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अमरीका के नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन माइकल रिचर्डसन भारत के दौरे पर

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नयी दिल्ली - अमरीका के नौसेना प्रमुख एडमिरल जॉन माइकल रिचर्डसन 12 से 14 मई  तक भारत की सरकारी यात्रा पर हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्‍य भारत और अमरीका के बीच द्विपक्षीय नौसैनिक संबंधों को और मजबूत बनाने और नौसैनिक सहयोग की नई संभावना तलाशना है। एडमिरल जॉन एम. रिचर्डसन ने भारत के नौसेना प्रुमुख  सुनील लांबा से बातचीत की। उन्‍होंने रक्षा सचिव,  वायुसेना प्रमुख और उपसेना प्रमुख सहित कई वरिष्‍ठ सैन्‍य अधिकारियों से भी मुलाकात की।   भारतीय और अमरीकी नौसेना द्विपक्षीय और बहुपक्षीय स्‍तर पर संयुक्‍त रूप से नियमित सुमुद्री अभ्‍यास करती रहती हैं। मालाबार और रिमपैक अभ्‍यास इसके उदाहरण हैं। विभिन्‍न क्षेत्रों में अंतर संस्‍थागत विकास के लिए भी दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच नियमित रूप से विषय संबधि विशेषज्ञताओं को साझा करने की प्रक्रिया चलती रहती है। वर्ष 2016 में अम‍रीका द्वारा अहम रक्षा सहयोगी का दर्जा मिलने के बाद से भारत और अमरीका के बीच हाल के वर्षों में संबंध और प्रगाढ़ हुए हैं। सितंबर 2018 में आयोजित उद्घाटन मंत्रिस्तरीय 2 + 2...

कान में भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍म महोत्‍सव के स्‍वर्ण जयंती संस्‍करण पर विशेष पोस्‍टर जारी किया जायेगा

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नयी दिल्ली - कान फिल्‍म महोत्‍सव में भारतीय पवेलियन का उद्घाटन किया जायेगा। फिल्‍म महोत्‍सव 14 से 25 मई तक चलेगा। भारतीय पवेलियन में भाषाई, सांस्‍कृतिक और क्षेत्रीय विविधता दर्शाती भारतीय फिल्‍में प्रदर्शित की जायेंगी, जिसका उद्देश्‍य वितरण, उत्पादन, भारत में फिल्मांकन, संवाद-लेखन, प्रौद्योगिकी, फिल्म बिक्री और सिंडिकेशन को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक स्‍तर पर साझेदारी को प्रोत्‍साहित करने का अवसर प्रदान करना है। यह पवेलियन फिल्‍म महोत्‍सव में अंर्तराष्‍ट्रीय फिल्‍म समुदाय को भारत और भारतीय सिनेमा के बारे में अहम जानकारी प्रदान करने के लिए एक सूचना केन्‍द्र की तरह भी काम करेगा। यहां  फिल्‍मोत्‍सव में हिस्‍सा लेने आए अंतरराष्‍ट्रीय प्रतिनिधियों के साथ भारतीय दल के सदस्‍यों को मिलने का अवसर भी मिलेगा जिसके जरिए वे दुनियाभर में भारतीय फिल्‍मों का प्रचार कर सकेंगे। कान फिल्‍म महोत्‍सव मे इस बार भारतीय दल का नेतृत्‍व सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अमित खरे करेंगे। दल में केन्‍द्रीय फिल्‍म प्रमाणन बोर्ड के अध्‍यक्ष प्रसून जोशी, जाने म...

एफटीआईआई के पांच पाठ्यक्रमों को एआईसीटीई की मंजूरी

  नयी दिल्ली - भारतीय फिल्‍म और टेलीविजन संस्‍थान (एफटीआईआई) पुणे को ऐतिहासिक उपलब्धि  हासिल हुई है। एफटीआईआई के पांच पाठ्यक्रमों को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने नवगठित व्‍यावहारिक कला और शिल्‍प श्रेणी में मंजूरी प्रदान की है। इस मंजूरी से भारत के प्रमुख फिल्‍म संस्‍थान, एफटीआईआई देश का पहला और एकमात्र संस्‍थान बन गया है, जिसे यह मान्‍यता मिली है।     एआईसीटीई ने नवगठित व्‍यावहारिक कला, शिल्‍प व डिजाइन श्रेणी के लिए 11 मई को संस्‍थानों और अनुमोदित पाठ्यक्रमों की सूची जारी की है। इस सूची में एफटीआईआई और इसके पांच एक वर्षीय पोस्‍टग्रेज्‍युट सार्टिफिकेट पाठ्यक्रम शामिल हैं।   एआईसीटीई द्वारा मंजूर किए गए इन पांच पाठ्यक्रमों में चार टेलीविजन (निर्देशन, इलेक्‍ट्रॉनिक सिनेमेटोग्राफी, वीडियो एडिटिंग और साउंड रिकॉर्डिंग) तथा एक फिल्‍म (फीचर फिल्‍म पटकथा लेखन) से संबंधित है।    एफटीआईआई गवर्निंग काउंसिल के चेरयरमैन विजेन्‍द्र पाल सिंह ने कहा कि  एफटीआईआई के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है। संस्‍थान को सभी पां...

विश्व भर के 65 से अधिक प्रतिनिधियों ने 17वीं लोकसभा चुनाव का अवलोकन किया

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नयी दिल्ली - पूरे विश्व के 20 देशों- ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, बोस्निया और हर्ज़ेगोविना, फिजी, जॉर्जिया, केन्या, कोरिया गणराज्य, किर्गिस्तान, मलेशिया, मैक्सिको, म्यांमार, रोमानिया, रूस, श्रीलंका, सुरीनाम, संयुक्त अरब अमीरात, उज्बेकिस्तान और जिम्बाब्वे तथा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एडं इलेक्टोरल असिस्टेंस (आईडीईए) के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के प्रमुख और प्रतिनिधि 17वीं लोकसभा के लिए चल रहे आम चुनावों का अवलोकन करने के लिए पहुंचे। चुनाव आगंतुकों के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारत निर्वाचन चुनाव आयोग द्वारा 65 से अधिक ऐसे प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए गणतंत्र के प्रख्यापन से एक दिन पहले भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना करने की भारतीय संविधान के जनकों की दूरदर्शिता और विज़न की सराहना की। अरोड़ा ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 को उद्धृत करते हुए दोहराया कि भारत का निर्वाचन आयोग देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और मजबूत चुनाव सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत का...

प्रथम अपाचे हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना को मिला

नयी दिल्ली - प्रथम एएच-64ई(I)-अपाचे गार्जियन हेलीकॉप्टर को औपचारिक रूप से अमेरिका के मेसा, एरिज़ोना में भारतीय वायु सेना को सौंप दिया गया। एयर मार्शल एएस बुटोला ने भारतीय वायु सेना का प्रतिनिधित्व करते हुए अमेरिका के बोइंग उत्पादन केंद्र में आयोजित एक समारोह में पहले अपाचे हेलीकॉप्टर को स्वीकार किया। भारतीय वायुसेना ने सितंबर 2015 में अमेरिकी सरकार और मेसर्स बोइंग लिमिटेड के साथ 22 अपाचे हेलीकॉप्टरों के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। इन हेलीकॉप्टरों के पहले जत्थे को इस वर्ष जुलाई तक  भारत भेजने की योजना है। भारतीय वायुसेना के चयनित वायु और थल कर्मियों ने अलबामा में अमरीकी सेना के बेस फोर्ट रकर में इसका प्रशिक्षण लिया है। प्रशिक्षण प्राप्त ये कर्मी भारतीय वायुसेना में अपाचे बेड़े का नेतृत्व करेंगे। एएच-64 ई (आई) हेलीकॉप्टर का भारतीय वायुसेना के हेलीकाप्टर बेड़े में शामिल हो जाना भारतीय वायुसेना के आधुनिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना की भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है, खासतौर पर  पहाड़ी इलाकों में इसकी क्षमता महत्वप...

" न्यूज़ मीडिया महासंघ " पत्रकारिता तथा सामाजिक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा

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जयपुर - सुश्री पुष्पा पांड्या द्वारा स्थापित न्यास " न्यूज़ मीडिया महासंघ " पत्रकारिता तथा सामाजिक क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।  भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ के पूर्व अध्यक्ष एंव एसोसिएशन स्माल एंड मीडियम न्यूज़पेपर्स ऑफ इंडिया के पूर्व महामंत्री अशोक चतुर्वेदी  "वी द पीपल" जन सेवा ट्रस्ट की संस्थापक एंव अध्यक्ष मंजु सुराणा द्वारा पुष्पा पांड्या के सम्मान में दिए गए भोज के अवसर पर अपने विचार प्रकट कर रहे थे।  चतुर्वेदी ने पुष्पा पांड्या से अपने अल्पकालिक संपर्क को याद करते हुए उनके नव स्थापित महासंघ की गतिविधियों के सफल होने की शुभकामनायें दी और आशा की कि महासंघ अपने उद्देश्यों की पूर्ति में नए आयाम स्थापित करेगा।  चतुर्वेदी ने पुष्पा पांड्या द्वारा स्थापित लघु एंव मध्यम समाचार पत्रों के संगठन का भी उल्लेख करते हुए उनकी संगठन क्षमता की प्रशंसा की. जनसंपर्क विशेषज्ञ मधुकर डोरिया ने उनकी विभिन्न संस्थाओं में उनके योगदान को सराहा और जनसंपर्क के क्षेत्र में उनके कार्य को रेखांकित किया , पत्रकार सुभाष बंसल , भुवनेश टाक व महेश शर्मा ,एडवोकेट अमित तथा मनीषा सुरा...

1984 दंगा मामले को राहुल ने बताया त्रासदी, पित्रोदा को मांगनी चाहिए माफी

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नयी दिल्ली - कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के संदर्भ में सैम पित्रोदा की ओर से दिए कथित विवादित बयान को पार्टी लाइन से अलग टिप्पणी करार दिया और कहा कि इसके लिए पित्रोदा को माफी मांगनी चाहिए। गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि सैम पित्रोदा ने जो कहा है वो पार्टी लाइन से पूरी तरह अलग है और इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि 1984 एक ऐसी त्रासदी थी जिसने बहुत पीड़ा दी। न्याय होना चाहिए। जो लोग भी इसके लिए जिम्मेदार हैं उन्हें सजा मिलनी चाहिए।   गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने माफी मांगी, मेरी मां सोनिया गांधी ने माफी मांगी। हम सबने अपना रुख स्पष्ट कर दिया कि वह एक भयावह त्रासदी थी जो नहीं होनी चाहिए थी। खबरों के मुताबिक पित्रोदा ने कहा था कि अब क्या है 84 का? आपने (नरेंद्र मोदी) पांच साल में क्या किया, उसकी बात करिए। 84 में जो हुआ, वो हुआ। इस मामले पर विवाद खड़ा होने के बाद पित्रोदा ने कहा कि भाजपा अपनी नाकामियां छिपाने के लिए उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है।