पहचान के अपनी ताकत उठ,अब आई तेरी बारी है
नयी दिल्ली - शक्ति की उपासना के दिनों में स्वावलंबन ट्रस्ट’ के साहित्यिक प्रकोष्ठ, शब्द-सार द्वारा महिला-सशक्तीकरण विषय पर ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर काव्य विभूतियों द्वारा ओजस्वी, अनुपम, मार्मिक और समाज को आइना दिखाने वाले काव्य पाठ ने मंत्र मुग्ध कर दिया। गोष्ठी का शुभारम्भ स्वावलंबन शब्द-सार की राष्ट्रीय संयोजिका परिणीता सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। हरियाणा प्रांत संयोजिका कमल धमीजा ने माँ शारदे का वंदन-गान किया | राष्ट्रीय सह-संयोजिका, भावना सक्सैना ने स्वागत संबोधन करते हुए कहा कि स्त्री अशक्त नहीं है किंतु फिर भी मौजूदा परिस्थितियों में सशक्तीकरण की पुकार समय की मांग है। कवि व लेखक का दायित्व सिर्फ समाज की विद्रूपताओं का चित्रण करना भर नहीं है, अपितु रास्ता सुझाना भी है और समाज को सजग करना भी है। इस अवसर पर संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष मेघना श्रीवास्तव के साथ मुख्य अतिथि के रूप में डॉ मुक्ता उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के महामंत्री राघवेंद्र मिश्रा ने की और संस्था के संगठन मंत्री विनय खरे भी उपस्थित रहे। दिल्ली प्रद...