जयपुर में बनेगी विश्व की सबसे बड़ी और सिक्योर फिल्म लाइब्रेरी


जयपुर: जयपुर और विश्व फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ी खबर है कि जल्द ही यहाँ विश्व की सबसे बड़ी और सिक्योर फिल्म लाइब्रेरी बनने जा रही है। यह विश्व भर में सिनेमा को सहेजने और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाने की दिशा में, अब तक की सबसे बड़ी कोशिश है। इस लाइब्रेरी के ज़रिए, आने वाले 10 वर्षों में लगभग 1 लाख से भी अधिक फिल्मों को संग्रहित किया जा सकेगा। ये प्रक्रिया 2020 से शुरू होने जा रही है।

जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल [JIFF] ट्रस्ट का यह विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट, दुनिया भर के सिनेमा प्रेमियों की नज़रों में छाया रहेगा। लाइब्रेरी का मकसद रहेगा, दुनिया के कोने – कोने से आई विविध फिल्मों को एक मंच पर पहुँचा सकना, और फिल्मों के ज़रिए अलग – अलग देशों के बीच सांस्कृतिक सामंजस्य बना सकना।

इस कड़ी में जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ट्रस्ट का मकसद है एक ऐसी ग्लोबल फिल्म लाइब्रेरी स्थापित करना, जहाँ कला और संस्कृति को सहेजने के लिए लगातार कोशिशें बनी रहें। सिनेमा एक ऐसा माध्यम है, जिसमें कई कलात्मक पक्ष एक साथ जुड़ जाते हैं, और यही कारण है कि फिल्मों को सहेजना एक बड़ा काम है। इसकी महत्ता को ध्यान में रखते हुए ही, जिफ की ओर से लाइब्रेरी बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है।

फाउंडर हनु रोज ने बताया की पहले चरण में, आगामी 26 अगस्त 2020 को लाइब्रेरी की नींव का पहला पत्थर रखा जाएगा। लाइब्रेरी की भव्यता का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि यह लगभग 2 हैक्टेयर क्षेत्र में फैली होगी। वहीं, आगे चलकर पहले चरण में, 26 अगस्त 2023 को इसके दूसरे राउंड का फाउंडेशन स्टोन रखा जाएगा। इस मर्तबा लाइब्रेरी का निर्माण 11 हैक्टेयर से भी ज्यादा बड़े क्षेत्र में होगा।

लाइब्रेरी का निर्माण चरणों में होगा
फेज़ 1 [2020 से 21]  में जनरल लाइब्रेरी का निर्माण होगा। फेज़ 2 [2021 से 22] में ऑनलाइन लाइब्रेरी और सिक्योर जनरल लाइब्रेरी का निर्माण होगा। वहीं, फेज़ 3 [2022 से 23] में सर्वाधिक सिक्योर फिल्म वॉल्ट के साथ विश्व की सबसे बड़ी लाइब्रेरी का निर्माण होगा। फेज़ 4 [2024] में वर्ड सिनेमा, कल्चरल स्टडीज़ सेंटर, तथा फिल्म री - स्टोरेशन सेंटर का निर्माण होगा।

सुविधाओं से भरपूर होगी लाइब्रेरी
इस लाइब्रेरी में जनरल और ऑनलाइन फिल्म लाइब्रेरी के साथ ही हर देश के सिनेमा और कल्चर के लिए एक फ़िज़िकल सेंटर होगा। सुविधाओं से भरपूर गेस्ट हाउस, ऑडिटोरियम्स, सिनेमा और कल्चरल स्टडी एण्ड रिसर्च सेंटर के अलावा फिल्मों से जुड़ी पत्रिकाएं, अख़बार और अन्य सामग्री उपलब्ध होगी, जिससे शोधार्थी और सदस्य इनका उपयोग कर सकें। यहां नियमित रूप से फिल्मों के शोज़, कार्यशालाएँ, सेमिनार और वार्ताएं होंगी। साथ ही हर देश के नाम के साथ सिनेमा गैलरी उपलब्ध होगी। ओपर एयर थिएटर होगा। हैलीपैड, कैफेटेरिया जैसी सुविधाएं भी होंगी।

हर देश के नाम एक सिनेमा गैलरी
हर देश की सिनेमा यात्रा अलग और अनोखी होती है। इसे जानने – समझने के लिए ज़रूरी है कि प्रत्येक देश की सिनेमा गैलरी अलग हो, ताकि उनकी फिल्मों को सही तरह से सहेजा जा सके।

अनुभवी फिल्म निर्माताओं के लिए लाइब्रेरी में होंगी रैक्स
सिनेमा से जुड़े अनुभवी निर्माताओं और प्रोडक्शन हाउसेज़ को बढ़ावा मिले, इसका भी भरपूर ध्यान रखा गया है। ऐसे दिग्गज निर्माताओं को समर्पित लाइब्रेरी रैक्स होंगी, जिनके कैटलॉग्स उन प्रोड्यूसर्स या प्रोडक्शन हाउस को दिए जाएंगे।

उभरते फिल्मकारों को भी बढ़ावा
नए फिल्म निर्माताओं के लिए अलग सिनेमा गैलरी मौजूद होगी। यह ऐसे उभर रहे फिल्म निर्माताओं – निर्देशकों के नाम होगी, जिन्होने कम से कम 3 फिल्में बनाई हों। इस गैलरी की सुविधा संस्थापक सदस्यों को निशुल्क दी जाएगी।

सदस्य बनेंलाभ उठाएं
जिफ की कोशिश है कि अधिकाधिक सिने प्रेमी इस अभियान से जुड़ें। लाइब्रेरी की मेंबरशिप या सदस्यता के ज़रिए कोई भी व्यक्ति लाइब्रेरी की सेवाओं का लाभ ले सकता है।

इस विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट का निर्माण युवा भारतीयों के हाथों हुआ है। लाइब्रेरी का उद्देश्य यही है कि सिनेमा, कला एवं संस्कृति को बड़े स्तर पर सुरक्षित रखा जा सके।

हर माह होगी फिल्म रेटिंग्स
फिल्म निर्माता विविध देशों, श्रेणियों और भाषाओं में बनी सभी फिल्मों को लाइब्रेरी में सब्मिट कर सकते हैं। लाइब्रेरी की ओर से हर महीने, फिल्मों, गीतों, पोस्टर्स,विज्ञापन फिल्मों और स्क्रीन प्लेज़ की रेटिंग्स की घोषणा की जाएगी। टॉप रेटेड फिल्मों को एक करोड़ रुपये से अधिक का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

दुनिया के बेहतरीन सिनेमा को सहेजने का माध्यम
विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय फिल्म उत्सव जिफ के संस्थापक हनु रोज़ मानते हैं कि लाइब्रेरी एकेडमी अवॉर्ड्स - दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सिनेमा को खोजने, और करोड़ों लोगों के प्रिय सिनेमा उद्योग का उत्सव मनाने का मंच है।
अधिकाधिक लोगों का सहयोग ही इस अभियान को सफल बना सकता है। दुनिया भर के सिने और कलाप्रेमियों से अपील है कि वे इस मुहिम से जुड़ें, और हमारे समाज – संस्कृति के लिए अहम् सिनेमा को फलने – फूलने में योगदान दें। हमने जो अब तक नहीं किया है उस काम को करने का समय आ चुका है। आओ मिलकर इसकी शुरुआत करें।

गतिविधियां 
इस प्रोजेक्ट के लिए जयपुर वासियों ने 2016 में 1100 दीपक जलाये थे और लाइब्रेरी इन्टरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। इस साल जनवरी में देश विदेश के फ़िल्मकारों ने 2100 दीपक जैम सिनेमा पर जलाए थे जिससे इस प्रोजकेट की रोशनी पूरी दुनियाँ तक पहुँच सके। अगली बार 5100 दीपक जलाए जाएँगे। ये सिलसिला एक लाख दीपक जलाने तक चलता रहेगा।

साथ ही हर दो या तीन माह में लाइब्रेरी मेंबर्स के लिए अलग अलग गतिविधियां आयोजित की जायेगी। 

जिफ और जेएफएम देगा अपनी बचत का 50% लाइब्रेरी के लिए अलग अलग संसाधनों, सरकार और फिल्म इंडस्ट्री से आवश्यक धन जुटाया जायेगा। लाइब्रेरी के लिए जयपुर इन्टरनेशनल फिल्म फेस्टेवल-जिफ और जयपुर फिल्म मार्केट अपनी बचत का 50% लाइब्रेरी और सिनेमा सेंटर के लिये डोनेट करेंगे.

इस प्रोजेक्ट की सफलता सतत प्रक्रिया का हिस्सा है। अगले दस सालों में इस प्रोजेक्ट को साकार रूप दिया जा सकेगा। इसके  लिये बजट से बड़ी महत्वपूर्ण बात है इसके सुरक्षा फीचर्स और एक मजबूत टीम का खड़ा होना। डिजिटल सुरक्षा फीचर भारत सरकार के लिये भी एक चुनौती है। इस प्रोजेक्ट्स से भारत की डिजिटल प्रोग्रेस को बड़ा फायदा मिलेगा और देश का नाम डीजीटल सिक्यूरिटी में और ऊंचा हो सकेगा। ये मात्र एक प्रोजेक्ट नहीं है सदियों के लिये उठाया एक बड़ा जोखिम् है। 

इस प्रोजेक्ट के व्यापक दायरे और विस्तार के साथ जयपुर और देश फिल्म हब और कल्चर के डेस्टिनेसन के रूप में उभरेगा। 
इस अवसर पर लाइब्रेरी और सिनेमा सेंटर की वेबसाईट को लांच किया गया। 
लौंचिंग प्रोग्राम के समय फाउंडर हनु रोज और प्रवक्ता राजेन्द्र बोड़ा के साथ जयपुर से पधारे अनेक गणमान्य लोग माजूद रहे। लौंचिंग कार्यक्रम में फाउंडर हनु रोज के साथ जिफ प्रवक्ता राजेंद्र बोड़ा, राजीव अरोरा, नंदकिशोर झालानीपूर्व आई जी राजस्थान पुलिस महेंद्र चौधरी, जिफ आयोजन कमेटी सदस्य डॉ जय श्री पेरिवाल, दुर्गा प्रसाद अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार ईश मधु तलवार, फ़िल्मकार गजेंद्र क्षोत्रीय इत्यादि गणमान्य लोग मौजूद रहे।


मंच से विनोद भारद्वाज ने हनु रोज की प्रशंसा करते हुए कहा उन्हे बधाई दी। दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने कहा कि जिफ का यह प्रयास हनु रोज के दिवंगत पुत्र की स्मृति को चिरस्थाई कर देगा। राजेन्द्र बोड़ा ने जिफ़ लाइब्रेरी को अन्य फिल्म अर्काइव से अलग बताते हुए कहा कि इसमें कोई भी फ़िल्मकार हिस्सा ले सकता है। राजीव अरोरा ने कहा कि यह इतना बड़ा प्रोजेक्ट है कि आगे चलकर लोग स्वयं इसमे सहयोग करेंगे। इसमे कोई संदेह नहीं है कि यह एक विश्व स्तरीय प्रोजेक्ट होगा। यह लाइब्रेरी जयपुर शहर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति देगा। डॉ जय श्री पेरीवाल ने लौंचिंग मे पधारे सभी मेहमानो का धन्यवाद किया।


 


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