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राज्यपाल ने दीपावली सजावट में विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान करने वालों का किया सम्मान

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० आशा पटेल ०  जयपुर । राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अन्तर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन द्वारा जयपुर व्यापार महासंघ के सहयोग से आयोजित समारोह में दीपावली पर गुलाबी नगर की रोशनी और साजसज्जा में विभिन्न श्रेणियों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले बाजारों एवं प्रतिष्ठानों को पुरस्कार प्रदान किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि सबकी दीपावली में अपनी दीपावली मनाएं। जो असमर्थ हैं, उनके सहयोग के लिए कोई संगठन बने। गरीब और कमजोर कल्याण के साथ उनके यहां भी पर्व की रोशनी हो, ऐसी व्यवस्था सब मिलकर सुनिश्चित करें। उन्होंने इस अवसर पर सम्मानित हुए व्यावसायिक संस्थानों से प्रेरणा लेकर गुलाबी नगरी को स्वच्छ, सुंदर रखने के लिए सभी को कार्य करने का आह्वान किया।  बागडे ने कहा कि अपने लिए सभी कार्य करते हैं परन्तु जीवन की सार्थकता इसमें है कि हम दूसरों के सुख और संतोष के लिए भी कार्य करें। उन्होंने जयपुर को धर्म और अध्यात्म की छोटी काशी बताते हुए यहां सामूहिक रूप में उत्सवधर्मिता से त्योहार मनाने की परंपरा की सराहना भी की। उन्होंने वैश्य समाज को भामाशाह परम्परा से जुड़ा समाज बताते हुए कहा कि देश और राज्य की अर...

राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के फिल्मों की पहली लिस्ट जारी

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० आशा पटेल ०  जयपुर । राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का 11वां संस्करण, 1 से 5 फरवरी 2025 तक जोधपुर के INOX PVR, अंसल रॉयल प्लाजा और मेहरानगढ़ किले में आयोजित किया जाएगा। इस साल का फेस्टिवल "सिनेमास्थान - अ पैनोरमा ऑफ़ सिनेमा इन राजस्थान " थीम पर आधारित होगा इसके साथ ही, यह आयोजन RIFF की राजस्थान में सिनेमा को बढ़ावा देने की यात्रा के दस वर्षों का भी प्रतीक है। 11वें राजस्थान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2025 की पहली सूची जारी की गई, जिसमें कुल 28 फिल्मों का चयन हुआ है, जिनमें 14 फीचर फिल्म और 14 नॉन-फीचर फिल्में शामिल हैं। फीचर फिल्म श्रेणी में मलयालम फीचर फिल्म रॉटन सोसाइटी (निर्देशक: एस एस जिष्णु देव, निर्माता: जिनू सेलिन, स्निहल राव), असमिया फीचर फिल्म शिकार (निर्देशक: देबांगकर बोरगोहेन, निर्माता: शैम भट्टाचार्य , मित्रा भट्टाचार्य ), पंजाबी फीचर फिल्म जहांकीला (निर्देशक: विक्की कदम, निर्माता: सतिंदर कौर), फ्रांसीसी-तमिल-इंग्लिश फीचर फिल्म रेटॉर अ पोंडीचेरी (निर्देशक: डॉ. रघुनाथ मानेट, निर्माता: रघुनाथ मानेट और डिडीयर बेलोक), कन्नड़ फीचर फिल्म सुमा द फ्लावर (निर्देशक: रश्मि ...

एम.एल. मेहता मेमोरियल ओरेशन में “वंचितों की सेवा” के प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया

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० आशा पटेल ०  जयपुर : राजस्थान सरकार के पूर्व मुख्य सचिव एम.एल. मेहता की स्मृति में, एम.एल. मेहता फाउंडेशन ने एचसीएमआरआईपीए के साथ मिलकर एम.एल. मेहता मेमोरियल ओरेशन के 10वें संस्करण का आयोजन किया। यह ओरेशन बी.एस. मेहता ऑडिटोरियम में आयोजित “वंचितों की सेवा” विषय पर केंद्रित इस कार्यक्रम में वंचित समुदायों के जीवन में सार्थक प्रभाव पैदा करने के लिए समर्पित प्रमुख व्यक्तित्व, विचारक और परिवर्तन करने वाले लोग एक साथ आए। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, डॉ. बृजमोहन भारद्वाज, संस्थापक, अपना घर आश्रम, भरतपुर और कुलदीप रांका, एसीएस, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, राजस्थान सरकार उपस्थित थे। परित्यक्त और निराश्रितों को देखभाल और आश्रय प्रदान करने की अपनी अद्वितीय प्रतिबद्धता के लिए जाने जाने वाले, अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ. बृज मोहन भारद्वाज ने मुख्य भाषण दिया, जिसमें समाज के सबसे कमजोर सदस्यों की जरूरतों को पूरा करने में सामूहिक जिम्मेदारी और करुणा के महत्व पर जोर दिया गया। उन्होंने “आज एम एल मेहता की 10 पुण्यस्मृति है जो आज टॉपिक पर रखी गई है, तू अनसर्व अंसार जो लोग ऐसे हैं, आराम में ह...

भारत का सबसे बड़ा फैशन कम्पटीशन LIVA मिस दिवा 2024 : एक नए अंदाज में

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० संवाददाता द्वारा ०  मुंबई : LIVA मिस दिवा 2024 ने युवतियों के लिए भारत की सबसे बड़ी फैशन टैलेंट हंट प्रतियोगिता की घोषणा की है। यह अपनी तरह का पहला आयोजन है जो कॉन्टेस्ट फैशन इंडस्ट्री में युवतियों की प्रतिभा को सम्मानित करने और उसे मंच देकर आगे बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित मंच के सहारे प्रतिभाशाली युवतियां अपनी स्किल, क्रिएटिविटी और जुनून को सभी के सामने पेश कर सकती हैं।   LIVA मिस दिवा 2024 उन युवतियों को मंच देगा जो आगे बढ़ने के लिए इच्छुक हैं और तीन अहम कैटगरी में खुद को साबित करने के लिए तैयार हैं।  ये तीन कैटगरी हैं : टॉप मॉडल (LIVA मिस दिवा सुपरानेशनल 2024), फैशन डिज़ाइनर (LIVA मिस दिवा फैशन डिज़ाइनर 2024) और फैशन कॉन्टेन्ट क्रिएटर (LIVA मिस दिवा कॉन्टेन्ट क्रिएटर 2024)। हर कैटगरी में भाग लेने वाली युवतियों को इंडस्ट्री के दिग्गज मेंटर करेंगे और इससे यह पक्का होगा कि सभी प्रतिभागियों को पूरा गाइडेंस और सपोर्ट मिले।  LIVA मिस दिवा 2024 सिर्फ़ एक कॉन्टेस्ट नहीं है, बल्कि यह फैशन और ब्यूटी इंडस्ट्री के क्षेत्र में महिलाओं को मजबूती ...

धर्म के नाम पर लड़ने वालों को प्रेम सन्देश पहुंचाने वाले "महायोगी" 13 दिसम्बर को आ रहे हैं

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० संवाददाता द्वारा ०  कोलकाता : ईश्वर ने बड़े प्रेम से मानव जाति को बनाया है और इंसानों में वह अपने ही प्रेम की छवि तलाश करते हैं। लेकिन क्या इंसानों को धर्म, राजनीति के नाम पर इस बुरी तरह आपस में लड़ते-भिड़ते देखकर, ईश्वर खुश होता होगा? कदापि नहीं दोस्तों, परमेश्वर की पलकों में आज आंसू है। जिस दुनिया में लाखों लोग आज भी बेघर हैं, करोड़ों बच्चे सड़कों पर भूखे सोते हैं, उसी दुनिया में हिन्दू, मुसलमान, सिख, ईसाई सभी धर्म एक दुसरे को अपना दुश्मन समझ रहे हैं। जातिवाद, रंगभेद, नस्लभेद चरम सीमा पर है। पड़ोसी देश युद्ध पर उतारू हैं। हर जगह अशांति, बम, मिसाइल और मौत का तांडव हो रहा है। ऐसे मे धरती के अंदर से क्रोध की ज्वालामुखी फूट रही है। हर ओर तबाही मची हुई है, कहीं सुनामी, कहीं महामारी, तो कहीं भूकंप, कहीं बाढ़। प्रकृति से छेड़छाड़ चरमसीमा पर है। कहीं पेड़ काटे जा रहे हैं तो कहीं पक्षियों और जानवरों को मारा जा रहा है, कहीं प्रदुषण का काला धुआं, तो कहीं वायरस का फैलाव इंसानों के लिए घातक सिद्ध हो रहा है। आज हर तरफ शैतानी ताक़तें सर उठाती ही जा रही है। इंसान भूल चूका है कि वह साक्षात ईश्वर का ही स्...

पहली ज़रूरत है सामान्य कृत्रिम बुद्धिमता के सम्भावित खतरों से सजग होना : सुरेंद्र ग्रोवर

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० आशा पटेल ०  जयपुर। "सामान्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता" पुस्तक के लेखक और वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र ग्रोवर का कहना है कि मैं जैसे जैसे कृत्रिम बुद्धिमता के गहरे समुद्र में गोते लगा रहा हूँ तो मुझे कृत्रिम बुद्धिमता के नए नए रूप और प्रकार नज़र आ रहे हैं.. इनमें से एक है “सामान्य कृत्रिम बुद्धिमता.” अब आप कहोगे कि इस दौर में प्रचलित कृत्रिम बुद्धिमता सामान्य नहीं तो और क्या है? नहीं, यह सामान्य कृत्रिम बुद्धिमता नहीं है बल्कि इसे नैरो यानि संकीर्ण कृत्रिम बुद्धिमता के रूप में देखा जाता है जो अपने शैशवकाल में है और यह सीमित दायरे में काम करने में सक्षम है. किन्तु जैसे जैसे कृत्रिम बुद्धिमता का डेटा बढ़ता जाएगा वैसे वैसे इसके नए नए रूप सामने आते रहेंगे. इनके कुछ रूप स्ट्रॉन्ग कृत्रिम बुद्धिमता, सुपर इंटेलिजेंस और सामान्य कृत्रिम बुद्धिमता बतौर देखे जा रहे हैं. इन प्रकारों में “सामान्य कृत्रिम बुद्धिमता” के बारे में विशेषज्ञों की राय है कि यह मानव मस्तिष्क से हज़ारों गुना ज़्यादा तेज़ी से सोचते हुए निर्णय लेने में सक्षम होगी. चूँकि कृत्रिम बुद्धिमता में पारदर्शिता का अभाव है तो मनुष्य को यह प...

विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनने में प्रदूषण एक बङी चुनौती - अरुण ओझा

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० आशा पटेल ०  जयपुर ।मुक्त मंच की 92 वीं संगोष्ठी ‘’बढ़ता जल और वायु प्रदूषण और साँसों का संकट‘’ विषय पर योग आश्रम में परमहंस योगिनी डॉ.पुष्पलता गर्ग के सान्निध्य में सम्पन्न हुई। बहुभाषाविद डॉ.नरेन्द्र शर्मा कुसुम ने अध्यक्षता की। शब्द संसार के अध्यक्ष श्रीकृष्ण शर्मा ने संयोजन किया। अध्यक्षीय भाषण में डॉ.कुसुम ने कहा कि मनुष्य स्वयं प्रकृति के विनाश का कारण बन रहा है। सृष्टि ने जल-वायु और प्रकृति के अन्य उपादान मंगल हेतू बनाए, किन्तु मनुष्य इस विधान का उल्लंघन कर रहा है। जल,वायु प्रदूषण के मुख्य कारण बढती आबादी, बेइन्तहा कटते हरे पेङ हैं। उत्सर्जित गैसों और गुर्द-गुबार से असन्तुलन बढ़ रहा है।हम संविधान की प्रवेशिका की अनदेखी करते हैं। मुख्य अतिथि आईएएस रिटा.अरुण ओझा ने कहा कि जब तक हर व्यक्ति अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी का पालन नहीं करता प्रदूषण बना रहेगा। यदि शासकीय निकाय अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ढंग से करें तो प्रदूषण थम सकता है पर यह द्विपक्षीय जिम्मेदारी है। हम विश्व की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनना चाहते हैं लेकिन प्रदूषण एक बङी चुनौती है। गन्दे पानी के कारण स्वास्थ्य ...