नागरिकों के बुनियादी अधिकारों का हनन : जल बोर्ड की निष्क्रियता पर महापंचायत

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली। पालम गांव स्थित आंबेडकर भवन में जल बोर्ड की निष्क्रियता के विरोध में एक महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों नागरिकों ने भाग लिया। इस बैठक में पालम विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पालम गांव, पालम एक्सटेंशन, मधु विहार, राजापुरी, महावीर एनक्लेव और आसपास के इलाकों में व्याप्त सीवर ओवरफ्लो और पेयजल आपूर्ति की गंभीर समस्याओं पर चर्चा की गई। स्थानीय निवासियों ने शिकायत की कि निरंतर प्रयासों के बावजूद दिल्ली जल बोर्ड द्वारा इन समस्याओं के समाधान हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे लोग भारी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं और एक असुविधाजनक जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं।

इस अवसर पर फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के चेयरमैन रणबीर सिंह सोलंकी ने विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों, प्रमुख समाजसेवियों, अधिवक्ताओं, चिकित्सकों एवं जागरूक नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ हवा, स्वच्छ पानी, पेयजल एवं सीवर जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रत्येक नागरिक का अधिकार हैं, जिनकी आपूर्ति सुनिश्चित करने में प्रशासन पूरी तरह विफल रहा है। सोलंकी ने जल बोर्ड अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि निर्धारित समयसीमा के भीतर इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो पालम विधानसभा क्षेत्र के नागरिक सड़क पर उतरकर जल बोर्ड के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे और घेराव करेंगे।

 उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सरकार के निर्देशानुसार, किसी भी समस्या का समाधान 24 घंटे के भीतर किया जाना चाहिए, जबकि हकीकत यह है कि महीनों बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती। नागरिकों ने रखी अपनी समस्याएंमहापंचायत के दौरान कई नागरिकों ने अपनी व्यथा व्यक्त की:शीला (पालम गांव) ने बताया कि पिछले एक महीने से सीवर जाम की समस्या बनी हुई है, लेकिन बार-बार शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। मोहरपाल (पालम डी-ब्लॉक) ने कहा कि पेयजल में सीवर का दूषित पानी मिल रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।

बी. एस. चौहान ने बताया कि पानी की आपूर्ति केवल रात 10 बजे से 2 बजे तक होती है, लेकिन वह भी गंदा आता है। इसके अतिरिक्त, लोकवीर, ऋषि, राम सिंह (360), जुलाहा समाज के प्रधान तथा देवेन्द्र सोलंकी ने भी अपनी समस्याएं महापंचायत में रखीं। इस अवसर पर फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रिक्ट वेलफेयर फोरम के महासचिव एडवोकेट राकेश कुमार ने बताया कि पिछली पंचायत में भी जल बोर्ड के अधिकारियों को समस्याओं के समाधान हेतु चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। यदि यह स्थिति बनी रहती है, तो संगठन द्वारा जल्द ही जल बोर्ड के कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

सोलंकी ने घोषणा की कि अगली महापंचायत बड़ी संख्या में नागरिकों की भागीदारी के साथ पालम गांव स्थित बड़ियाल शिव मंदिर धर्मशाला में आयोजित की जाएगी। इस महापंचायत के आयोजन में आंबेडकर भवन के प्रधान श्रीकृष्ण तंवर, महासचिव बिशन सिंह तंवर, आर. के. भंवरिया, सुरेंद्र सिंघन और मनीष जैन सहित अन्य व्यक्तियों ने योगदान दिया।

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