एमआईटी एडीटी' यूनिवर्सिटी में विभिन्न लॉ पाठ्यक्रमों को बार कौंन्सिल की मान्यता
० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली। कानूनी कठिनाइयों से जूझ रहे किसी भी क्षेत्र में हर किसी को वकील की जरूरत होती है! चाहे निजी क्षेत्र हो या सार्वजनिक क्षेत्र; समय-समय पर हर क्षेत्र में वकीलों की जरूरत पड़ती रहती है। न केवल कंपनियों या सरकारी कार्यालयों को, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर भी कानूनी समस्याओं को सुलझाने के लिए इन वकीलों की मदद की ज़रूरत होती है। यही कारण है कि कानून की पढ़ाई कर चुके स्नातकों को आज करियर के कई अवसर उभरते दिख रहे हैं। इसलिए छात्रों को इस क्षेत्र की ओर रुख करना चाहिए। ऐसी अपील एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी के 'स्कूल ऑफ लॉ' की प्रोफेसर आदित्य केदारी ने की। वह एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित प्रेस कन्फ्रेंस में बोल रहे थे। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी प्रो. चंद्रकांत बोरुडे भी इस अवसर पर मौजूद थे। उन्होंने एमआईटी एडीटी यूनिवर्सिटी 'स्कूल ऑफ लॉ' द्वारा छात्रों के लिए उपलब्ध पांच वर्षीय बीबीए-एलएलबी, तीन वर्षीय एलएलबी, दो वर्षीय एलएलएम, एक वर्षीय डिप्लोमा इन लीगल जर्नलिज्म पाठ्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। प्रो. केदारी ने बताया क