आठवीं जनगणना पहली बार पेपर सेंसेस से डिजिटल सेंसेस का परिवर्तन होगा
नयीं दिल्ली - जनगणना 2021 में मोबाइल एप का प्रयोग कर डिजिटल डाटा एकत्र किया जायेगा और सही तथा विस्तृत डेटा उपलब्ध होने से विश्लेषण कर देश के विकास का खाका तैयार करने में मदद मिलेगी। उन्होंने ने कहा कि डेटा विश्लेषण के वैज्ञानिक तरीके से विधानसभा तथा लोकसभा के क्षेत्र तथा आरक्षित क्षेत्रों को तय किया जाता है । उन्होंने कहा कि इससे देश के अर्थ तंत्र को मजबूत करने, विकास की नींव डालने तथा लोकतंत्र को मजबूत करने का काम किया जायेगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यहाँ जनगणना भवन के शिलान्यास समारोह के मौके पर बोलते हुए कहा कि परंपरागत रूप से जनगणना होती आई है परंतु 1865 से 1872 के दौरान जनगणना का वर्तमान स्वरूप आया। शाह ने बताया कि कुल सोलहवीं जनगणना तथा आजादी के बाद आठवीं जनगणना होने जा रही जिसमें सूचना एकत्र करने के लिये मोबाइल एप का प्रयोग भी किया जायेगा। उनका कहना था कि पहली बार पेपर सेंसस से डिजिटल सेंसस का परिवर्तन होगा। उन्होंने बताया कि इसके अंदर 16 भाषाओं में जानकारी दी जा सकती है जिसका सत्यापन किया जायेगा। अमित शाह ने कहा कि 2011 की जनगणना में पता चला कि भारत बहुभाषी देश है...