरण और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए तुरंत कार्रवाई जरूरी है।
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. पी.आर. सोडानी ने कहा, 'आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी में, हम ऐसी चर्चाओं को बढ़ावा देते हैं जो वैश्विक विशेषज्ञता को स्वास्थ्य प्रबंधन शिक्षा से जोड़ती हैं। 'वन हेल्थ इन एक्शन'पर यह मास्टर क्लास हमारे छात्रों और शिक्षकों के लिए एक बहुत अच्छा मौका था, जहां उन्होंने जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस जैसे अहम वैश्विक स्वास्थ्य मुद्दों पर विशेषज्ञों से चर्चा की। डॉ सोडाणी ने कहा कि ऐसी पहल से हमारे हेल्थकेयर मैनेजमेंट छात्रों को नया ज्ञान हासिल करने के साथ-साथ स्थिर और मजबूत स्वास्थ्य प्रणालियां बनाने के लिए जरूरी कौशल भी मिलते हैं।
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