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Bharat Tex 2025 @ Delhi दिल्ली में Global Textile Expo 2025 होने जा रहा है

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Jaipur Amrita Haat महिलाओं द्वारा बनाए प्रॉडक्ट अद्भुत और कलात्मक DY CM ...

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पारंपरिक हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट्स को मुख्यधारा में आगे लाने की एक पहल है 'शिल्पकारी'

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० आशा पटेल ०  जयपुर । भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक अग्रणी मंच 'शिल्पकारी', दो दिवसीय एग्जीबिशन का जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आगाज हुआ। एग्जीबिशन का उद्घाटन फिक्की फ्लो, जयपुर की चेयरपर्सन, रघुश्री पोद्दार; सीआईआई-आईडब्ल्यूएन राजस्थान, चेयरवुमन, निवेदिता आर सारदा और फोर्टी वुमन विंग, प्रेसिडेंट, डॉ अल्का गौड़ द्वारा किया गया। यह एग्जीबिशन बिड़ला ऑडिटोरियम के फ्रंट लॉन्स में 6 अक्टूबर आयोजित होगी। इस अवसर पर रघुश्री पोद्दार ने कहा कि "भारत की समृद्ध विरासत को 'शिल्पकारी' के माध्यम से एक मंच पर साथ लाना वास्तव में सराहनीय पहल है। यहां प्रदर्शित आर्टवर्क की विविधता हमारे देश को परिभाषित करने वाली शिल्पकला का सच्चा उत्सव है। चंदेरी की जटिल बुनाई से लेकर बांधनी के जीवंत रंगों तक, हर एक प्रोडक्ट परंपरा, रचनात्मकता और हमारे आर्टीजंस की भावनाओं को प्रदर्शित करता है। यह एग्जीबिशन सिर्फ प्रोडक्ट्स के शोकेस से कहीं अधिक है - यह उस कला और संस्कृति को भी ट्रिब्यूट है, जिससे भारत की विश्व में पहचान है"

आर्च कॉलेज के दीक्षांत समारोह में 120 छात्रों को सर्टिफिकेट व मेधावी छात्रों को मिला सम्मान

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० आशा पटेल ०  जयपुर। जयपुर के आर्च कॉलेज ऑफ़ डिज़ाइन एंड बिज़नेस में 22वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। समारोह में 120 छात्रों को सर्टिफिकेट साथ ही मेधावी छात्रों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर क्रेयॉन्स एडवरटाइजिंग के डायरेक्टर, अजय चोपड़ा मुख्य अतिथि थे। आशीष काला, चेयरपर्सन, आईआईआईडी, जयपुर रीजनल चैप्टर, सुनीत जैन, प्रेजिडेंट फोरहेक्स, आलोक सोंखिया , जयपुर ज्वेलर एसोसिएशन के प्रेजिडेंट खास मेहमान थे । 22वें दीक्षांत समारोह में बैचलर ऑफ़ डिज़ाइन, मास्टर्स ऑफ़ डिज़ाइन एंड एन्त्रेप्रेंयूरशिप इन फैशन, ज्वेलरी, इंटीरियर्स, कम्युनिकेशन और प्रोडक्ट डिज़ाइन जैसे विभिन्न पाठ्यक्रमों के छात्रों को प्रमाण पत्र से नवाज़ा गया ।छात्रों को सम्बोधित करते हुए क्रेयॉन एडवरटाइजिंग के निदेशक अजय चोपडा ने कहा, "मूल विचार दृढ़ संकल्प से उत्पन्न होते हैं और हर कार्य में समय सीमा का पालन आवश्यक है। याद रखें, भाषा डिज़ाइन है और डिज़ाइन भाषा है, ये मिलकर एक बेहतर कल बनाने की शक्ति रखते हैं।" उन्होंने छात्रों को बताया कि डिज़ाइन केवल एक कौशल नहीं है बल्कि यह एक दृष्टिकोण है जो जीवन के हर क्षेत्र में

नोएडा में एक्स्पीरियां एलिमेंट्स का पहला चरण सोल्ड आउट

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : 100% एफडीआई-फंडेड रियल एस्टेट डेवलपर एक्सपीरियां डेवलपर्स ने नोएडा के सेक्टर 45 में आवासीय प्रोजेक्ट, एक्सपीरियां एलिमेंट्स के चरण 1 को पूरी तरह से बेचने की घोषणा की है। यह परियोजना शानदार 3 और 4 बीएचके घर प्रदान करती है, जो सेंट्रल नोएडा में सबसे अधिक मांग वाले स्थानों में से एक प्रीमियम रहने की जगह प्रदान करती है। एक्सपीरियां डेवलपर्स के प्रवक्ता ने कहा, "एक्सपीरियां एलिमेंट्स को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया से यह बात पुख्ता हो जाती है कि घर खरीदार हमारे ब्रांड पर कितना भरोसा करते हैं। हम अपने ग्राहकों के लिए उनके निरंतर भरोसे के लिए बहुत आभारी हैं। स्ट्रैटेजिक लोकेशन, विश्व स्तरीय सुविधाओं और सोच-समझकर बनाए गए डिज़ाइन का कॉम्बिनेशन एक्सपीरियां एलिमेंट्स को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक बेजोड़ आवासीय पेशकश बनाता है। हम अपने ग्राहकों को गुणवत्तापूर्ण और समय पर प्रोडक्ट और सर्वोत्तम सेवाएँ देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हैं।" इस साल लॉन्च किए गए एक्सपीरियां एलिमेंट्स को लग्जरी और स्थिरता के बीच संतुलन बनाने के लिए सोच-समझकर डिज़ाइन किया गया है। इस

LIVE : Rahul Gandhi Kolhapur शिवाजी महाराज,शाहू महाराज जैसे लोग नहीं होत...

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शिवाजी महाराज,शाहू महाराज जैसे लोग नहीं होते तो यह संविधान नहीं होता : राहुल गांधी

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० आनंद चौधरी ०  राम मंदिर के इनॉगरेशन में, पार्लियामेंट के इनॉगरेशन में आदिवासी राष्ट्रपति को जाने नहीं दिया। सोच एक ही है, सोच में कोई फर्क नहीं आया, विचारधारा एक ही है और लड़ाई एक ही है। यह राजनीतिक लड़ाई नहीं है, यह विचारधारा की लड़ाई है, यह कॉन्स्टिट्यूशन, संविधान की लड़ाई है और इसके अंदर, संविधान के अंदर शिवाजी महाराज हैं। उनकी आवाज है, उनकी सोच, उनकी विचारधारा है। कोल्हापुर ,महाराष्ट्र - राहुल गांधी ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम यहां यह मूर्ति का इनॉगरेशन कर रहे हैं शिवाजी महाराज की। यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं है, मूर्ति तब बनाई जाती है, जब हम किसी व्यक्ति की विचारधारा को, उनके कर्मों का दिल से समर्थन करते हैं। हम यहां आए या कोई यहां आए और मूर्ति इनॉग्रेट कर दी और जो इन्होंने पूरी जिंदगी, जिसके लिए वह लड़े, अगर हम उसके लिए लड़े ना, तो मूर्ति का कोई मतलब ही नहीं। तो जब हम इनकी मूर्ति का इनॉगरेशन करते हैं, तो हम यह भी वचन लेते हैं कि जिन चीजों के लिए यह लड़े थे, जिस तरीके से यह जिए थे... उनके जितना नहीं, शायद हम ना कर पाएं, मगर थोड़ा सा तो हमें भी करना चाहिए। शिवाजी