बालिकाओं को शिक्षित करने जैसा अभियान जनआंदोलन बनना चाहिए
चेन्नई - उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने लोगों से अपनी मातृभाषा के संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेने का आह्वान किया है। उन्होंने मातृभाषा के संरक्षण के अभियान को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्य सरकारों से प्राथमिक विद्यालय स्तर तक मातृभाषा को अनिवार्य बनाने का आग्रह किया। देशी भाषाओं के संरक्षण के प्रति अपनी गहरी रुचि व्यक्त करते हुए, उपराष्ट्रपति ने छात्रों को घर पर अपनी मातृभाषा में बोलने की सलाह दी। चेन्नई में केसरी स्कूलों के प्लेटिनम जुबली समारोह को संबोधित करते हुए शैक्षिक संस्थानों को बच्चों में नवाचार और वैज्ञानिक सोच की भावना पैदा करने की सलाह दी। उन्होंने केसरी स्कूल के एक नए परिसर की आधारशिला भी रखी। छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए, उपराष्ट्रपति ने स्कूलों को छात्रों को महान स्वतंत्रता सेनानियों की कहानियां पढ़ाने और उनमें भारतीय मूल्यों को विकसित करने के लिए अनुकूल माहौल बनाने तथा पाठ्यक्रमों में सुधार लाने को कहा। श्री नायडू ने 21 वीं सदी की दुनिया और राष्ट्र की आर्थिक प्रगति की ज्ञान पर निर्भरता का हवाला देते ह...