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स्कूलों,डे-केयर,ऑफिसेस,आवासीय परिसरों,लिफ्ट और छोटे रिटेल स्पेस के लिए जर्म-शील्ड’

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नयी दिल्ली , दिल्ली-एनसीआर: भारत के सबसे बड़े और अग्रणी ऑनलाइन ऑटोमोबाइल बाजार ड्रूम ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ युद्ध में पूरे देश को सहयोग देते हुए अपनी जर्म-शील्ड सेवा के दायरे को विस्तार दिया है। अस्पतालों, कार्यालयों, स्कूलों, डे-केयर आवासीय परिसरों, रिटेल स्पेस, लिफ्ट और एटीएम को भी जर्म-शील्ड सेवा दी जा रही है। पहले इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सिर्फ ऑटोमोबाइल्स के डीप सेनिटाइजेशन के लिए हो रहा था। अब ड्रूम ने टेक्नोलॉजी से चलने वाली इस सेवा का इस्तेमाल इन भौतिक सुविधाओं के संवेदनशील क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के लिए करने का फैसला किया है।  जर्म-शील्ड टेक्नोलॉजी को ड्रूम हेल्थ के अंतर्गत लॉन्च किया गया था तथा यह कारों व दुपहिया वाहनों के लिए एंटी-माइक्रोबियल सरफेस प्रोटेक्शन शील्ड है। यह शील्ड सार्स और अन्य ड्रॉपलेट-बेस्ड वायरस के खिलाफ तीन महीने तक प्रभावी रहती है और यह बैक्टीरिया, अल्गी, यीस्ट, मोल्ड और फफूंद जैसे माइक्रो ऑर्गेनिज्म को पनपने नहीं देती। इस तरह यह शील्ड हानिकारक वायरस से सरफेस को प्रोटेक्शन देती है। यह टेक्नोलॉजी किसी भी सरफेस को 99.99% माइक्रोबियल रिडक्शन रे...

हिमालया बेबीकेयर का जेंटल लॉन्ड्री वॉश - दाग के लिए कठोर त्वचा के लिए मुलायम

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नयी दिल्ली । भारत के अग्रणी होमग्रोन वैलनेस ब्रांड, द हिमालया ड्रग कंपनी ने ‘जेंटल बेबी लॉन्ड्री वॉश लॉन्च किया है, जो खासकर शिशुओं के कपड़ों के लिए बनाया गया है। इसमें प्रकृति से प्राप्त किए गए क्लीनज़िंग एजेंट्स एवं औषधियां हैं, जिसमें एंटीबैक्टीरियल गुण हैं। ये 99.9 प्रतिशत  तक कीटाणु को खत्म कर देते हैं। माता-पिता को आम डिटरजेंट में पाए जाने वाले कठोर कैमिकल्स की चिंता होती है, जो कपड़ों में अवशेष के रूप में पीछे छूट जाते हैं। शिशुओं की त्वचा व्यस्कों के मुकाबले काफी ज्यादा संवेदनशील होती है, इसलिए अवशेष के रूप में छूटे ये कैमिकल्स अक्सर उन्हें एलर्जी कर देते हैं। फिलिप हेडन, सीईओ, द हिमालया ड्रग कंपनी ने कहा, ‘‘द हिमालया बेबीकेयर का मानना है कि एक सेहतमंद शिशु ही प्रसन्न शिशु होता है। हम अपने उत्पादों द्वारा शिशुओं की सर्वश्रेष्ठ देखभाल करने पर केंद्रित हैं। हमारे उत्पाद सुरक्षित हैं एवं इनमें ठोस वैज्ञानिक शोध के साथ आयुर्वेद के गुण हैं। हम निरंतर इनोवेट कर रहे हैं और मुलायम एवं शोधपूर्ण उत्पादों के साथ माता-पिता को उनके शिशुओं के लिए सुरक्षित व प्रभावशाली समाधान प्रदान कर रहे...

'सबकी रसोई' ने 32 शहरों में 14.98 लाख लोगों को भोजन मुहैया कराया

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नयी दिल्ली - I-PAC की 'सबकी रसोई' को पहल को महज 10 दिनों में जरुरतंदों को 14.98 लाख भोजन मुहैया कराने में सफल रही है। आईपैक का यह प्रयास था कि कोई वैश्विक महामारी करोना की वजह से चल रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान भूख के खिलाफ कोई अपनी जंग न हारे. इसके लिए आईपैक ने 5 अप्रैल को 'सबकी रसोई' पहल शुरु की। इस पहल के तहत जरूरतमंदों को 10 दिनों में कम से कम 15 लाख ताजा भोजन (1.5 लाख प्रतिदिन) उपलब्ध कराना था। आईपैक पिछले 10 दिनों में आर्थिक रूप से सबसे निचले पायदान के लोगों – प्रवासी मजदूर, दिहाड़ी कामगार और बेघरों तक भोजन पहुंचाने का प्रयास किया है.  पहले इस पहल को 20+ शहरों में शुरु किया था, लेकिन मांग को देखते हुए 20+ शहर से बढ़ाकर 33 शहर में जरूरतमंदों को भोजन मुहैया कराने का फैसला किया। इसके तहत प्रतिदिन 1.50 लाख लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का लक्ष्य था, लेकिन 'सबकी रसोई' के हेल्पलाइन नंबर 6900869008 पर आ रही लोगों की मांग को देखते हुए 1.50 लाख भोजन प्रतिदिन के लक्ष्य से अधिक अब 1.80 लाख से ज्यादा लोगो को भोजन प्रतिदिन उपलब्ध कराया जा रहा है। सबकी रसोई  दिल्ली, ...

जिसने जैसी ऐनक पहनी होती है,वह वैसे ही हालात को देखता है

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सेनेटाइजेशन का अनोखा तरीका

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भारत में कैनन के कर्मचारियों ने एकजुट होकर पीएम केयर्स फंड में सहयोग दिया

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नयी दिल्ली - कोरोना वायरस (कोविड-19) के खिलाफ भारत की लड़ाई में सहयोग देते हुए इमेजिंग स्पेस में लीडर, कैनन इंडिया ने अपने एडॉप्टेड गांवों एवं एसओएस विलेज होम्स में लोगों को सशक्त बनाने के लिए अनेक अभियानों की घोषणा की। समुदाय के सदस्यों को कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक संसाधन उपलब्ध रहें, यह सुनिश्चित करने के लिए कंपनी गांवों में खाद्य एवं सैनिटेशन सामग्री वितरित कर रही है। अपने ‘क्योसेई’ के सिद्धांत, यानि ‘सभी के कल्याण के लिए मिलकर काम करने व जीवन जीने’ की भावना के साथ पूरे भारत में कैनन के कर्मचारी पूर्ण उत्साह के साथ एकत्रित होकर पीएम केयर्स फंड में भी अपना योगदान दे रहे हैं। कैनन इंडिया एडॉप्टेड गांवों में 3000 फूड पैकेट वितरित कर रहा है। इन फूड पैकेट्स में जरूरी राशन जैसे, चावल (5 किलो), आटा (5 किलो), दाल (1 किलो), नमक (1 किलो), चीनी (1 किलो) एवं कुकिंग ऑयल (1 किलो) शामिल है। गांवों में दैनिक मजदूर एवं गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले (बीपीएल) परिवारों को कंपनी के इन प्रयासों का लाभ मिलेगा। कैनन इंडिया का एनजीओ पार्टनर - ह्यूमन, ए पीपुल टू पीपुल, गांवों में फूड पैकेट्स पहुंचाक...

भोजपुरिया कलाकारों ने बुलंद की कोरोना के खिलाफ आवाज

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मुंबई - केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश भर में लागू  लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया है। इसके बाद बॉलीवुड और भोजपुरी फिल्मो की अभिनेत्री गुंजन पंत और अभिनेता अमरीश सिंह समेत भोजपुरी फिल्‍म इंडस्‍ट्री के तमाम कलाकारों ने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए लोगों से अपील की है कि वे घरों में सुरक्षित रहें तभी  कोरोना हारेगा और देश जीतेगा। जानते हैं कि भोजपुरी के सुपर स्‍टार ने देश की जनता से क्‍या अपील की है।     मनोज तिवारी : हम सभी लॉकडाउन में हैं। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं और भारत इस जंग में जीत रहे हैं। रवि किशन : कोरोना हारेगा। भारत जीतेगा। बस आप लोगों को घर में रहना है। मेरी यही गुजारिश है। जय हिंद। कोरोना हारेगा मेरा भारत जीतेगा। खेसारीलाल यादव : कोरोना को हरा कर देश को बचाना है। अगर बात नहीं माना तो शमसान घाट जाना होगा। निरहुआ : कोरोना को हराना है। देश को जीतना है। घर पर रहें। सुरक्षित रहें। h पवन सिंह : कोरोना से लड़ाई में पूरा विश्व भारत की एकजुटता को देख रहा है, जब हम कोरोना से मजबूती से लड़ रहे हैं। पाखी हेगड...