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62 शहरों में इलेक्‍ट्रिक वाहनों के लिए 2636 चार्जिंग स्‍टेशनों को लगाया जाएगा

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महाराष्‍ट्र में कुल मिलाकर 317 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्‍टेशनों का आवंटन किया गया है। इसी तरह आंध्र प्रदेश में 266 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्‍टेशनों, तमिलनाडु में 256, गुजरात में 228, राजस्‍थान में 205, उत्‍तर प्रदेश में 207, कर्नाटक में 172, मध्‍य प्रदेश में 159, पश्चिम बंगाल में 141, तेलंगाना में 138, केरल में 131, दिल्‍ली में 72, चंडीगढ़ में 70, हरियाणा में 50, मेघालय में 40, बिहार में 37, सिक्किम में 29, जम्‍मू-कश्‍मीर एवं छत्‍तीसगढ़ में 25-25, असम में 20, ओडिशा में 18 और उत्‍तराखंड, पुडुचेरी एवं हिमाचल प्रदेश में 10-10 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्‍टेशनों का आवंटन किया गया है। नयी दिल्ली - सड़क परिवहन क्षेत्र में स्‍वच्‍छ ईंधन चालित वाहनों से लोगों के आवागमन को और भी अधिक बढ़ावा देने के लिए भारी उद्योग विभाग ने फेम इंडिया (भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को तेजी से अपनाना और विनिर्माण करना) स्‍कीम के दूसरे चरण में 24 राज्‍यों/केन्‍द्र शासित प्रदेशों के 62 शहरों में 2636 चार्जिंग स्‍टेशनों को मंजूरी दी है। इलेक्ट्रिक वाहनों हेतु चार्जिंग स्‍टेशनों के...

‘पटोला साड़ी’ का उत्‍पादन बढ़ाने के लिए गुजरात में पहला सिल्‍क प्रोसेसिंग प्‍लांट

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भारत के हर क्षेत्र में सिल्‍क की साडि़यों की अनूठी बुनाई होती है। पटोला सिल्‍क साड़ी को भी शीर्ष पांच सिल्‍क बुनाई में शुमार किया जाता है। गुजरात की ट्रेडमार्क साड़ी 'पटोला' अत्‍यंत महंगी मानी जाती है और केवल शाही एवं धनाढ्य परिवारों की महिलाएं ही इसे पहनती हैं। कारण यह है कि इसके कच्‍चे माल रेशम के धागे को कर्नाटक अथवा पश्चिम बंगाल से खरीदा जाता है, जहां सिल्‍क प्रोसेसिंग इकाइयां (यूनिट) अवस्थित हैं। इसी वजह से फैब्रिक की लागत कई गुना बढ़ जाती है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने अपनी एक ऐतिहासिक पहल के तहत गुजरात के सुरेन्‍द्रनगर में प्रथम सिल्‍क प्रोसेसिंग प्‍लांट का उद्घाटन किया, जिससे रेशम के धागे की उत्‍पादन लागत को काफी कम करने के साथ-साथ गुजराती पटोला साडि़यों के लिए स्‍थानीय स्‍तर पर कच्‍चे माल की उपलब्‍धता एवं बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह संयंत्र एक खादी संस्‍थान द्वारा 75 लाख रुपये की लागत से स्‍थापित किया गया है, जिसमें केवीआईसी ने 60 लाख रुपये का योगदान किया है। इस यूनिट में 90 स्‍थानीय महिलाएं कार्यरत हैं, जिनमें से 70 महिलाएं मुस्लिम समुदाय की है...

सद्बुद्धि हमें देना स्वामी

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रचनाकार- आचार्य केवल भारती गोस्वामी सद्बुद्धि हमे देना स्वामी, एक सूत्र बंध जाते। अपने जब संघ साथ निभाते,मिलकर खुशियां मनाते। सद्बुद्धि हमे देना स्वामी, एक सूत्र बंध जाते।। जन्मो जन्म का रिश्ता है, इतिहास गवाही हमारा है। भले दूर है अपनो से, पर हमें वो सबसे प्यारा है। बरसो से मन मे पीड़ा है,क्यो एक नही हो पाते। सद्बुद्धि हमे देना स्वामी, एक सूत्र बंध जाते।। संघ शक्ति को जब समझोगे, संगठित स्वयं हो जावोगे। समय मे यदि जागे नही तो, फिर पीछे पसतावोगे। चारो दिशा हो महिमा मंडन,जब     दिल से रिश्ता निभाते। सद्बुद्धि हमे देना स्वामी,एक सूत्र बंध जाते।। एक कभी मत होते कहकर, दुश्मन नजर लगाए है। बीच हमारे फुट डालकर,  हमे कमजोर बनाए है। सोच बदलकर आगे बढ़े, दूर होंगे अंधेरी राते। सद्बुद्धि हमे देना स्वामी, एक सूत्र बंध जाते।। सम्पर्क-- जगद्गुरु भवन- कुरमा  बलौदा जिला - जांजगीर चाम्पा छत्तीसगढ़

एमजी वडोदरा इंटरनेशनल मैराथन के 9वें संस्करण की शुरुआत होगी

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गुजरात ,वडोदरा - इस साल एमजी वडोदरा इंटरनेशनल मैराथन के लिए कुल 1,00,187 पंजीकृतों धावकों ने पंजीकरण किया है। इसमें 57 अंतरराष्ट्रीय धावक, 23294 कॉरपोरेट धावक, 1708 दिव्यांग प्रतिभागी, 37,390 स्कूल धावक, 10,285 कॉलेज विद्यार्थी और 21,606 गैर सरकारी संगठनों के प्रतिभागी शामिल हैं। 9575 पंजीकरणों के साथ, इस साल भी एक शीर्ष को छूने वाले टाइम्ड रन पंजीकरणों की संख्या सबसे अधिक है। एमजी वडोदरा इंटरनेशनल मैराथन के 9वें संस्करण के लिए 5 जनवरी 2020 का इंतज़ार कर रहा है। देश की सबसे बड़ी मैराथन फुल मैराथन (42.195 किलोमीटर), हाफ मैराथन (21.098 किलोमीटर), क्वार्टर मैराथन (10.5 किलोमीटर), आईनॉक्स दिव्यांग पैरालिंपिक रन, लिंडे स्वच्छता रन, रामेश्वर ट्रांसपोर्ट जवान रन, एयू बैंक एनजीओ प्लेज रन और मैराथन रिले के साथ वापस आ गई है। एमजी वडोदरा मैराथन के 9वें संस्करण को गुजरात के मुख्यमंत्री विजय भाई रूपानी हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे, जिसके साथ ही इस दौड़ को सभी संस्करणों में गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाने का अनूठा गौरव प्राप्त होगा। सहकारिता, खेल, युवा और सांस्कृतिक गतिविधि, परिवहन मंत...

आदमी को भाग्य भरोसे नहीं मेहनत भरोसे तरक्की और नया आयाम मिलता है~भूपेंद्र सिंह

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फिल्म डायरेक्टर भूपेंद्र सिंह से खास बातचीत हुई उन्होंने अपने बारे में बताया कि वह 10 साल से बॉलीवुड फिल्म के साथ जुड़े हुए हैं साथ ही उन्होंने कहा मेरी फिल्म " जन्म भूमि " बहुत जल्द लोगों को देखने के लिए मिलेगी। भूपेंद्र सिंह का कहना है कि आदमी को भाग्य भरोसे नहीं मेहनत भरोसे तरक्की और नया आयाम मिलता है। इनका खुद का फिल्म प्रोडक्शन हाउस भी है जिसके बैनर तले वह समय समय पर दर्शकों को संदेशप्रद फिल्म बनाते हैं चाहे टेली फिल्म हो या हिंदी फीचर फिल्म अपनी कलाकारी और योग्यता के साथ दर्शकों को मनोरंजन कराने में कतई नहीं चूकते है, यही वजह है कि वह बॉलीवुड हिंदी फिल्में में अपनी अच्छी खासी पैठ जमाए हुए हैं। सुसैन फिल्म प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले फिल्म " देसी रेसलर " ऑल इंडिया रिलीज हुई थी  जिसने दर्शकों को काफी प्रभावित किया, इस फिल्म में धूम्रपान,शराब की लत से दुष्प्रभाव को इस फिल्म में दिखाया गया है ताकि दर्शक नशे की लत से कोसों दूर रहे। इस फिल्म ने  बॉक्स ऑफिस पर अच्छा खासा अपनी छाप छोड़ी । इनका कॉमेडी सीरियल " नमूने " भी काफी शोहरत हासिल कर चुका है।  देश की ...

प्रधानमंत्री का "परीक्षा पे चर्चा" 20 जनवरी को होगा

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नयी दिल्ली - MyGov के साथ साझेदारी में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूली छात्रों के साथ "परीक्षा पे चर्चा 2020" के प्रधानमंत्री संवाद कार्यक्रम के लिए कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए एक 'लघु निबंध' प्रतियोगिता शुरू की थी। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए दो दिसंबर, 2019 से 23 दिसंबर, 2019 तक www.mygov.in के माध्यम से आवेदन मांगे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'परीक्षा पे चर्चा 2020' कार्यक्रम पोंगल, मकर संक्रांति, लोहड़ी, ओणम और अन्य त्योहारों के चलते अब 20 जनवरी, 2020 को सुबह 11 बजे आयोजित किया जाएगा। विद्यार्थियों के परीक्षा के तनाव को कम करने के मकसद से आयोजित किया जाने वाला यह कार्यक्रम पहले 16 जनवरी के लिए निर्धारित किया गया था। प्रधानमंत्री के बहुमूल्य सुझाव भी प्राप्त करने और इस अनूठे आयोजन में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों में बहुत उत्साह देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री चाहते हैं कि विद्यार्थी एक शांत माहौल में परीक्षा दें और बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए परीक्षा के समय तनाव न लें। जिन छात्रों की प्रविष्टियाँ उनके ऑनलाइन...

जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्‍टाफ नियुक्त

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नयी दिल्ली -जनरल रावत ने तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्‍वय बनाने का वादा किया। उन्‍होंने कहा  “सीडीएस को तीनों सेनाओं के बीच बेहतर समन्‍वय बनाने, सशस्त्र बलों को आवंटित संसाधनों का सर्वोत्तम आर्थिक उपयोग सुनिश्चित करने और खरीद प्रक्रिया में एकरूपता लाने की जिम्‍मेदारी सौंपी गई है। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सेना, नौसेना और वायु सेना एक टीम के रूप में काम करेगी और सीडीएस इन सब के बीच बेहतर समन्‍वय सुनिश्चित करेगा, ”। जनरल बिपिन रावत ने देश के पहले चीफ आफॅ डिफेंस स्‍टाफ (सीडीएस) के रूप में पदभार संभाला। चीफ ऑफ स्‍टाफ के तौर पर जनरल रावत तीनों सेनाओं के बारे में रक्षा मंत्री के मुख्‍य सैन्‍य सलाहकार होंगे। उनकी सेना को आंबटित बजट का युक्तिसंगत इस्‍तेमाल सुनिश्चित करने तथा संयुक्‍त नियोजन और एकीकरण के माध्‍यम से तीनों सेनाओं के लिए खरीद,प्रशिक्षण, और संचालन में बेहतर समन्‍वय बनाने में बड़ी भूमिका होगी। उन्‍हें तीनों सेनाओं के लिए रक्षा खरीद येाजना तैयार करते समय स्‍वेदशी हथियारों तथा रक्षा उपकरणों की खरीद को बढ़ावा देने के हर संभव प्रयास भी करने होंगे। इससे पहले जनरल रावत...