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Delhi Ration Dealer दिल्ली सरकार मुफ्त में कराना चाहती है कोटा धारकों से...

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AURANGABAD सेंट्रल नाका चौराहा को "शहीद परमवीर अब्दुल हमीद चौक" के नाम स...

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जेइसीसी सीतापुरा में होने जा रहा है 5-7 जुलाई तक ज्वेलरी महाकुम्भ

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० आशा पटेल ०  जयपुर | ज्वैलर्स एसोसिएशन जयपुर की ओर से 5 से 7 जुलाई तक सीतापुरा के जेईसीसी में होने जा रहे जस- 2024 में जयपुर के जड़ाऊ गहनों और रंगीन रत्नों का भव्य संसार सजेगा। जस 2024 देश के सबसे बड़े बी टू बी शो में से एक है। यह ग्‍लोबल ज्वैलरी ट्रेड में जस 2024 अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर का शीर्ष प्लेटफॉर्म है, जहां जयपुर के ज्वैलर्स और रत्न व्यवसायी अपनी ज्वैलरी के साथ प्रेसियस और सेमी प्रेसियस कलर स्टोन का प्रदर्शन करने वाले हैं। 2007 में ज्वैलरी शो- जस का सफर आयोजन किया गया था उसके बाद से जस शो अनवरत रूप से आगे बढ़ रहा है। जस के अध्यक्ष आलोक सोखिया ने बताया कि हमारे एग्जीबिटर्स और दुनियाभर से आने वाले ट्रेड बायर्स की डिमांड पर इसे 2021 से बीटूबी का स्वरूप दिया गया था । यह प्रयोग सफल भी रहा और हमारे एग्जीबिटर्स को अपने ट्रेड बायर्स के साथ नेटवर्किंग के लिए बेहतर माहौल मिला । इसके बाद लगातार बीटूबी फॉर्मेट पर यह पांचवां शो है। जस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और को कन्वीनर राजू मंगोड़ीवाला ने बताया कि जस 2024 का उद्घाटन 5 जुलाई को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करेंगे। इसमें उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी,

शुद्ध भक्तियोग परिवार, इंद्रप्रस्थ विस्तार द्वारा तीसरी श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - शुद्ध भक्तियोग परिवार, इंद्रप्रस्थ विस्तार द्वारा तीसरी श्री जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव का हर्ष और उल्लास के साथ समापन हुआ। जिसके अंतर्गत तीन दिवसीय श्री जगन्नाथ कथा और अंतिम दिवस भव्य श्री जगन्नाथ रथ यात्रा का आयोजन हुआ। रथ यात्रा के प्रारंभ से पहले पूज्यपाद राधानाथ प्रभु ने रथ यात्रा की महिमा और श्री जगन्नाथ, बलदेव, देवी सुभद्रा के विशेष रूप धारण करने के रहस्य और पुरी में स्तिथ श्री जगन्नाथ मंदिर के इतिहास से सब को अवगत कराया। इस बार की श्री जगन्नाथ रथ यात्रा बहुत विशेष रही। रथ यात्रा का शुभ आरंभ हर्ष मल्होत्र (केंद्रीय राज्य मंत्री) के द्वारा किया गया। इस बार देश के विभिन्न राज्यों से भक्तो ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। रथ यात्रा मार्ग भक्तो के द्वारा हरे कृष्ण महामंत्र कीर्तन से गूंज उठा और वैदिक ग्रंथों का वितरण हुआ। बड़ी संख्या में भक्तो ने रात्रि प्रसाद का लाभ उठाया। आम्रपाली एवं आर्य नगर निवासियों के सहयोग से रथ यात्रा अच्छे से सम्पन हुई।

दिल्ली त्यागराज नगर की रथयात्रा महोत्सव 7 से 19 जुलाई तक

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा को श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर की कार्यकारिणी समिति ने इसे उत्साह और उल्लास के साथ मनाने का फैसला किया है। यह इस मंदिर की 57वीं रथ यात्रा है जिसे 7 से 19 जुलाई तक 13 दिवसीय रथ यात्रा महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान महोत्सव के प्रत्येक दिन त्यागराज नगर आवासीय कॉलोनी का पार्किंग क्षेत्र में एक रंगारंग सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया जाएगा। रथ यात्रा के दिन, सुबह के समय मंदिर के अंदर सभी संबंधित अनुष्ठानों को पूरा करने के बाद, देवताओं को सुबह 11.30 से दोपहर 1.00 बजे तक "पहांडी बिजे" समारोह में बाहर निकाला जाएगा और सजाए गए रथ पर आगे बढ़ाया जाएगा। श्री जगन्नाथ मार्ग पर, गेट नंबर 1, त्यागराज इंडोर स्टेडियम के सामने रथ पर चारों देवताओं, महाप्रभु जगन्नाथ के साथ उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को रथ पर स्थापित किया जाएगा। संबंधित अनुष्ठानों के पूरा होने के बाद, श्री जगन्नाथ मार्ग (बड़ा डांडा) पर उपस्थित सभी भक्त ब्रह्मांड के भगवान के दर्शन कर सकते हैं।  एक अन्य महत्वपूर्ण समारोह, जिसे "छेरा पन्हार

AURANGABAD सेंट्रल नाका चौराहा को "शहीद परमवीर अब्दुल हमीद चौक" के नाम से जाना जाए

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० संवाददाता द्वारा ०  AURANGABAD सेंट्रल नाका चौराहा को "शहीद परमवीर अब्दुल हमीद चौक" के नाम से जाना जाए  भारत -पाक युद्ध 1965 के शहीद *परमवीर चक्र शहीद अब्दुल हमीद को उनकी 91वें जयंती पर याद किया गया सेंट्रल नाका औरंगाबाद स्थित चौक पर परमवीर चक्र शहीद अब्दुल हमीद के नाम से एक शिलालेख की पट्टी (बोर्ड) लगाया गया है..आल इंडिया मुस्लिम औबीसी आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता मिर्जा अब्दुल कय्युम नदवी ने कहा कि देश के महान स्वतंत्रता सैनानी के नाम को छुपाना उचित नहीं है..मिर्जा ने कहा कि 01 जुलाई 1933 जन्म. निधन 10 सितंबर 1965. जिस ने पाकिस्तान के 07 टॅंक उडा दिए थे और पाकिस्तानी फौज ने इन्हें शहीद कर दिया था. इन्होनें नागरिकों से अपील की कि वह इस चौराहे को सेंट्रल नाका चौराह ना बोलते हुए "शहीद परमवीर अब्दुल हमीद चौक" के नाम से पुकारे. इस अवसर पर वरिष्ठ नेता मुश्ताक अहमद ने कहा कि जब परमवीर अब्दुल हमीद सभाग्रह बन रहा था इसी समय इस चौराहे पर परमवीर अब्दुल हमीद का नाम दिया गया था.. अफसोस की बात है कि इतने बड़े शहीद को जिस ने 1965 की जंग मे पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ा थ

DPS Dwarka ने बढ़ाई फीस : अभिभावकों ने कहा यह मनमानी है

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