वरिष्ठ नागरिक परिसंघ में जुटे देश भर के वरिष्ठजन
० आशा पटेल ०
जयपुर | वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के दो दिवसीय महा कुम्भ में जुटे देश भर के वरिष्ठजन तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन का "पाथेय भवन सभागार" मालवीय नगर,जयपुर में एक समारोह का शुभारम्भ हुआ l "वरिष्ठ नागरिकों के पास ज्ञान, अनुभव का भंडार है, ऊर्जा है वे अपना अमूल्य समय समाज के कल्याण में खर्च करें "- हिरण्मय पंड्या, राष्ट्रीय अध्यक्ष ,भारतीय मजदूर संघ ने विचार व्यक्त किये | वरिष्ठ नागरिक केवल आयु बढ़ने के कारण वरिष्ठ नहीं होते। उनके पास ज्ञान, अनुभव का भंडार है, ऊर्जा है, समय है। वे अपना अमूल्य समय समाज कल्याण में दे सकते हैं। वरिष्ठ नागरिक परिसंघ ऐसे वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव से समाज में पंच परिवर्तन के सपने को साकार करने का प्रभावी मंच है l
जयपुर | वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के दो दिवसीय महा कुम्भ में जुटे देश भर के वरिष्ठजन तृतीय राष्ट्रीय अधिवेशन का "पाथेय भवन सभागार" मालवीय नगर,जयपुर में एक समारोह का शुभारम्भ हुआ l "वरिष्ठ नागरिकों के पास ज्ञान, अनुभव का भंडार है, ऊर्जा है वे अपना अमूल्य समय समाज के कल्याण में खर्च करें "- हिरण्मय पंड्या, राष्ट्रीय अध्यक्ष ,भारतीय मजदूर संघ ने विचार व्यक्त किये | वरिष्ठ नागरिक केवल आयु बढ़ने के कारण वरिष्ठ नहीं होते। उनके पास ज्ञान, अनुभव का भंडार है, ऊर्जा है, समय है। वे अपना अमूल्य समय समाज कल्याण में दे सकते हैं। वरिष्ठ नागरिक परिसंघ ऐसे वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव से समाज में पंच परिवर्तन के सपने को साकार करने का प्रभावी मंच है l
वरिष्ठ नागरिक परिसंघ, राष्ट्रीय अध्यक्ष हसूभाई दवे की अध्यक्षता मे मुख्य अतिथि भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या, गीता गोखले,स्वागताध्यक्ष समाजसेवी सुरेश पटौदिया, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री रवींद्र हिंमते, वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री वसंतराव पिंपलापुर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री सी. वी राजेश, भामस राजस्थान , जयंती लाल ,प्रभारी असंगठित क्षेत्र, भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री हरि मोहन शर्मा, वरिष्ठ नागरिक समिति,राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष विद्याधर शर्मा, महासचिव मोहनलाल मंच पर विराजमान थे। प्रारंभ में सभी मंच पर विराजमान अतिथियों का राजस्थानी साफा तथा भगवा उपरना ओढ़ाकर एवं बैज लगा कर स्वागत किया गया l वरिष्ठ नागरिक परिसंघ के राष्ट्रीय महामंत्री वसंतराव पिंपलापुरे ने कहा कि सनातन संस्कृति में अपने वरिष्ठजनों के आत्म सम्मान तथा उनकी सेवा को ही सर्वोपरि माना गया है l
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ जनों की सेवा से प्राप्त आर्शीवाद से ही युवा पीढ़ी का कल्याण सम्भव है लेकिन आज समाज में बढ़ते वृद्धाश्रम और वरिष्ठजनों के प्रति अपनों के दुर्व्यवहार से आज बुजुर्गों के हालात गंभीर होते जा रहे हैं | इसी के विरुद्ध वरिष्ठ नागरिक परिसंघ को आज अपनी भूमिका निभाना जरुरी है। भारतीय मजदूर संघ कामगार संगठन के रूप में कार्य करता है और यही दोनों में मूलभूत भूमिका है। यही जानते हुए, समझते हुए संगठन कार्य कर रहा है l वरिष्ठ नागरिकों को अपने स्वाभिमान की रक्षा हेतु संगठन से जुड़ना चाहिए।राष्ट्रीय अधिवेशन के स्वागताध्यक्ष समाजसेवी सुरेश पाटौदिया ने कहा की अपने ज्ञान,कौशल,अनुभव से वरिष्ठजनों को स्वयं अपने जीवन स्तर को सम्मानजनक बनाना है तथा अपने जैसे वरिष्ठ नागरिकों की मदद करना है l सामजिक,आर्थिक सुरक्षा हेतु अपने ही खून के रिश्तों में सावधानी की आवश्यकता है l
वरिष्ठ नागरिकों के जीवन के तीन चरण है 1 परिवार के मुखिया 2 सेवानिवृत्ति बाद का जीवन 3 सामाजिक कार्य करना हैइस अधिवेशन में गणमान्य जेष्ठ नागरिक सर्वश्री असंगठित क्षेत्र के प्रभारी जयंतीलाल,वरिष्ठ प्रचारक कैलाश जी, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, एस.के. राठौड़, भामसंघ के पश्चिम क्षैत्र प्रभारी सि. व्ही. राजेश, विदर्भ विवेक देशपांडे, सुरेश चौधरी,रामराव नवघरे, दीनानाथ रूषला, नरेंद्र मित्तल उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अगले चरण में आय- व्यय का लेखा- जोखा रखा गया तथा ताली बजाकर एवं भारत माता की जय बोलकर पारित किया गया l
कार्यक्रम के अगले चरण में आय- व्यय का लेखा- जोखा रखा गया तथा ताली बजाकर एवं भारत माता की जय बोलकर पारित किया गया l
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