देश को 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने का रास्ता लखनऊ होकर जाता है – अमित शाह


देश के सबसे बड़े प्रदेश के अंदर आर्थिक गतिविधियां बढी हैं, रोजगार के अवसर बढे हैं। इसका प्रमाण है कि एक साल के अंदर 25% एमओयू धरातल पर देखने में आ गए हैं जो एक प्रशंसनीय कार्य है


लखनऊ -केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखनऊ में यूपी इन्वेस्टर्स समिट की दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन किया। उन्होंने 65,000 करोड़ रुपये से अधिक की 250 परियोजनाओं की आधारशिला रखी।


इस अवसर पर बोलते हुए शाह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 'न्यू इंडिया' का सपना देखा है। उन्होंने प्रत्येकनागरिक के जीवन को छूने और भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के लिए 'ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया' के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण को उद्धृत किया। शाह ने कहा कि मोदी जी ने सर्व-समावेशी एवं सर्व-स्पर्शीविकास मॉडल दुनिया के सामने रखा है।


 शाह का कहना था कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले 5 वर्षों के भीतर वैश्विक स्तरपर 11 वें स्थान से छठे स्थान पर पहुंच गई है जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारासुशासन का एक मॉडल स्थापित करके 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' की सुविधा के लिए उठाए गए सक्रिय कदमों का भी हवाला दिया।


 अमित शाह ने कहा कि कई लोगों को संदेह था कि भारत जैसे विशाल देश में जीएसटी कैसे सफल हो पाएगा किंतु मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश में जीएसटी सफलतापूर्वक काम कर रहा है। आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए  अडचनें दूर करनी पड़ती हैं जो केंद्र में मोदी सरकार द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी - वन नेशन, वन टैक्स'जैसे सुधार, कानूनों का सरलीकरण, उनकी 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' रैंकिंग पर राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा आदि नेअर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में महत्‍वपूर्ण योगदान दिया है और एफडीआई में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उत्‍तर प्रदेश की महत्‍ता बताते हुए  शाह का कहना था कि देश के प्रधानमंत्री बनने का रास्‍ता लखनऊ होकर जाता है और  देशको 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी बनाने का रास्ता भी लखनऊ होकर ही जाता है।


 अमित शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों के मन में   आत्मविश्वास जगाया है। योगी सरकार के आने के बाद इतने कम समय में सफलता को जमीन पर उतारने का कार्य किया गया है। देश के सबसे बड़े प्रदेश के अंदर आर्थिक गतिविधियां बढी हैं, रोजगार के अवसर बढे हैं। इसका प्रमाण है कि एक साल के अंदर 25% एमओयू धरातल पर देखने में आ गए हैं जो एक प्रशंसनीय कार्य है और इसके लिए उन्‍होंने राज्य के मुख्यमंत्री औरउनकी समस्त टीम को हृदय से शुभकामनाएं एवं बधाई दीं। गृह मंत्री ने योगी आदित्यनाथ को रोजगार, कृषि काकायाकल्प करने, बुनियादी ढांचे का निर्माण करने, राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं में सुधार आदि के लिए विशेषप्रशंसा की।


उनका कहना था कि यूपी सरकार ने 'एक जिला-एक उत्‍पाद' की योजना के माध्यम से राज्य में पारंपरिकउद्योगों को सफलतापूर्वक चलाया है। श्री शाह ने कहा कि एक जिला - एक उत्पाद की योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है, हरजिले में बहुत सारी संभावनाएं हैं। कहीं पीतल के बर्तन अच्छे बनते थे तो कहीं माटी के। कहीं चांदी की नक्काशी अच्‍छीहोती थी तो कहीं पर सबसे अच्छा कपड़ा बनता था, यह सब परंपरागत रूप से विद्यमान था। योगी आदित्यनाथ ने 80 के80 जिलों के उत्पाद की पहचान की और हर जिले के अंदर परंपरागत उत्पाद को पहचान कर उसकी उत्‍पादकता तथामार्केटिंग की उचित व्यवस्था की।


 अमित शाह ने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों के भीतर कानून और व्यवस्था की स्थिति में अभूतपूर्व सुधार हुआ है जोकि निवेश को आकर्षित करने और राज्य में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा किप्रशासन में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है और एक सरकारी कर्मचारी अब वास्तव में इस सरकार में नागरिक सेवक बनगया है।


सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने प्रधान मंत्री  नरेंद्र मोदी को भारत को $ 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था मेंविकसित करने के दृष्टिकोण को रखने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने वैश्विक निवेशकों को आश्वस्त किया कि यूपीसरकार पीएम के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए व्यापार करने और निवेश की सुरक्षा को आसान बनाएगी। योगीआदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को वैश्विक निवेश के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य के रूप में माना और कहा कि अगले 5 वर्षोंमें उत्‍तरप्रदेश $ 1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनेगा।


कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल  राम नायक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा, उद्योग मंत्री सतीश महाना सहित राज्य के कई मंत्री, अदानी ग्रुप एवं पेप्सीको ग्रुप के प्रतिनिधि समेत कई गणमान्‍य व्‍यक्ति उपस्थित रहे।


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