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17 वीं लोकसभा के लिए 26 मुस्लिम सांसद चुने गए

 नयी दिल्ली - लोकसभा चुनाव 2019 : इस बार 17 वीं लोकसभा के लिए उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर, असम, केरल, लक्ष्यदीप और पंजाब से कुल 26 मुस्लिम सांसद चुने गए हैं। इस बार केवल उत्तर प्रदेश से ही 6 सांसद चुने गए हैं। पिछली लोकसभा में उत्तर प्रदेश से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं जीत पाया था। कैराना सीट पर हुए उप चुनाव में आरएलडी की तबस्सुम जहां जीतकर सांसद बनीं थीं। पिछले चुनावों की बात की जाए तो 1990 के लोकसभा चुनावों में सबसे ज्यदा 49 मुस्लिम सांसद चुने गए थे जबकि 2014 में कुल 22 मुस्लिम उम्मीदवार ही संसद पहुंचे थे। 16वीं लोकसभा में पश्चिम बंगाल से सबसे ज्यादा (आठ) मुस्लिम उम्मीदवार जीते थे। इस बार किस पार्टी से कौन-कौन से मुस्लिम उम्मीदवारों ने जीत हासिल की। असम सांसद: बदरुद्दीन अजमलअब्दुल खालिक पार्टी: एआईयूडीएफ 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीते बिहार सांसद: चौधरी मेहबूब अली कैसर लोकसभा सीट: खगड़िया पार्टी: एलजेपी 2 लाख से ज्यादा वोटों से जीते सांसद: डॉ. मोहम्मद जावेद लोकसभा सीट: किशनगंज पार्टी: इंडियन नेशनल कांग्रेस 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीते जम्मू-कश्मीर सांसद: हस्नैन मसूद...

जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश और उसकी गतिविधियों पर प्रतिबंध

नयी दिल्ली - केंद्र सरकार ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश अथवा जमात-उल-मुजाहिदीन भारत या जमात-उल-मुजाहिदीन हिंदुस्तान और इसकी सभी गतिविधियों पर गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 35 के उप-खंड (1) की धारा (क) के तहत सभी गतिविधियों और अभिव्यक्तियों पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।  जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश और उसके संगठन जैसे जमात-उल-मुजाहिदीन भारत अथवा जमात-उल-मुजाहिदीन हिंदुस्तान एवं उनकी गतिविधियों ने आतंकवाद और आतंकवाद को बढ़ावा देने के कृत्यों को अंजाम दिया है। ये संगठन भारत में आतंकवादी गतिविधियों के लिए कट्टरता फैलाने और युवाओं की भर्ती में भी संलिप्‍त है।

17वीं लोकसभा के नव-निर्वाचित सदस्‍यों की सूची राष्‍ट्रपति को सौंपी

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नयी दिल्ली -  मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त सुनील अरोड़ा ने चुनाव आयुक्‍तों अशोक लवासा और सुशील चंद्रा के साथ राष्‍ट्रपति से भेंट की। मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने 17वीं लोकसभा के आम चुनाव के पश्‍चात लोकसभा के लिए चुने गए नवनिर्वाचित सदस्‍यों के नाम से युक्‍त लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 73 के संदर्भ में चुनाव आयोग द्वारा जारी अधिसूचना की एक प्रति राष्‍ट्रपति को सौंपी। राष्‍ट्रपति ने मानव इतिहास में लोकतांत्रिक प्रणाली की सबसे व्‍यापक चुनाव प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्‍न कराने के लिए मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त और अन्‍य चुनाव आयुक्‍तों को अपनी शुभकामनाएं दीं। राष्‍ट्रपति ने संपूर्ण राष्‍ट्र की ओर से चुनाव आयोग, इसके अधिकारियों और प्रबंधन एवं प्रचार के साथ-साथ मतदान निगरानी में शामिल अन्‍य सार्वजनिक अधिकारियों के अलावा स्‍वतंत्र एवं निष्‍पक्ष चुनावों के सफलतापूर्ण समापन के लिए लोगों की आकांक्षाओं और सुरक्षा के लिए की गई अथक मेहनत के लिए केंद्र और राज्‍य सरकार के पुलिस और सुरक्षाबलों के प्रयासों की भी सराहना की। इसके साथ-साथ उन्‍होंने चुनाव प्रक्रिया में इतनी व्‍यापक संख्‍या में भागीदार...

शोर, कंपन और कर्कशता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन

नयी दिल्ली - इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी (आईसीएटी) मानेसर में ऑटोमोटिव शोर, कंपन और कर्कशता (आईएनवीएच)  के बारे में अंतर्राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन एवं कार्यशाला का आयोजन किया। आईसीएटी द्वारा आयोजित ऑटोमोटिव एनवीएच पर द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की श्रृंखला का यह पांचवां कार्यक्रम था। इस आईएनवीएच सम्‍मेलन एवं कार्यशाला श्रृंखला से , आईसीएटी का उद्देश्य जागरूकता पैदा करना और इस क्षेत्र के जाने-माने विशेषज्ञों को शामिल करके व्‍यावसायिक और शिक्षाविदों के लिए जानकारी के आदान-प्रदान हेतु एक मंच उपलब्‍ध कराना है। इस दो दिवसीय आयोजन में वाहन उद्योग के विभिन्‍न वर्गों के लगभग 220 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।  कार्यक्रम के दौरान आयोजित सत्रों में विभिन्‍न अनुसंधान और विकास गतिविधियों, उद्योग प्रक्रियाओं, परीक्षण विधियों और मानकों के बारे में ध्‍यान केन्द्रित किया गया। वाहन उद्योग के सामने आज रही एनवीएच चुनौतियों के बारे में एक पैनल चर्चा का भी आयोजन किया गया। प्रतिभागियों में एनवीएच क्षेत्र में मौजूदा रूझानों को वैश्विक परिप्रेक्ष्‍य देने के लिए ए...

भारतीय शिष्‍टमंडल ने बिश्‍केक में दूसरे एससीओ मास मीडिया फोरम में भाग लिया

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किर्गिज़स्तान के बिश्केक में 23-26, मई 2019 तक दूसरा शंघाई सहयोग संगठन(एससीओ) मास मीडिया फोरम आयोजित किया गया है। फोरम की बैठक में सूचना और प्रसारण मंत्रालय का एक शिष्‍टमंडल भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहा है। शिष्‍टमंडल में अपर महानिदेशक टीवीके रेड्डी तथा सहायक निदेशक अंकुर लोहटी शामिल हैं। फोरम का उद्घाटन किर्गिज़स्तान गणराज्य के राष्‍ट्रपति एस जीनबेको ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में राष्‍ट्रपति ने एसएसीओ के पार‍स्‍परिक विश्‍वास, पड़ोसियों के साथ मैत्रीपूर्ण सम्‍बन्‍ध और 'शंघाई भावना'' के साथ क्षेत्रीय सुरक्षा के उद्देश्‍यों को पूरा करने के लिए एससीओ देशों के मास मीडिया संगठनों के महत्‍वों को बताया।  फोरम का उद्देश्‍य एससीओ देशों के बीच मास मीडिया के क्षेत्र में आदान-प्रदान और सहयोग को मजबूत बनाना है। फोरम  एक साथ संगठन का विजन बनाने तथा अंतर्राष्‍ट्रीय सूचना क्षेत्र में संगठन छवि को मजबूत बनाने का अनूठा संगठन है। फोरम में एससीओ देश(सदस्‍य देश, पर्यवेक्षक देश, डॉयलाग पार्टनर्स) मास मीडिया प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधि तथा एससीओ सचिवालय के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। फोरम की बैठक मे...

सहारा - वीर नारियों के लिए एक होस्‍टल

नयी दिल्ली - दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने वसंत कुंज में 'वीर नारियों' के लिए सहारा नौसेना होस्‍टल का उद्घाटन किया। नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा, पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी  और नेवल वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (एनडब्ल्यूडब्ल्यूए) की अध्‍यक्षा श्रीमती रीना लांबा, नौसेना के वरिष्‍ठ अधिकारी और अन्‍य गणमान्‍य व्‍यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद थे। भारतीय नौसेना द्वारा नौसेना की वीर नारियों 'के लिए यह विशेष परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना का निर्माण नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) के साथ कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी(सीएसआर) की साझेदारी में किया गया है। यह होस्‍टल नौसेना की वीर नारियों के पुनर्वास की दिशा में लंबे समय से अनुभव की जा रही जरूरत का समाधान करेगा और वीर नारियों को एक संरक्षित और सुरक्षित वातावरण उपलब्‍ध करायेगा, जिससे उनके जीवन को नये सिरे से शुरू करने में मदद मिलेगी। सहारा होस्टल में गरिमापूर्ण जीवन के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित कमरों के सैट बनाए गये हैं। इसके साथ-साथ कॉमन डाइनिंग हॉल और एक सामुदायिक हॉल का भी निर्माण किया गया है। सहारा ...

टी.वी. चैनलों पर समाचार और समसामयिक विषयों की सामग्री के बारे में परामर्श जारी

नयी दिल्ली - सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों पर समाचार और समसामयिक मामलों से संबंधित सामग्री के संबंध में परामर्श जारी किया। परामर्श में कहा गया है कि भारत से टेलीविजन चैनलों की  अपलिंकिंग के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश, 2011 के अनुसार, सूचना और प्रसारण  मंत्रालय दो श्रेणियों के तहत टीवी चैनलों को अपलिंकिंग करने की अनुमति देता है: (i) गैर-समाचार और समसामयिक मामले ; और (ii) समाचार और समसामयिक मामले। इन दो श्रेणियों को निम्नानुसार परिभाषित किया गया है: (i) गैर-समाचार और समसामयिक मामलों का चैनल- गैर-समाचार और समसामयिक मामलों के टीवी चैनल का आशय  एक ऐसा चैनल है , जिसके कार्यक्रमों की सामग्री में समाचार और समसामयिक मामलों का कोई तत्व नहीं है। (ii) समाचार और समसामयिक मामलों का चैनल - समाचार और समसामयिक मामलों के टीवी चैनल का आशय एक ऐसा चैनल है, जिसके कार्यक्रमों की सामग्री में समाचार और समसामयिक मामलों का तत्व मौजूद हो। समाचार चैनलों के लिए समाचार और समसामयिक मामलों से संबंधित सामग्री प्रस्‍तुत करना अनिवार्य हैं, जबकि गैर-समाचार और समसामयिक म...